केएल राहुल ने अर्धशतक लगाकर भारत को संभाला

जसप्रीत बुमराह के 'पंजे' ने इंग्लैंड को विशाल स्कोर बनाने से रोका
ड्यूक बॉल को लेकर फिर हंगामा, अम्पायर से भिड़े गिल
खेलपथ संवाद
लंदन। जसप्रीत बुमराह की शानदार गेंदबाजी ने जहां इंग्लैंड को पहली पारी में विशाल स्कोर बनाने से रोका, वहीं सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने अर्धशतक लगाकर भारतीय पारी को संभाले रखा। इंग्लैंड ने पहली पारी में 387 रन बनाए थे। भारत ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक पहली पारी में तीन विकेट पर 145 रन बनाए हैं और वह अभी इंग्लैंड से 242 रन पीछे चल रही है।
स्टंप्स के समय केएल राहुल 53 रन और ऋषभ पंत 19 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं। इंग्लैंड की ओर से क्रिस वोक्स, जोफ्रा आर्चर और बेन स्टोक्स को एक-एक विकेट मिला है। इंग्लैंड को ऑलआउट करने के बाद भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने यशस्वी जायसवाल का विकेट जल्द गंवाया जो आठ गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 13 रन बनाकर आउट हुए। यशस्वी आक्रामक बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन जोफ्रा आर्चर की गेंद पर हैरी ब्रूक को कैच थमा बैठे। इसके बाद केएल राहुल ने करुण नायर के साथ मिलकर पारी को संभाला और दोनों बल्लेबाजों के बीच दूसरे विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी हुई। इसे बेन स्टोक्स ने करुण को आउट कर तोड़ा। करुण अच्छी लय में दिख रहे थे, लेकिन 62 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 40 रन बनाकर आउट हो गए।
इंग्लैंड को शुभमन गिल के रूप में तीसरी सफलता मिली। क्रिस वोक्स ने शुभमन गिल को आउट कर भारत को तीसरा झटका दिया। पिछले टेस्ट में दोहरा शतक और शतक लगाने वाले कप्तान गिल तीसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके और 16 रन बनाकर आउट हुए। भारत के लिए राहत की बात यह रही कि विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत बल्लेबाजी के लिए उतरे। पंत पहले दिन विकेटकीपिंग करते वक्त चोटिल हो गए थे और मैदान से बाहर चले गए थे। उन्होंने दूसरे दिन भी विकेटकीपिंग नहीं की थी और उनकी जगह ध्रुव जुरेल ने ही विकेट के पीछे जिम्मा संभाला था। हालांकि, बल्लेबाजी के लिए पंत उतरे जिससे उनकी चोट को लेकर चल रही चर्चाओं पर विराम लगा।
इससे पहले, इंग्लैंड के लिए अनुभवी बल्लेबाज जो रूट ने शतकीय और जैमी स्मिथ और ब्रायडन कार्स ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड ने दूसरे दिन चार विकेट पर 251 रन से आगे खेलना शुरू किया। जो रूट 99 और बेन स्टोक्स ने 39 रन से आगे पारी बढ़ाई। रूट ने दिन के खेल की पहली ही गेंद पर चौका लगाकर अपने टेस्ट करियर का 37वां शतक पूरा किया। रूट का लॉर्ड्स मैदान पर यह लगातार तीसरा शतक है। वह तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने लॉर्ड्स में लगातार तीन शतक लगाए हैं। रूट के टेस्ट करियर का यह 37वां सैकड़ा है और वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक टेस्ट शतक लगाने वाले दुनिया के पांचवें बल्लेबाज बन गए। रूट शतक लगाने के बाद ज्यादा देर टिक नहीं सके और जसप्रीत बुमराह ने बोल्ड कर उनकी पारी का अंत किया। रूट 199 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से 104 रन बनाकर आउट हुए।
