पत्नी ने गहने बेच सिंहराज को बनाया शूटर

टोक्यो में कांस्य पदक जीतकर रचा इतिहास
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
टोक्यो पैरालम्पिक में भारत के सिंहराज अडाना ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा एसएच-1 के फाइनल में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने यह पदक 216.8 अंकों के साथ अपनी झोली में डाला। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद हर कोई तारीफ कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें कांस्य पदक जीतने पर बधाई दी। हरियाणा के बहादुरगढ़ से ताल्लुक रखने वाले शूटर सिंहराज का सफर टोक्यो पैरालम्पिक तक आसान नहीं रहा। अपने इस सफर के दौरान उन्हें कई झंझावातों से पार पाना पड़ा। 
दिव्यांगता उन्हें कभी निशानेबाज बनने से नहीं रोक पाई। आर्थिक तंगी के चलते उन्हें अपनी ट्रेनिंग लगातार जारी रखने और परिवार की मदद करने के लिए काफी मुश्किलों का सामना किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इंटरव्यू में उन्होंने कहा था उनके निशानेबाज बनने के स्वप्न को पूरा करने के लिए उनकी पत्नी को अपनी ज्वैलरी तक बेचनी पड़ी थी। साक्षात्कार के दौरान उन्होंने पीएम से कहा था, शूटिंग बहुत ही खर्चीला खेल है और मेरे लिए यह आसान नहीं था। मेरे शूटिंग के सपने को पूरा करने करने के लिए मेरी पत्नी ने अपने जेवरात बेच दिए थे। 
पैरा एथलीट सिंहराज ने मार्च 2021 में संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित पैरा शूटिंग वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच-1 स्पर्धा के फाइनल में उज्बेकिस्तान के सर्वर इब्रागिमोव को 2.8 अंकों से हराकर गोल्ड मेडल जीता था।   
इसके बाद सिंहराज का कारवां आगे बढ़ा और आज टोक्यो ओलम्पिक में पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन कर दिया। मुकाबले की बात की जाए तो अडाना शीर्ष तीन में जगह बनाने के लिेए शुरुआत से ही प्रयास कर रहे थे। इस दौरान उनका 19 शॉट्स सही नहीं लगा जिसके चलते वह पिछड़ गए। लेकिन 20वां प्रयास उनका अच्छा रहा और चीन के झियालोंग लोउ 8.6 अंक ही ले पाए। हालांकि फाइनल में चीन का दबदबा देखने को मिला। मौजूदा चैम्पियन चाओ यांग ने 237.9 अंकों के साथ गोल्ड मेडल जीता। जबकि, हुआंग झिंग ने 237.5 के स्कोर के साथ रजत पदक पर कब्जा किया। 

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