फीफा ने फुटबॉल मैच से ज्यादा कमाई ई-गेमिंग से की

1930 करोड़ में से 60% वीडियो गेमिंग से आए
कोविड के बावजूद एज्यूकेशन और डेवलपमेंट पर 3400 करोड़ रुपए खर्च किए
पेरिस।
फुटबॉल की गवर्निंग बॉडी फीफा ने 2020 की अपनी फाइनेंशियल रिपोर्ट जारी की है। कोरोना से प्रभावित रहे साल में फीफा ने कुल 1930 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया, जिसमें 1150 करोड़ की कमाई गेमिंग की लाइसेंसिंग राइट्स से हुई है। फीफा के इतिहास में यह पहला मौका है, जब पारंपरिक खेल से ज्यादा कमाई वीडियो गेमिंग से हुई। 
गवर्निंग बॉडी ने बताया- लाइसेंसिंग राइट्स में रेवेन्यू का एक प्रमुख स्रोत वीडियो गेम के लिए ब्रांड लाइसेंसिंग था। कोविड-19 की वजह से कई क्षेत्रों ने आर्थिक मंदी देखी। लेकिन वीडियो गेम इंडस्ट्री पर इसका असर नहीं हुआ है। पिछले साल कोरोना की वजह से ओलिंपिक नहीं हुआ। उसमें फुटबॉल का इवेंट होता है। दिसंबर में होने वाला क्लब वर्ल्ड कप का आयोजन पिछले महीने करना पड़ा था। इसके बावजूद फीफा के रेवेन्यू में करीब 5631 करोड़ का नुकसान हुआ है। जो अनुमानित नुकसान 5747 करोड़ से 116 करोड़ कम है।
फीफा ने कहा, "फीफा ने ई-क्लब विश्व कप के अलावा, फीफा ई-चैलेंजर्स सीरीज, फीफा ई-नेशन्स, स्टे एंड प्ले फ्रेंडलिज, ई-कॉन्टिनेनटल का सफल आयोजन किया। इसके साथ ही 2020 में फीफा-ई नामक नए टूर्नामेंट की भी शुरुआत हुई।’ फीफा अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो ने कहा कि इससे फीफा और अन्य इंटरनेशनल फेडरेशन को पता चलता है कि कैसे युवाओं को खेल के साथ जोड़ने के लिए वर्चुअल फॉर्म पर भी ध्यान देने की जरूरत है।

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