शारीरिक शिक्षा और खेलकूद में करियर की अपार सम्भावनाएं

पेफी द्वारा आयोजित चर्चा में एक्सपर्ट ने रखे विचार
नई दिल्ली। फिजिकल एजूकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया (पेफी) के प्रगति मैदान में तीन दिवसीय स्पोर्ट्स इंडिया प्रदर्शनी के दौरान शारीरिक शिक्षा और खेलकूद में करियर की संभावनाओं पर एक चर्चा का आयोजन किया जिसमें खेल और शारीरिक शिक्षा से जुड़े हुए विशेषज्ञों ने अपनी राय रखते हुए देश में इस विषय में भविष्य की संभावनाओं पर अपनी बात रखी।
कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ के रूप में लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान ग्वालियर के पूर्व निदेशक डॉ. अरुण कुमार उप्पल, नेहरु युवा केंद्र के पूर्व महानिदेशक, मेजर जनरल दिलावर सिंह, दिल्ली फार्मा विश्वविद्यालय के वीके चांसलर प्रोफ़ेसर आर.के. गोयल, जेएनयू के खेल निदेशक डॉ. विक्रम सिंह, लेडी श्रीराम कॉलेज की व्याख्याता मीनाक्षी पाहुजा, कुह स्पोर्ट्स के निदेशक संजीव चौधरी और क्योर फिट से बिबिन जोसेफ ने वर्तमान समय में देश में इस विषय में भी करियर की संभावनाओं पर चर्चा की.
लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान ग्वालियर के पूर्व निदेशक डॉ. अरुण कुमार उप्पल ने कहा कि खेलों में अब वैज्ञानिक रूप से बड़ा बदलाव आया है और अब केवल पुराने कोर्स और विषय से देश खेलों में तरक्की नहीं कर सकता है, अभी हाल ही में खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय ने देश में खेलों के क्षेत्र में नए कोर्सेज चालू किये हैं जिसकी सभी को जानकारी होना बहुत जरूरी है. सरकार ने SPORTS NUTRITION, SPORTS BIOMACHANICS, SPORTS PSYCHOLOGY, SPORTS MANAGEMENT जैसे कोर्सेज अलग अलग विश्वविद्यालय में शुरू किये हैं वहीं दूसरे विशेषज्ञों ने बताया की देश का खेल उद्योग बहुत ही तेज गति से आगे बढ़ रहे है, आगे आने वाले समय में देश के खेल उद्योग को बड़ी संख्या में प्रशिक्षित लोगों की जरूरत होगी और ऐसे समय में जब देश में खेलो इंडिया और फिट इंडिया जैसे मूवमेंट चालू होने से पूरे देश में खेलों के प्रति जागरूकता आई है जिसकी वजह से यहाँ प्रशिक्षित लोगों की जरूरत बढ़ी है। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूल और कॉलेज के छात्र छात्राओं ने भाग लिया और अपनी शंकाओं का समाधान किया।

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