जार्जियाई कोच शाको और बजरंग का छूटेगा पुराना साथ

उक्रेनी कोच से की जा रही बातचीत
राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के बाद होगा रवि के कोच पर फैसला
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
टोक्यो ओलंपिक के पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया और रवि कुमार दहिया को जल्द नए विदेशी कोच का साथ मिलने जा रहा है। इसके साथ ही बजरंग और उनके पुराने जार्जियाई कोच शाको बेनटिनिड्स का लंबा साथ छूटने जा रहा है। भारतीय कुश्ती संघ चाहता था कि बजरंग शाको के स्थान पर नए कोच की तलाश करें। जिस पर बजरंग ने हामी भर दी है। कुश्ती संघ ने एक नामी उक्रेनी कोच से बात आगे भी बढ़ाई है, लेकिन इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है।
रवि को ओलंपिक से पहले रूसी कोच कमाल मालिकोव कोचिंग दे रहे थे। वहीं टोक्यो में कांस्य पदक से चूकने वाले दीपक पूनिया को मुराद गाईदोरोव कोचिंग दे रहे थे। लेकिन टोक्यो में मुराद के एक रेफरी से भिडने के चलते विवाद खड़ा हो गया था। 
मुराद के चलते कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी। इसके बाद ही यह फैसला ले लिया गया था कि मुराद को आगे अनुबंधित नहीं किया जाएगा। लेकिन सूत्र बताते हैं कि कुश्ती संघ रवि के लिए भी नया विदेशी कोच चाहता है। राष्ट्रीय चैंपियनशिप के बाद रवि के नए विदेशी कोच पर भी फैसला हो जाएगा।
रियो ओलंपिक के बाद से शाको बजरंग को कोचिंग देते आ रहे हैं, लेकिन कुश्ती संघ ने उनकी कोचिंग से प्रभावित नहीं हुआ। संघ की ओर कई बार यह कहा गया कि शाको ने बजरंग के पैरों के रक्षण पर कोई खास काम नहीं कराया। बजरंग को कुश्ती संघ ने शाको से अलग होने की भी सलाह दी, लेकिन उन्होंने टोक्यो ओलंपिक तक शाको के ही साथ काम करने का फैसला लिया। लेकिन अब स्थितियां बदल गई हैं। 
बजरंग अब शाको के स्थान पर नए विदेशी कोच के साथ तैयारियां करने को तैयार हो गए हैं। कुश्ती संघ ने एक उक्रे नी कोच से बात आगे बढ़ाई है। अनुबंध को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने बजरंग को इस कोच बातचीत की जिम्मेदारी दी है। बजरंग की हरी झंडी मिलते ही इस कोच से उनका करार कर दिया जाएगा।

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