लड़कर जीता टेनिस का सरताज

टेनिस में राफेल नडाल की बादशाहत
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
पुरुष टेनिस की जब भी बात होती है तीन नाम ही लोगों की जुबां पर होते हैं। साल के पहले ग्रैंडस्लैम आस्ट्रेलियन ओपन के शुरू होने से पहले ही बिग थ्री के नाम से पहचाने जाने वाले नोवाक जोकोविक, रोजर फेडरर और राफेल नडाल 20 ग्रैंडस्लैम खिताब के साथ बराबरी पर थे और तीनों के बीच 21वां खिताब जीतकर सबसे आगे निकलने की होड़ थी। ऐसे में इस बार आस्ट्रेलियन ओपन के बेहद रोमांचक होने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन बिग थ्री के दो स्तम्भ जोकोविक और फेडरर अलग-अलग वजह से इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं बन सके।
ऐसे में सभी की नजरें स्पेन के नडाल पर थीं और रविवार को उन्होंने मेलबर्न के राड लावेर एरिना में खेले गए रोमांचक पुरुष सिंगल्स के फाइनल मुकाबले को जीतकर सभी को पीछे छोड़ दिया। छठी वरीय नडाल ने करियर का दूसरा आस्ट्रेलियन ओपन जीतकर रिकार्ड 21वां ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम किया। उन्होंने रूस के डेनिल मेदवेदेव को पांच सेटों तक चले रोमांचक मुकाबले में हराकर खिताब जीता।
साल 2005 में फ्रेंच ओपन के साथ जो सफर शुरू हुआ था अब वह 21 ग्रैंड स्लैम तक पहुंच चुका है। 21वां ग्रैंड स्लैम हासिल कर नडाल ने अपनी बादशाहत साबित कर इतिहास रचा। अब वह सबसे ज्यादा स्लैम जीतने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उनके नाम 2 आस्ट्रेलिया ओपन, 13 फ्रेंच ओपन, 2 विम्बलडन और 4 यूएस ओपन के खिताब हैं। कुल 21 स्लैम जीतकर वह रोजर फेडरर और नोवाक जोकोविक से आगे निकल गए हैं।
साल 2005 में नडाल को करियर का पहला ग्लैंड स्लैम लाल बजरी यानी फ्रेंच ओपन में ही मिला। इसके बाद उन्होंने अगले चार साल लगातार 2006, 2007 और 2008 में इसे अपने नाम किया। साल 2009 में वह इसे हासिल नहीं कर पाए लेकिन इसके बाद फिर 5 साल अपना डंका बजाया और 2010 से 2014 तक इसे अपने नाम किया। 2017 के बाद से अब तक उनका फ्रेंच ओपन में जलवा बरकरार है। 
आस्ट्रेलियन ओपन में नडाल ने दो सेट से पिछड़कर बेहतरीन तरीके से वापसी करते हुए मेदवेदेव को पांच घंटे 24 मिनट तक चले मुकाबले में 2-6, 6-7 (5), 6-4, 6-4, 7-5 से हराकर जीत दर्ज की। नडाल का यह प्रयास टेनिस में पिछड़ने के बाद वापसी करने वाले सबसे बेहतरीन प्रयासों में से एक कहा जा सकता है। नडाल 1965 में राय इमर्सन के बाद पहले दो सेट गंवाने के बावजूद आस्ट्रेलियन ओपन फाइनल जीतने वाले पहले खिलाड़ी हैं।
बिग थ्री की रेस में अब नडाल सबसे आगे निकल गए हैं। जोकोविक को कोरोना टीकाकरण नहीं कराने के कारण आस्ट्रेलियन ओपन शुरू होने से एक दिन पहले आस्ट्रेलिया से निर्वासित किया गया था, जबकि फेडरर चोट के कारण नहीं खेल सके। इन दोनों दिग्गजों की अनुपस्थिति में नडाल इस खिताब के प्रबल दावेदार थे। 35 वर्षीय नडाल का आस्ट्रेलियन ओपन में यह दूसरा खिताब है और उन्होंने पहली बार इसे 2009 में जीता था। नडाल की यह जीत इसलिए भी शानदार है क्योंकि वह पिछले साल ज्यादातर समय टेनिस कोर्ट से बाहर रहे थे। वह कोरोना से भी संक्रमित हुए थे। वापसी करने के बाद यह उनका पहला बड़ा टूर्नामेंट था, लेकिन उन्होंने न सिर्फ बेहतरीन तरीके से वापसी की, बल्कि इतिहास भी रच दिया।

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