दूसरे दिन इंग्लैंड की शुरुआत खराब हुई। बुमराह ने पहले सत्र में तीन विकेट झटके। उन्होंने बेन स्टोक्स (44), जो रूट (104) और क्रिस वोक्स (0) को पवेलियन की राह दिखाई। इसके बाद मोर्चा जेमी स्मिथ और ब्रायडन कार्स ने संभाला। दोनों के बीच आठवें विकेट के लिए 80 से ज्यादा रनों की साझेदारी हुई जिसे मोहम्मद सिराज ने तोड़ा। उन्होंने जेमी स्मिथ को अपना शिकार बनाया, जो 56 गेंदों में 51 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद बुमराह ने जोफ्रा आर्चर के रूप में इंग्लैंड को नौवां झटका दिया। वह सिर्फ चार रन बना पाए। बुमराह ने इस तरह पारी में पांच विकेट लिए। बुमराह भारत के 15वें गेंदबाज हैं जिन्होंने लॉर्ड्स में पांच या इससे अधिक विकेट लिए हैं। वहीं, बुमराह विदेशी धरती पर सर्वाधिक बार फाइव-फर लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए।
बुमराह विदेशी धरती पर शानदार प्रदर्शन करते रहे हैं और उन्होंने इंग्लैंड दौरे पर भी यह जारी रखा है। बुमराह ने लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में फाइव-फर लिया था और अब तीसरे टेस्ट में भी वह ऐसा करने में सफल रहे। बुमराह विदेश में सबसे ज्यादा बार पांच या इससे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में कपिल देव को पीछे छोड़ दिया है। बुमराह ने 13वीं बार विदेश में टेस्ट मैच में फाइव-फर लिया है, जबकि कपिल ने 12 बार ऐसा किया था।
भारत के खिलाफ पहली पारी में ब्रायडन कार्स अपना पहला अर्धशतक पूरा करने में कामयाब रहे। उन्होंने 83 गेंदों में छह चौके और एक छक्के की मदद से 56 रन बनाए। उन्हें सिराज ने बोल्ड किया। शोएब बशीर एक रन बनाकर नाबाद रहे। इससे पहले मुकाबले के शुरुआती दिन जैक क्राउली ने 18, बेन डकेट ने 23, ओली पोप ने 44 रन बनाए थे। वहीं, भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने पांच विकेट झटके, जबकि मोहम्मद सिराज और नीतीश कुमार रेड्डी को दो-दो सफलताएं मिलीं। इसके अलावा रवींद्र जडेजा ने एक विकेट हासिल किया।
ड्यूक बॉल को लेकर फिर हंगामा, अम्पायर से भिड़े गिल
भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला लॉर्ड्स में खेला जा रहा है। इस मैच में एक बार फिर ड्यूक बॉल को लेकर विवाद हुआ है। शुक्रवार को महज 10 ओवर के बाद ही गेंद बदलनी पड़ी, जिस पर भारतीय खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई।
कप्तान शुभमन गिल और मोहम्मद सिराज की अंपायर से बहस भी हुई। अब इस मामले पर ड्यूक बॉल की निर्माता कंपनी के मालिक दिलीप जाजोदिया का बयान आया है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में असामान्य रूप से गर्म मौसम और मौजूदा समय में बल्लेबाजों के आक्रामक खेल को ध्यान में रखते हुए उनकी कंपनी सुधार करने के लिए हमेशा तैयार रहती है।
लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन सुबह के सत्र में दो बार गेंद को बदला गया। महज 10 ओवर के खेल के बाद गेंद को दोबारा बदलने को लेकर भारतीय खिलाड़ियों में रोष दिखा। जाजोदिया ने कहा, 'विश्व क्रिकेट में केवल तीन मान्यता प्राप्त निर्माता हैं (ड्यूक्स, एसजी और कूकाबुरा)। क्रिकेट गेंद बनाना आसान नहीं है। यह अगर आसान होता, तो दुनिया भर में सैकड़ों निर्माता होते। इसलिए मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को यह समझने की जरूरत है कि हम हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं हैं। हम अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं। अगर कोई समस्या है तो उसकी समीक्षा की जाएगी और हम उसका हल निकालने की कोशिश करेंगे। चाहे वह चमड़े की खराबी हो या किसी और चीज की। हम इसकी जांच करेंगे। मैं आराम से बैठा सिगार नहीं पी रहा हूं।' उन्होंने कहा, 'खिलाड़ी मेरी क्रिकेट गेंद की आलोचना कर सकते हैं। मैं भी खराब शॉट या खराब गेंद के लिए उनकी आलोचना कर सकता हूं। आप जानते हैं मेरा क्या मतलब है? आपको समझदार होना होगा।'
