सचिन बड़ी पारियां खेलने में कमजोर थेः कपिल देव

तेज और स्पिन गेंदबाजों के हर ओवर में बाउंड्री लगाने में थे माहिर
सचिन को टेस्ट में पांच तिहरे शतक बनाने चाहिए थे 
नई दिल्ली।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने सचिन तेंदुलकर के टेस्ट में ज्यादा दोहरे शतक न लगा पाने पर सवाल उठाए हैं। कपिल ने कहा कि सचिन शतक बनाना तो जानते थे, लेकिन वह उसे दोहरे और तिहरे शतक में बदलने की कला में बहुत माहिर नहीं थे। उन्होंने मौजूदा महिला क्रिकेट टीम के हेड कोच डब्ल्यू वी रमन से इंटरव्यू में यह बातें कहीं।
सचिन ने वीरेंद्र सहवाग, जावेद मियांदाद, रिकी पोंटिंग, युनूस खान और मर्वन अट्टापट्टू की तरह टेस्ट में 6 दोहरे शतक लगाए हैं। लेकिन फिर भी वे टेस्ट में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में 12 वें नंबर पर हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने सबसे ज्यादा 200 टेस्ट खेलकर इतने दोहरे शतक लगाए हैं। इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डॉन ब्रैडमेन 12 दोहरे शतक के साथ पहले नंबर पर हैं। कपिल ने पूर्व भारतीय कप्तान की बल्लेबाजी के इसी पहलू को उठाया है।
कपिल ने कहा कि सचिन तेज और स्पिन दोनों गेंदबाजों को हर ओवर में एक बाउंड्री लगाने की काबिलियत रखते हैं। ऐसे में उन्हें टेस्ट में कम से कम 5 तिहरे और 10 दोहरे शतक और बनाने थे। लेकिन वे टेस्ट में एक भी ट्रिपल सेंचुरी नहीं लगा पाए।
कपिल ने सचिन के टेस्ट में कम संख्या में दोहरे शतक लगाने के लिए उनके शुरुआती क्रिकेट करियर को जिम्मेदार ठहराया। कपिल ने कहा कि सचिन मुंबई से हैं। इसलिए उनकी मानसिकता थी कि जब आप शतक बनाते हैं, तो फिर से नई शुरुआत करते हैं। लेकिन मुझे यह तरीका पसंद नहीं। मैंने कहा था कि आप शानदार बल्लेबाज हैं, आपसे गेंदबाजों को डरना चाहिए। लेकिन शतक बनाने के बाद वे तेजी से खेलने की बजाय सिंगल्स लेते थे।
सचिन ने टेस्ट में सबसे ज्यादा 51 शतक लगाए हैं। उन्हें पहला दोहरा शतक लगाने में 10 साल का वक्त लगा। उन्होंने 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में पहली बार डबल सेंचुरी बनाई थी। तेंदुलकर के 51 शतकों में से सिर्फ 20 ही ऐसे हैं, जिसमें उन्होंने 150 से ज्यादा रन बनाए। हालांकि, वे वनडे में जरूर दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज हैं।
उन्होंने 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। सचिन ने 2013 में संन्यास लिया था। उन्होंने 200 टेस्ट में 54.04 की औसत से 15921 रन बनाए, जबकि 463 वनडे में उन्होंने 44.83 की औसत से 18426 रन बनाए। भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा 7 दोहरे शतक मौजूदा कप्तान विराट कोहली ने लगाए हैं। वहीं, अब तक दो भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (2) और करुण नायर (1) ने तिहरे शतक लगाए हैं।

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