स्वदेश लौटने पर युवा तीरंदाजों को खेल मंत्री ने दी बधाई

पोलैंड में 15 पदक जीतकर लहराया तिरंगा
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
विश्व तीरंदाजी यूथ चैम्पियनशिप में भारतीय तीरंदाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए आठ गोल्ड सहित 15 पदक जीते। स्वदेश लौटने पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इन खिलाड़ियों से मुलाकात कर बधाई दी। उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत जमीनी स्तर की प्रतिभाओं को विकसित करने और उनका पोषण करने के लिए खेलो इंडिया जैसी योजनाओं को विकसित किया गया है। 
चैम्पियनशिप में इस तरह का परिणाम इसी पहल का नतीजा है।' खेल मंत्री ने आगे कहा, 'यह देखकर बहुत अच्छा लगता है कि देश भर में हमारे कई युवा सभी खेलों में ख्याति प्राप्त कर रहे हैं। आगे जाकर यह हमें बड़ी उम्मीदें देता है। उन्होंने कहा, 'मैं सभी युवा तीरंदाजों को बधाई देता हूं और आगे की प्रतियोगिताओं के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। जैसे ही वे सीनियर टीम में जाते हैं, उन्हें उच्च स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए हरसंभव सपोर्ट मिलेगा।'
15 पदक जीतने पर प्रधानमंत्री ने भी भारतीय युवा तीरंदाजों की तारीफ की थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, 'व्रोक्लॉ में चल रही विश्व युवा तीरंदाजी चैम्पियनशिप में भारतीय दल ने आठ स्वर्ण समेत 15 पदक जीतकर हमें गौरवान्वित किया है। टीम को बधाई और भविष्य के लिए शुभकामना। उम्मीद है कि इससे युवाओं को तीरंदाजी में भाग लेने और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी।'
भारतीय खिलाड़ियों ने रविवार को रिकर्व राउंड में भी जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए पांच स्वर्ण और तीन कांस्य पदक अपने नाम किए। महिलाओं की अंडर-18 रिकर्व स्पर्धा की पिछले साल की विजेता कोमालिका बारी ने अंडर-21 का खिताब भी अपने नाम किया। कोमालिका के अलावा भारत ने अंडर-21 रिकर्व टीम इवेंट में भी गोल्ड जीता। इसके साथ ही मिश्रित स्पर्धा का स्वर्ण भी अपने नाम किया। बिशाल चांगमई ने अंडर-18 पुरुष रिकर्व तो मंजिरी मनोज ने महिलाओं की स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया। 
भारतीय टीम अंडर-18 मिश्रित और टीम स्पर्धा दोनों में चैम्पियन रही। वहीं रिकर्व कैडेट महिला स्पर्धा में भारत को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। कुल मिलाकर भारत ने 9-15 अगस्त तक आयोजित युवा विश्व तीरंदाजी चैम्पियनशिप में 15 मेडल जीते। इसमें आठ स्वर्ण, दो रजत और पांच कांस्य भारत की झोली में आए। यही नहीं इस बार के चैम्पियनशिप के क्वालीफाइंग राउंड में भारतीय खिलाड़ियों ने दो स्पर्धाओं में विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। 

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