मौजूदा सीरीज के दूसरे मुकाबले के बाद भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान शुभमन गिल और उपकप्तान ऋषभ पंत ने गेंद के इतनी जल्दी नरम होने और आकार बदलने पर निराशा व्यक्त की थी। अपने टेस्ट करियर में 604 में से ज्यादातर विकेट ड्यूक बॉल से लेने वाले इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी तेजी से खराब हो रही गेंद के खिलाफ बात की। इस पर जाजोदिया ने कहा, 'सुपरस्टार (बड़े खिलाड़ी) बहस कर सकते हैं। मुझे वही बनाना होगा जो वे चाहते हैं। मैं बस इतना ही कह सकता हूं। आलोचना करना बहुत आसान है।'
ड्यूक बॉल निर्माता कम्पनी के मालिक का बयान
जाजोदिया से जब इस गेंद के जल्दी खराब होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'इस पर मौसम का बड़ा असर होता है। क्रिकेट खेलने का तरीका और बल्ले का प्रकार बदल रहा है। खिलाड़ी शॉट में ज्यादा ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं। गेंद समय-समय पर बाउंड्री के बाहर कठोर चीजों से टकराती है। ऐसे में भी यह गेंद 80 ओवर तक चलती है और यह एक चमत्कार की तरह है।'
ड्यूक गेंद पर लेकर ईसीबी की नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'नहीं, कोई तात्कालिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हम एक टेस्ट श्रृंखला के बीच में हैं। मैं पूरे सम्मान के साथ कह रहा हूं कि पिछले मैचों में दो नतीजे आए हैं। इसमें भारत ने एक मैच जीता है। कप्तान गिल ने किसी भी अन्य खिलाड़ी से अधिक रन बनाए हैं। दो गेंदबाजों ने छह विकेट लिए। तो मैं बस यही कह सकता हूँ कि असुविधा के लिए मुझे खेद है लेकिन कम से कम आप क्रिकेट तो खेल रहे हैं।'
'भारत में दिया जाएगा ड्यूक बॉल को अंतिम रूप'
भारत में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर एसजी टेस्ट बॉल का उपयोग किया जाता है। जाजोदिया का मानना है कि भारत जैसे विशाल क्रिकेट खेलने वाले देश को गेंद के अधिक विकल्पों की आवश्यकता है और उनकी कंपनी बढ़ते बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी उपस्थिति का विस्तार करेगी। कंपनी मेरठ में है, लेकिन उसकी सभी गेंदों को इंग्लैंड में अंतिम रूप दिया जाता है। जाजोदिया ने पिछले हफ्ते बंगलुरू की अपनी यात्रा के दौरान भारत में एक कार्यालय पंजीकृत किया है, जिससे यह स्थिति बदलने वाली है। उन्होंने बीसीसीआई अधिकारियों से भी मुलाकात की जो गेंद का परीक्षण कर रहे हैं। अनुभवी प्रशासक बृजेश पटेल ड्यूक्स के भारत संचालन के प्रमुख होंगे। जाजोदिया ने कहा, 'मैं मेरठ से गेंदें खरीद रहा था और उन्हें यहां (इंग्लैंड) अंतिम रूप दे रहा था। लेकिन अब हम उन्हें भारत में भी अंतिम रूप देंगे। हम अपनी उपस्थिति बढ़ा रहे हैं क्योंकि हमारा मानना है कि अब भारत में समय सही है। मेरा मतलब है, अर्थव्यवस्था, उत्साह, बीसीसीआई क्रिकेट में जो सुविधाएं दे रहा है, बेंगलुरु में जो सुविधा है (वह सब इसके लिए अनुकूल है)।'