रोनाल्डो की गलती पड़ी भारी

15 वर्षों में पहला मौका जब जुवेंटस क्वार्टर फाइनल में नहीं पहुंची
नई दिल्ली।
चैम्पियंस लीग फुटबॉल इतिहास के सबसे सफल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो (134 गोल) की एक गलती उनकी टीम जुवेंटस को महंगी पड़ी। नतीजा टीम अंतिम-16 के दूसरे चरण में पोर्टो से हारकर बाहर हो गई। यह पिछले 15 वर्षों में पहला मौका है जब रोनाल्डो की टीम लगातार दूसरे साल क्वार्टर फाइनल में नहीं पहुंचीं।

दोनों ही बार उसे अवे गोल (विरोधी टीम के मैदान पर हुए गोल) के आधार पर ही हार मिली। घर में पहले चरण में 1-2 से हार खाने वाली जुवेंटस दूसरे चरण में निर्धारित समय तक 2-1 से आगे थी। अतिरिक्त समय तक खिंचे मैच में पोर्टो को 115वें मिनट में फ्री किक मिली।
सर्जियो ओलिविएरा ने शॉट मारा और रोनाल्डो पीछे की ओर मुड़ते हुए उछले, लेकिन गेंद उनके पैरों के नीचे से निकल गई। गोलकीपर सेंसी उसे रोक नहीं पाए और स्कोर 2-2 से बराबर हो गया। हालांकि इसके दो मिनट बाद एड्रियन रैबिट (117वें मिनट) ने गोल कर जुवेंटस को 3-2 से जीत तो दिला दी लेकिन अवे गोल से टीम मात खा गई। वो भी तब जब पोर्टो की टीम ने दूसरे चरण का अधिकांश मुकाबला 10 खिलाड़ियों के साथ खेला क्योंकि मेहदी तारेमी को लाल कार्ड दिखाकर बाहर किया गया। स्कोर 4-4 से बराबर रहा।
हैलेंड के दम पर बोरूसिया क्वार्टर फाइनल में
अर्ल हैलेंड (35वें, 54वें मिनट) ने सेविला के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ के दौरान दो गोल दागकर बोरूसिया डोर्टमंड को 2017 के बाद पहली बार चैंपियंस लीग के क्वार्टर फाइनल में पहुंचा दिया। डोर्टमंड ने दो चरण के मुकाबले में कुल 5-4 के स्कोर से अंतिम आठ में जगह बनाई। डोर्टमंड ने सेविले में पहले दौर का मुकाबला 3-2 से जीता था और उस मैच में भी हैलेंड ने दो गोल दागे थे। नॉर्वे के युवा खिलाड़ी हैलेंड डोर्टमंड की ओर से मौजूदा सत्र में 10 गोल दाग चुके हैं। सेविला की ओर से दोनों गोल यूसेफ एन-नेसरी (68वें, 90+6 वें मिनट) ने दागे।

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