पांच बार की चैम्पियन मुम्बई इंडियंस पर अपयश के छींटे

लगातार आठ मुकाबले हारने वाली आईपीएल की पहली टीम
खेलपथ संवाद
मुम्बई।
क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि आईपीएल के 15वें संस्करण में पांच बार की चैम्पियन मुम्बई इंडियंस इतना पिद्दी प्रदर्शन करेगी और लगातार आठ मुकाबले हार जाएगी। लेकिन ऐसा हो चुका है। रोहित शर्मा की कप्तानी और मुम्बई इंडियंस पर अपयश के छींटे पड़ चुके हैं।
लखनऊ सुपर जायंट्स के हाथों 36 रनों से करारी शिकस्त मिलने के साथ ही किसी भी आईपीएल सीजन के पहले 8 मैच हारने वाली मुंबई इंडियंस पहली टीम बन गई है। 5 बार आईपीएल ट्रॉफी जीतने वाली मुम्बई इंडियंस के लिए यह सीजन किसी बुरे सपने की तरह रहा है। आईपीएल में किसी भी टीम ने कभी भी लगातार 8 मुकाबले नहीं गंवाए। इससे पहले 10 बार ऐसा हुआ था, जब एक टीम ने लगातार सात मैच हारे थे।
15.25 करोड़ में खरीदे गए ईशान किशन पिछली 5 पारियों में बुरी तरह फ्लॉप रहे हैं। ईशान का रोहित शर्मा के साथ टीम को ठोस शुरुआत न दे पाना मुंबई को भारी पड़ गया। सीजन की शुरुआत से लगातार मैच हारने की बात की जाए तो इस मामले में भी मुंबई टॉप कर गई। इससे पूर्व दिल्ली डेयरडेविल्स ने 2013 में पहले 6 मुकाबले गंवाए थे, जबकि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 2019 के सीजन में शुरुआती 6 मुकाबलों में शिकस्त मिली थी।
इस सीजन में अब तक दिल्ली, राजस्थान, कोलकाता, बेंगलूरु, पंजाब, चेन्नई और गुजरात के हाथों मुंबई को हार नसीब हुई है। लखनऊ के खिलाफ तो मुंबई ने दो मैच खेले और दोनों ही में उसे शर्मनाक शिकस्त झेलनी पड़ी। रविवार को मुंबई ने लखनऊ सुपरजाइंट्स के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला किया। गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन बल्लेबाजी ने फिर लुटिया डुबो दी।
पॉइंट्स टेबल की बात करें तो 8 मुकाबलों में 0 अंकों के साथ मुंबई सबसे नीचे बनी हुई है। अभी उसे 6 मैच और खेलने हैं। आईपीएल में इस सीजन में दो नई टीमों की एंट्री जरूर हुई है, लेकिन बीसीसीआई ने फॉर्मेट में बदलाव नहीं करते हुए प्रत्येक टीम के मैचों की संख्या 14 ही रखी है। ऐसा पिछले सीजन में भी था। यहां से मुंबई अगर अपने सभी मैच जीत भी जाती है तो उसके 12 अंक होंगे।
हर मैच जीतने के बाद टीम के खाते में 2 अंक आते हैं। यहां से सभी मैच जीतने के बाद भी मुम्बई 14 अंकों तक नहीं पहुंच पाएगी, जो प्लेऑफ में जाने के लिए जरूरी हैं। हालांकि 12 पॉइंट्स के साथ हैदराबाद ने 2019 में प्लेऑफ खेला है। मुंबई को 12 अंकों के साथ अगर वही चमत्कार दोहराना है तो अन्य टीमों को काफी बुरा प्रदर्शन करना होगा।
मुंबई इंडियंस की टीम ने हार्दिक पांड्या की जगह 8.25 करोड़ में टिम डेविड को अपनी टीम का हिस्सा बनाया था, पर डेविड को सिर्फ 3 मुकाबलों में खेलने का मौका दिया गया। हालांकि वह किसी भी सूरत में हार्दिक की भरपाई नहीं कर सकते थे। परिणाम यह हुआ कि उनके पास नंबर 7 पर बैटिंग करने के लिए जयदेव उनादकट मौजूद थे, जो उतने बेहतर बल्लेबाज नहीं हैं। एक अच्छे ऑलराउंड ऑप्शन की कमी के कारण मुंबई लगातार हार के हाहाकार से जूझ रही है। पोलार्ड को छोड़कर टॉप सिक्स बैटर्स में से कोई गेंदबाजी नहीं कर सकता। इसलिए मुंबई को मजबूरी में अपनी प्लेइंग इलेवन में 5 बॉलर लेने पड़ते हैं। खिलाड़ियों के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी मुंबई के खराब प्रदर्शन की बड़ी वजह रही है।
 

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