खेलपथ संवाद नई दिल्ली। जुनून सफलता की गारंटी है! भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टॉर बल्लेबाज शैफाली वर्मा ने इसे सच साबित कर दिखाया है। क्रिकेट का इन्हें इतना जुनून था कि अकादमी में दाखिला लेने के लिए उन्होंने कई साल तक लड़कों के कपड़े पहने। लड़कों की कटिंग करवा कर क्रिकेट की ट्रेनिंग ली। लड़कों के साथ क्रिकेट खेली और उनकी गेंदों पर भी चौके-छक्के लगाए। शैफाली आईसीसी-टी-20 रैकिंग में नंबर एक महिला बल्लेबाज बनीं। उन्होंने 15 साल की.......
खेलपथ संवाद नई दिल्ली। सिरसा के ग्रामीण अंचल में जन्मी सविता पूनिया के हॉकी खेलने के जुनून ने उन्हें भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान तक पहुंचा दिया। उनकी गिनती सर्वश्रेष्ठ गोलकीपरोंं में होती है। हॉकी में ओलम्पिक खेल चुकीं सविता पूनिया का जन्म 11 जुलाई, 1990 को सिरसा के गांव जोधकां के डॉ. महेंद्र पूनिया के घर हुआ। स्कूली समय में 14 वर्ष की उम्र में वर्ष 2004 में शिक्षक केवल कंबोज ने उन्हें हॉकी थमाई। उसके बाद सविता अपने खेतों में अभ्यास करन.......
खेलपथ संवाद नई दिल्ली। बेटियां अबला नहीं सबला हैं। इसे खिलाड़ी बेटियों ने अपने जोश और जुनून से साबित किया है। आज खेलपथ ऐसी बेटियों की कर्मठता से अपने पाठकों को अवगत करा रहा है जिन्होंने मुसीबतों की परवाह किए बिना देश ही नहीं दुनिया में हिन्दुस्तान का गौरव बढ़ाया है। नेहा गोयल ने संघर्ष के मैदान में दागे जीत के गोल सोनीपत: टोक्यो ओलम्पिक में बतौर मिड फील्डर भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व करने वाली नेहा ग.......
भारतीय ओलम्पिक संघ में सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा मामले में कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय की भूमिका काफी अहम है। इन दोनों के बीच लम्बे समय से नूरा-कुश्ती चल रही है। खेलों के खजाने को स्वहित में खाली करने को लेकर बत्रा और पांडेय में एक-दूसरे के खिलाफ जमकर पत्र-व्यवहार हुए। असलम शेर खान ने हॉकी में गड़बड़झाले को लेकर जैसे ही बत्रा को कटघरे में खड़ा किया अब कोषाध्यक्ष पांडेय .......
ऐसी नीति हो जिससे प्रशिक्षक-शारीरिक शिक्षक भी लाभान्वित हों श्रीप्रकाश शुक्ला हरियाणा खेलों में देश के अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल है। हरियाणा की पदक लाओ, पद पाओ नीति ने खिलाड़ियों की उम्मीदों को पंख लगाए हैं लेकिन इस नीति से भी बेहतक किया जा सकता है। देश में खिलाड़ियों के प्रोत्साहन की ऐसी बेहतर और स्थायी नीति बनाए जाने की जरूरत है जिससे हर राज्य का खिलाड़ी लाभान्वित हो। हरियाणा खेलों को लेकर यदि बेहतर कर सकता है तो दूसरे राज्य क्य.......
भारत मैच जीतता या हारता घरों में पथराव जरूर होता खेलपथ संवाद जम्मू। कश्मीरी पंडितों को घाटी में तरह-तरह की यातनाएं सहनी पड़ीं। खेल भी इससे अछूता नहीं रहा। भारत पाकिस्तान से मैच जीतता या हारता कश्मीरी पंडितों के घर पत्थर जरूर बरसाए जाते। द कश्मीर फाइल्स पर वहां की हिन्दू आवाम कुछ इसी तरह के उद्गार व्यक्त करती है। कश्मीर घाटी में लम्बे समय से ही कश्मीरी पंडितों के लिए नफरत के बीज बोए जा रहे थे। इसकी शुरुआत वर्ष 1975 से पहले ही ह.......
बंद स्पोर्ट्स कॉलेज और आवासीय खेल छात्रावासों को खुलवाने की चुनौती मार्च 2020 में निकाले गए 377 अंशकालिक खेल प्रशिक्षकों की बहाली जरूरी श्रीप्रकाश शुक्ला लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल के लिए मंत्रिमंडल गठन के साथ मंत्रियों के विभागों का बंटवारा सोमवार 28 मार्च क.......
सिनर्जी संस्थान के प्रयासों से आदिवासी लड़कियों में लौटी खुशी रूबी सरकार हरदा। मध्य प्रदेश के हरदा जिले की जमीन उपजाऊ मानी जाती है और यहां की 70 फीसदी आबादी आदिवासी समुदाय से है। लेकिन आर्थिक व सामाजिक रूप से अब भी यह इलाका पिछड़ा हुआ है। पिछड़ेपन के बावजूद यहां की आदिवासी लड़कियां क्रिकेट में अपना कमाल दिखा रही हैं। जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर वनग्राम चंद्रखाल की आदिवासी लड़कियों का विगत दिनों आपस में क्रिकेट मैच हुआ, जिसे .......
श्रीप्रकाश शुक्ला विश्व खेल मंच पर इस समय यदि किसी भारतीय खिलाड़ी की तूती बोल रही है तो वह कोई और नहीं बल्कि युवा शटलर लक्ष्य सेन है। विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ ऑल इंग्लैंड के फाइनल में हार के बावजूद, अल्मोड़ा का युवा लक्ष्य सेन हर तरफ अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ रहा है। लक्ष्य जिस तरह अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ रहा है उससे हर भारतीय को उस पर गर्व है। उम्मीद है कि यह शटलर अपनी प्रतिभा और कौशल से एक दिन एशियाड, राष्ट्रमंडल तथा ओलम्पिक खेलों में भी हि.......
श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। देश का दिल मध्यप्रदेश तथा खेलों का दिल ग्वालियर को कहें तो अतिश्योक्ति न होगी। इस ऐतिहासिक शहर का खेल अतीत तो गौरवशाली रहा ही है वर्तमान भी कमोबेश ताली पीटने वाला ही कहा जा सकता है। शासकीय और निजी प्रयास खेलों में इस शहर को बहुत आगे ले जाते दिख रहे हैं। ग्वालियर की सबसे बड़ी विशेषता यहां की प्रबुद्ध खेलप्रेमी आवाम है, जिसकी करतल ध्वनि से यह शहर दिनोंदिन खेलों की दुनिया.......