उनादकट ने तोड़ा 21 साल पुराना रिकार्ड, सौराष्ट्र रणजी फाइनल में
राजकोट। सौराष्ट्र ने बुधवार को यहां सेमीफाइनल के 5वें दिन गुजरात पर 92 रन की जीत से लगातार दूसरी बार रणजी ट्राफी फाइनल में प्रवेश किया। सौराष्ट्र के कप्तान और मुख्य तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 56 रन देकर 7 विकेट चटकाये जिससे गुजरात की टीम पांचवें दिन अंतिम सत्र में 234 रन पर सिमट गयी। जयदेव ने रणजी ट्राफी के एक सीज़न में सबसे अधिक विकेट चटकाने का रिकार्ड तोड़ा। उन्होंने इस सीज़न में अब तक 65 विकेट लिये। अभी फाइनल बाकी है। गुजरात को जीत के लिये 327 रन का लक्ष्य मिला था और उसने पांचवें दिन एक विकेट पर 7 रन से शुरूआत की। उन्होंने 63 रन पर 5 विकेट गंवा दिये थे लेकिन कप्तान पार्थिव पटेल (93) और चिराग गांधी (96) ने 158 रन की साझेदारी निभाकर मुश्किल जीत की उम्मीद जगायी। हालांकि उनादकट ने क्रीज पर जमे दोनों बल्लेबाजों के विकेट झटककर अपनी टीम को यादगार जीत दिलायी। सौराष्ट्र 9 मार्च से शुरू होने वाले फाइनल में बंगाल की मेजबानी करेगा। सौराष्ट्र की टीम पिछले साल फाइनल में विदर्भ से हार गयी थी। 7 रन पर एक विकेट से आगे खेलते हुए मेजबानों ने अपना दूसरा विकेट इसी स्कोर पर गंवा दिया।
उनादकट ने समित गोहेल (5) को दूसरी स्लिप में कैच आउट कराया। उनादकट ने अपना तीसरा शिकार ध्रुव रावल (1) के रूप में रिटर्न कैच लेकर किया। गुजरात की टीम 18 रन पर तीन विकेट गंवाकर मुश्किल में थी। जब ऐसा लग रहा था कि भार्गव मेराई (14) और कप्तान पार्थिव गुजरात को संभाल लेंगे तभी प्रेरक मांकड़ ने मेराई को आउट कर दिया। रूजुल भट्ट (1) के सस्ते में निपटने से जल्द ही स्कोर 5 विकेट पर 63 रन हो गया। पार्थिव ने एक छोर थामे रखा और फिर उन्हें चिराग के रूप में अच्छा जोड़ीदार मिला जिससे टीम ने लंच तक पांच विकेट पर 105 रन बना लिये। पार्थिव और चिराग दूसरे सत्र में मजबूत दिख रहे थे जिन्होंने कई बाउंड्री जमाकर स्कोरबोर्ड चलायमान रखा। गुजरात ने चाय तक पांच विकेट पर 206 रन बना लिये थे जिससे अंतिम सत्र में उसे जीत के लिये 121 रन की जरूरत थी। तभी उनादकट ने पार्थिव और नये बल्लेबाज अक्षर पटेल (शून्य) को एक ही ओवर में आउट कर पासा पलट दिया। इस तरह उनादकट 20वीं बार पांच विकेट हासिल किये। इसके बाद सौराष्ट्र ने पुछ्ल्ले बल्लेबाजों को समेटा और उनादकट ने अंतिम विकेट भी अपनी झोली में डाला।