पेंटिंग और खाना बनाना सीख रही हैं पी.वी. सिंधु

ओलम्पिक चैम्पियन ली झूरेई को हराने से बढ़ा हौसला
खेलपथ प्रतिनिधि
हैदराबाद।
विश्व चैम्पियन पी.वी. सिंधु ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शुरुआती असफलता निराशाजनक थी लेकिन 2012 में चाइना ओपन में तत्कालीन ओलम्पिक चैम्पियन ली झूरेई को हराने से उनका सीनियर वर्ग में सफलता हासिल करने का भरोसा बढ़ा। सिंधु ने तब चाइना मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल में लंदन ओलम्पिक की स्वर्ण पदक विजेता झूरेई को हराकर बैडमिंटन जगत में अपने नाम से लोगों को परिचित कराया था। सिंधु ने कहा कि मैं असफलताओं से लगातार सीखती हूं। पी.वी. सिंधु इन दिनों घर पर ही अभ्यास कर रही हैं तथा पेंटिंग और खाना बनाना सीख रही हैं।  
ओलम्पिक चैम्पियन को हराने के एक साल बाद सिंधु ने प्रतिष्ठित विश्व चैम्पियनशिप में अपना पहला कांस्य पदक जीता। विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने कुल पांच पदक जीते हैं जिनमें दो कांस्य, दो रजत और एक स्वर्ण पदक शामिल है। इसके अलावा उन्होंने चार साल पहले रियो डि जनेरियो में ओलम्पिक रजत पदक हासिल किया था। 
सिंधु ने कहा, 'जब मैंने खेलना शुरू किया तो मैं अच्छा प्रदर्शन कर रही थी लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर उस तरह का नहीं था। मैं पहले दौर, क्वालीफाइंग दौर में हार जाती। मुझे अहसास हुआ कि मुझे बेहतर खेल दिखाना होगा और तब मैंने कड़ी मेहनत शुरू की।'
उन्होंने कहा, 'मुझे हार पर दुःख होता और मैं सोचती थी कि मैं क्या गलतियां कर रही हूं। मैं अन्य की तरह कड़ी मेहनत कर रही थी।' सिंधु ने कहा, 'मेरे करियर का टर्निंग प्वाइंट वह था जब 2012 में मैंने ली झूरेई को हराया। उस समय वह ओलम्पिक चैम्पियन थी। इसके बाद मैंने अतिरिक्त मेहनत की। मैंने कदम दर कदम, साल दर साल सुधार किया।'
ओलम्पिक 2004 के स्वर्ण पदक विजेता तौफीक हिदायत के बैकहैंड और दो बार के ओलम्पिक चैम्पियन लिन डैन की खेल शैली की प्रशंसक सिंधु ने याद किया किस तरह से उनके रियो से हैदराबाद पहुंचने पर एक प्रशंसक ने अपने महीने का वेतन उन्हें सौंप दिया था। विश्व में सातवें नम्बर की खिलाड़ी ने कहा, 'यह दिल छूने वाली घटना थी और मुझे आज भी यह अच्छी तरह से याद है। मैंने उन्हें पत्र लिखा और कुछ पैसा भी भेजा।' कोविड-19 महामारी के दौरान सिंधु घर पर ही अभ्यास कर रही हैं। इसके अलावा वह कुछ नयी चीजें भी सीख रही हैं। उन्होंने कहा, 'मैं कुछ चीजें सीख रही हूं जैसे पेंटिंग। मैं खाना भी बना रही हूं। यह वास्तव में दिलचस्प है क्योंकि पहले सिर्फ बैडमिंटन होता था लेकिन अब आप अलग चीजें सीख रहे हो जोकि रचनात्मक हैं।'

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