आरआईएस की छात्रा आद्रिका ने फहराया अपनी मेधा का परचम
विजेता ट्रॉफी के साथ जीता 20 हजार रुपये का नगद पुरस्कार
“यूपीडब्ल्यूकॉन 2025” में पार्किंसन्स के मरीजों के लिए बनाई डिवाइस
मथुरा। प्रसिद्ध पर्यटन नगरी मसूरी में तकनीक और नवाचार के उत्सव में राजीव इंटरनेशनल स्कूल की कक्षा 12 की मेधावी छात्रा आद्रिका अवस्थी ने पार्किंसंस के मरीजों के लिए डिवाइस बनाकर विजेता ट्रॉफी के साथ ही 20 हजार रुपये का पुरस्कार जीतकर समूचे ब्रज क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। मुख्य अतिथि डॉ. नीरजा गुप्ता वाइस चांसलर गुजरात यूनिवर्सिटी ने विजेता छात्रा को 20 हजार रुपये का चैक, ट्रॉफी एवं प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
विज्ञान, तकनीक और नवाचार के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को मंच देने के उद्देश्य से जेपी रेजीडेंसी मसूरी, (उत्तराखंड) में राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा आयोजित दो दिवसीय “यूपीडब्ल्यूकॉन 2025” में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की छात्राओं ने अपने तरह-तरह के मॉडलों से महिला वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, शिक्षाविदों और उद्योग विशेषज्ञों को काफी प्रभावित किया।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल प्रिया मदान ने बताया कि वर्तमान समय में पार्किंसंस रोग के निदान के लिए कोई विशिष्ट परीक्षण उपलब्ध नहीं है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए छात्रा आद्रिका अवस्थी ने पार्किंसंस के मरीजों के लिए डिवाइस तैयार की। इस डिवाइस से पार्किंसंस रोग से पीड़ित व्यक्ति की जीवन शैली आसान हो जाएगी तथा वे किसी भी वस्तु को आसानी से पकड़ पाएंगे तथा अपने आप अपना कार्य करने में सक्षम हो सकेंगे। प्रिंसिपल प्रिया मदान ने कहा कि छात्रा की इस सफलता में साइंस टीचर गीतांजलि यदुवंशी का विशेष सहयोग रहा।
“यूपीडब्ल्यूकॉन 2025” सम्मेलन में विभिन्न तकनीकी सत्रों, पैनल चर्चाओं और शोध प्रस्तुतियों के माध्यम से महिलाओं की वैज्ञानिक उपलब्धियों, तकनीकी नवाचारों और नेतृत्व के अवसरों पर चर्चा की गई। महिला इंजीनियरों द्वारा तैयार किए गए रोबोटिक्स मॉडल, एआई आधारित सिस्टम, ग्रीन एनर्जी डिवाइस और डिजिटल सॉल्यूशंस की विशेषज्ञों ने जमकर प्रशंसा की। अंत में निर्णायकों डॉ. एस.के. धुरंधर, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, दीपक वासन, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, आलोक पांडेय, डायरेक्टर आईआईडीटी, डॉ. नीरजा गुप्ता, वाइस चांसलर गुजरात यूनिवर्सिटी, डॉ. अनुराग गुप्ता, डायरेक्टर एनआईईएलआईटी हरिद्वार, डॉ. अरुण कुमार सिंह आरईसी कन्नौज आदि ने आद्रिका अवस्थी की सोच और डिवाइस की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, राजीव इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने छात्रा आद्रिका अवस्थी की प्रशंसा करते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि यह डिवाइस पार्किंसन्स के मरीजों के लिए वरदान साबित होगी। चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने कहा कि यह सफलता आद्रिका को विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी तथा अन्य छात्राओं को भी नया दृष्टिकोण देगी। श्री अग्रवाल ने कहा कि तकनीक अब सिर्फ पुरुषों की दुनिया नहीं रही। अब महिलाएं भी एआई, क्लॉउड, डाटा साइंस और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।
चित्र कैप्शनः “यूपीडब्ल्यूकॉन 2025” में अतिथियों से प्रशस्ति-पत्र और चैक लेते हुए छात्रा आद्रिका अवस्थी।
