विश्व पैरा एथलेटिक्स में भारतीय खाते में 11 पदक

छठे दिन धरमबीर और अतुल के नाम सिल्वर और ब्रॉन्ज
सचिन गुप्ता
नई दिल्ली। भारतीय जांबाज पैरा एथलीटों ने गुरुवार को नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में जारी वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में अपने पदकों की संख्या दहाई के आंकड़े तक पहुंचा दी। छठे दिन धर्मबीर नैन ने पुरुष क्लब थ्रो एफ-51 में रजत पदक जीता, जबकि अतुल कौशिक ने पुरुष डिस्कस थ्रो एफ-57 में कांस्य पदक हासिल किया। इन नतीजों के बाद भारत की मेडल टैली बढ़कर 11 हो गई है, जिसमें 4 स्वर्ण, 5 रजत और 2 कांस्य पदक शामिल हैं।
नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 36 वर्षीय धर्मबीर ने अपने आखिरी प्रयास में 29.71 मीटर थ्रो कर रजत पदक पक्का किया। पेरिस 2024 के रजत पदक विजेता प्रणव सूरमा 28.19 मीटर के साथ पांचवें स्थान पर रहे। डिफेंडिंग पैरालम्पिक चैम्पियन धरमबीर नैन और अतुल कौशिक ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के छठे दिन बृहस्पतिवार को भारत के लिए क्रमश: पुरुषों के क्लब थ्रो और चक्का फेंक में रजत और कांस्य पदक जीते। पेरिस पैरालम्पिक 2024 में स्वर्ण पदक और विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2024 में कांस्य पदक जीतने वाले धरमबीर ने 29.71 मीटर के प्रयास के साथ पुरूषों के क्लब थ्रो एफ51 में दूसरा स्थान हासिल किया।
सर्बिया के अलेक्जेंडर रेडिसिच को स्वर्ण और तटस्थ पैरालम्पिक खिलाड़ी उलादजिस्लाउ हरीब को कांस्य पदक मिला। भारत के प्रणव सूरमा पांचवें स्थान पर रहे। पुरूषों के चक्काफेंक एफ57 वर्ग में अतुल कौशिक 45.61 मीटर के थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे। लीबिया के महमूद रजब को स्वर्ण और विश्व रिकॉर्डधारी थियागो पोलिनो डोस सांतोस को रजत पदक मिला।
पुरूषों की चक्काफेंक एफ37 स्पर्धा के फाइनल में भारत के 19 वर्ष के हानी पहले थ्रो से ही पदक की दौड़ में थे, लेकिन जापान के यामातो शिम्बो ने चौथे स्थान से सीधे दूसरा स्थान हासिल करके उन्हें पोडियम से खिसका दिया। छठे दिन भारत को कोई स्वर्ण पदक नहीं मिला और तालिका में मेजबान चार स्वर्ण, पांच रजत और दो कांस्य के साथ चौथे से सातवें स्थान पर खिसक गया। ब्राजील 12 स्वर्ण, 17 रजत और सात कांस्य के साथ शीर्ष पर है जबकि चीन दूसरे स्थान पर है।
इससे पहले ईरान के सईद अफरूज ने पुरूषों के भालाफेंक एफ34 में और अल्जीरिया की साफिया जेलाल ने महिलाओं के शॉटपुट एफ57 वर्ग में विश्व रिकॉर्ड बनाया। अफरूज ने 41.52 मीटर के साथ अपना ही 41.16 मीटर का रिकॉर्ड तोड़ा जो उन्होंने पिछले साल कोबे में बनाया था, वहीं साफिया ने अपना 11.62 मीटर का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 11.67 मीटर का थ्रो किया।
एफ-51 में वर्ग में वे खिलाड़ी शामिल होते हैं जिनकी मांसपेशियों की शक्ति या मूवमेंट की क्षमता सीमित होती है और सभी एथलीट बैठकर प्रदर्शन करते हैं। धर्मबीर ने पेरिस 2024 पैरालम्पिक में इसी स्पर्धा में एशियाई रिकॉर्ड 34.92 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता था। हरियाणा के रहने वाले धर्मबीर एक दुर्घटना के शिकार हुए थे। अपने गांव में नहर में गोता लगाते समय गहराई का अंदाजा न लगा पाने से वे नीचे चट्टानों से टकरा गए, जिससे उनके कमर से नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया।
भारतीय पैरा एथलीट ने पिछले साल जापान में हुई वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था। वहीं 2023 एशियन पैरा गेम्स में उन्होंने रजत पदक हासिल किया था। गुरुवार को ही भारत के अतुल कौशिक ने पुरुष डिस्कस थ्रो एफ-57 वर्ग में 45.61 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता। लीबिया के महमूद रजब ने 46.73 मीटर के साथ चैम्पियनशिप रिकॉर्ड बनाकर स्वर्ण हासिल किया, जबकि ब्राज़ील के थियागो पॉलिनो डॉस सैंटोस ने 45.69 मीटर के साथ रजत जीता।
एफ-57 वर्ग में वे खिलाड़ी शामिल होते हैं जिनके हाथ-पांव में कमी होती है, पैरों की लम्बाई अलग-अलग होती है या मांसपेशियों की शक्ति/मूवमेंट कम होता है। इस वर्ग में भी खिलाड़ी बैठकर प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप का यह 12वां संस्करण है, जिसमें 104 देशों के 2000 से ज्यादा खिलाड़ी 186 इवेंट्स में हिस्सा ले रहे हैं। भारत की 73 सदस्यीय टीम में 54 पुरुष और 19 महिलाएं शामिल हैं। प्रतियोगिता 5 अक्टूबर को समाप्त होगी।