ओलम्पिक में जीत के लिए मानसिक मजबूती की बड़ी भूमिका: ग्राहम रीड

नई दिल्ली। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड का कहना है कि ओलम्पिक में जीत के लिए अन्य तैयारियों के साथ-साथ मानसिक मजबूती की भी बड़ी भूमिका होगी। भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम अगले वर्ष 24 जुलाई से टोक्यो ओलम्पिक में अपना अभियान शुरू करेंगी। पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच एवं 1992 के बार्सिलोना ओलम्पिक के रजत पदक विजेता ग्राहम रीड ने कहा, “ओलम्पिक दुनिया की सबसे कठिन प्रतियोगिता है इसलिए खिलाड़ियों को मानसिक रूप से तैयार रहना होगा।

एक खिलाड़ी के रूप में सबसे बड़ी चुनौती ध्यान को केंद्रित करना है। ओलम्पिक का पहला मैच कई तरह की भावनाओं के साथ आता है। जो खिलाड़ी इन भावनाओं पर नियंत्रण कर खेल पर ध्यान केंद्रित रख सकता है वही आगे जा सकता है।” महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच शुअर्ड मरिने ने कहा, “हम चुनौतीपूर्ण समय में जी रहे हैं जहां हमें हर कदम पर एक दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। वर्तमान में हम नेशनल कैम्प में लौटने और प्रशिक्षण शुरू करने का इंतजार कर रहे हैं। जब एक बार हमें यह पता चल जाएगा कि हम ओलंपिक के लिए कब से अपनी तैयारियां फिर शुरू कर सकते हैं तब हम आगे की योजना बनाने में सक्षम होंगे।”
विश्व की चौथे नम्बर की पुरुष टीम भारत का टोक्यो ओलम्पिक में पहला मुकाबला 24 जुलाई को विश्व की आठवें नंबर की टीम न्यूजीलैंड से होगा। भारत की पुरुष टीम को पूल ए में दूसरे नंबर की टीम ऑस्ट्रेलिया, ओलंपिक चैंपियन अजेर्ंटीना, नौंवें नंबर की टीम स्पेन, आठवें नंबर की टीम न्यूजीलैंड और एशियाई खेलों के चैंपियन तथा मेजबान जापान के साथ रखा गया है। पूल बी में बेल्जियम, हॉलैंड, जर्मनी, ब्रिटेन, कनाडा और दक्षिण अफ्रीका को रखा गया है। 
भारत का अगला मुकाबला 25 जुलाई को ऑस्ट्रेलिया से, 27 जुलाई को स्पेन से, 29 जुलाई को अजेर्ंटीना से और 3० जुलाई को जापान से होगा। क्वॉर्टरफाइनल एक अगस्त और सेमीफाइनल तीन अगस्त को होंगे जबकि कांस्य और स्वर्ण पदक मैच पांच अगस्त को होंगे। भारतीय महिला टीम ओलंपिक में अपने अभियान की शुरुआत 24 जुलाई को हॉलैंड के खिलाफ मुकाबले से करेगी। भारतीय टीम को पूल ए हॉलैंड, जर्मनी, ब्रिटेन आयरलैंड और दक्षिण अफ्रीका के साथ रखा गया है जबकि पूल बी  में ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, न्यूजीलैंड, स्पेन, चीन और मेजबान जापान हैं। भारतीय टीम 26 जुलाई को जर्मनी से, 28 जुलाई को ब्रिटेन से, 30 जुलाई को आयरलैंड से और 31 अगस्त को दक्षिण अफ्रीका से खेलेगी। क्वार्टरफाइनल दो अगस्त को, सेमीफाइनल चार अगस्त को और कांस्य तथा स्वर्ण पदक मैच छह अगस्त को होंगे। ग्राहम रीड ने कहा, “ओलंपिक में मानसिक मजबूती एक मुख्य कारक होगा और भारतीय खिलाड़ियों के पास कठिन परिस्थितियों से निपटने की जन्मजात क्षमता होती है। मेरा उद्देश्य खिलाड़ी को उनकी मानसिक मजबूती को लेकर समझ विकसित करना है।”

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