स्कीट शूटर मेराज को तैयारियों के लिए चाहिए ओलम्पिक चैम्पियन कोच का साथ
ओलम्पिक की तैयारियों पर पेच फंसा
नई दिल्ली। टोक्यो का टिकट हासिल कर चुके उत्तर प्रदेश के स्कीट शूटर मेराज अहमद खान और पंजाब के अंगदवीर सिंह बाजवा की ओलम्पिक की तैयारियों पर पेच फंस गया है। 45 साल के मेराज उन्हें ओलंपिक कोटा दिलाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले अटलांटा ओलंपिक चैंपियन कोच एनियो फॉल्को का साथ हर हाल में चाहते हैं जो भारत के साथ करार छोड़ कतर का हाथ थाम चुके हैं। वह विश्व कप के लिए चयनित होने वाली स्कीट शूटिंग टीम में अपना दखल चाहते थे। उनकी यह मंशा पूरी नहीं हुई जिसके चलते उन्होंने करार छोड़ दिया। वह शुक्रवार से शुरू हो रहे दिल्ली विश्व कप में कतर के पीछे खड़े नजर आएंगे।
फॉल्को निजी तौर पर मेराज को ओलंपिक तक तैयारियां कराने को तैयार हैं, लेकिन मेराज को इटली में तैयारियों की इजाजत नहीं मिली है। सूत्र बताते हैं कि रियो ओलंपिक में खेलने वाले स्कीट के पहले शूटर मेराज ने एनआरएआई को साफ किया है कि इस उम्र में उन्हें ओलम्पिक कोटा दिलाने में फॉल्को का हाथ है। अगर उन्हें उनके साथ तैयारियों का मौका नहीं मिला तो उनकी ओलंपिक की तैयारियां प्रभावित होंगी, उन्होंने अप्रैल से जुलाई तक उनके साथ इटली में तैयारियों का कार्यक्रम टॉप्स को दिया था। लेकिन एनआरएआई ने इसे मंजूरी नहीं दी। फेडरेशन ने उनसे यह प्रस्ताव फिर से मांगा है। इसे वापस टॉप्स को भेजा जाएगा।
राइफल-पिस्टल शूटरों के लिए कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में 18 से 28 मार्च तक होने वाला शूटिंग विश्व कप टोक्यो ओलंपिक से पहले अंतिम टूर्नामेंट होगा। कोरोना के चलते रद्द हुए चांगवान विश्व कप के चलते ऐसा हुआ है। हालांकि शॉटगन शूटरों का विश्व कप आयोजित होगा। एनआरएआई के अध्यक्ष रणइंदर सिंह ने कहा कि शूटरों की तैयारियां प्रभावित न हो इसके लिए उन्होंने क्रिकेट की तर्ज पर द्विपक्षीय सीरीज आयोजित कराने का फैसला लिया है। छह से सात देशों के साथ राइफल-पिस्टल शूटरों की भारतीय टीम आपस में टकराएंगी। उन्होंने कहा कि इस विश्व कप के बाद फॉर्म के आधार पर ओलंपिक टीम का चयन किया जाएगा। यहां 16वां कोटा मिलने की उम्मीद है।