आज घर में दक्षिण अफ्रीका का वर्चस्व तोड़ने उतरेगा भारत

पिछले दस में से चार वनडे जीती टीम इंडिया
दिल्ली में सात अक्टूबर से लगातार हो रही बरसात 
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें जब मंगलवार को सीरीज के तीसरे और निर्णायक वनडे में आपस में टकराएंगी तो दोनों टीमों की प्रतिष्ठा दांव पर होगी। टीम इंडिया के सामने अपने घर में दक्षिण अफ्रीका से 12 साल बाद सीरीज जीतने की चुनौती होगी तो मेहमानों की एक और हार उन्हें अगले साल होने वाले वनडे विश्वकप के क्वालीफायर में खेलने को मजबूर कर सकती है।
22 फरवरी, 2010 के बाद  से भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने घर में 10 वनडे खेल चुकी है, जिसमें उसे सिर्फ चार मैचों में जीत मिली है। छह में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे बारिश ने खलल नहीं डाला तो दोनों टीमें अंतिम वनडे जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाएंगी। भारतीय टीम की चिंता का विषय उसकी ओपनिंग जोड़ी कप्तान शिखर धवन और शुभमन गिल का पहले दो मैचों में नहीं चलना है। वनडे विशेषज्ञ बन चुके धवन पिछले दो मैचों में 17 रन ही बना सके हैं। वह वनडे में पहली बार अपने घर यानी दिल्ली में देश की कप्तानी करने उतरेंगे। धवन के लिए यह मैच बेहद महत्वपूर्ण है। यहां वह बड़ी पारी खेलकर अपने को अगले साल होने वाले वनडे विश्वकप की टीम के दावेदारों में बनाए रख सकते हैं। वहीं गिल ने दो मैचों में सिर्फ 31 रन बनाए हैं।
श्रेयस, इशान, संजू का फॉर्म में होना सकारात्मक पक्ष
भारतीय टीम का मजबूत पक्ष श्रेयस अय्यर, ईशान किशन और उप कप्तान संजू सैमसन का फॉर्म में होना है। श्रेयस और ईशान ने रविवार को रांची में वनडे में अपना सबसे बड़ा स्कोर 113* और 93 रन बनाए हैं। सैमसन भी 86* और 30*  रन की पारियां खेल चुके हैं। श्रेयस इस साल नौ वनडे पारियों में 57.25 की औसत से 458 रन बना चुके हैं और जबरदस्त फॉर्म में हैं। वह टी-20 विश्वकप के लिए स्टैंडबाय की भी सूची में हैं। वहीं, गेंदबाजी विभाग में मोहम्मद सिराज ने 38 रन देकर तीन विकेट झटके और द. अफ्रीका को तीन सौ के पार नहीं जाने देने में उनकी मुख्य भूमिका रही। 
द. अफ्रीका का टी-20 विश्वकप के लिए मुख्य टीम को ऑस्ट्रेलिया नहीं भेजकर यहां वनडे सीरीज खेलने का बड़ा कारण वनडे विश्वकप के लिए सीधे क्वालिफाई करना है। विश्वकप के लिए विश्व सुपरलीग में टॉप आठ स्थानों पर रहने वाली टीमों को सीधे प्रवेश मिल रहा है, लेकिन द. अफ्रीका इस वक्त 11वें स्थान पर चल रही है।
ऐसे में यह सीरीज जीतना उसके लिए महत्वपूर्ण है। यहां हार उसे अगले वर्ष जिम्बाब्वे में होने वाले क्वालिफायर में खेलने को मजबूर कर सकती है। कप्तान तेम्बा बावुमा पूरी फिट नहीं हैं, लेकिन उनकी जगह दूसरे वनडे में खेले रीजा हेंड्रिक्स ने 74 रन की पारी खेली। ऐसे में उनकी जगह टीम में कैसे बनती है यह देखने वाली बात होगी। तेज गेंदबाज एनरिच नोर्त्जे का नहीं चलना भी चिंता की बात है, लेकिन वह आईपीएल में दिल्ली के लिए खेल चुके हैं और अरुण जेटली स्टेडियम से परिचित हैं।
मैच पर बारिश का साया
मैच पर बारिश का साया है। दिल्ली में सात अक्टूबर से लगातार बरसात हो रही है। पिछले दो दिनों में यहां रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है। मंगलवार को भी बारिश की संभावना है। कोटला मैदान कई दिन से ढका है। सोमवार को मैदानकर्मी क्यूरेटर की निगरानी में पिच के आसपास के हिस्से के कवर हटाकर नमी सुखाने का प्रयास करते नजर आए। रात में और मंगलवार को बारिश मैच के आयोजन खतरे में डाल सकती है। हालांकि, आयोजकों का कहना है कि अगर बारिश नहीं हुई तो मैच हर हाल में होगा। 

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