देश के 550 जिलों में आज मनाया जा रहा हॉकी उत्सव
खेल मंत्री ने कहा- हॉकी खेल नहीं, हमारी पहचान है
पुश्तैनी स्वर्णिम भारतीय हॉकी 100 साल की हुई
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। भारतीय हॉकी के 100 वर्ष पूरे होने पर सात नवम्बर से भव्य शताब्दी समारोह की शुरुआत नई दिल्ली में होने जा रही है। केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि यह आयोजन देश के गौरव, दृढ़ता और खेल भावना से भरी शताब्दी का उत्सव है। हॉकी इंडिया के सहयोग से आयोजित यह कार्यक्रम नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में होगा, जहां कई विशेष आयोजन होंगे जो भारतीय हॉकी के स्वर्णिम इतिहास को प्रदर्शित करेंगे।
यह समारोह सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे भारत में 550 से अधिक जिलों में एक साथ कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान लगभग 1,400 हॉकी मैच खेले जाएंगे। प्रत्येक जिले में एक पुरुष और एक महिला मैच के रूप में, जो समानता और समावेश का प्रतीक होंगे। इस पहल में 36,000 से अधिक खिलाड़ियों की भागीदारी होगी, जिससे यह आयोजन देश के ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में राष्ट्रीय खेल के उत्सव का रूप लेगा।
मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में एक विशाल फोटो प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जो दर्शकों को भारतीय हॉकी के 100 गौरवशाली वर्षों की दृश्य यात्रा पर ले जाएगी। इस प्रदर्शनी में 1928 के एम्स्टर्डम ओलंपिक खेलों से लेकर आज के आधुनिक दौर तक की दुर्लभ तस्वीरें, ओलंपिक की झलकियां और यादगार वस्तुएं प्रदर्शित की जाएंगी।
शताब्दी वर्ष के अवसर पर “भारतीय हॉकी के 100 वर्ष” नामक आधिकारिक स्मारक संस्करण भी जारी किया जाएगा। यह पुस्तक भारतीय हॉकी की विजयों, संघर्षों और पुनरुत्थान की कहानी कहेगी और उन महान खिलाड़ियों को श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने देश को ओलंपिक और विश्वस्तर पर गौरवान्वित किया।
खेल मंत्री ने कहा- हॉकी सिर्फ खेल नहीं, हमारी पहचान है
मांडविया ने कहा, 'हॉकी भारत के लिए सिर्फ़ एक खेल नहीं, बल्कि यह हमारी पहचान और सामूहिक भावना का हिस्सा है। 550 जिलों में होने वाले ये समारोह न केवल हमारी विरासत को उजागर करेंगे, बल्कि युवाओं को हॉकी से जुड़ने की प्रेरणा भी देंगे।'
