एमबीए नवागंतुकों को दी ‘खुद को जानो, अपना सर्वश्रेष्ठ दिखाओ’ की सीख

राजीव एकेडमी की पूर्व छात्रा प्रतिभा सिंह ने बताए सफलता के गुर

मथुरा। आत्मज्ञान और आत्मविश्लेषण बिना पेशेवर जीवन में सफलता की कल्पना नहीं की जा सकती। बेहतर टीम प्लेयर बनने, आत्म-सहानुभूति की क्षमता बढ़ाने तथा जीवन के उद्देश्य की स्पष्ट समझ पाने से न केवल व्यक्ति आत्म-प्रेरित होता है बल्कि वह कॉर्पोरेट वातावरण में अधिक अनुकूलनीय और सफल भी बनता है। यह बातें बुधवार को रेल यात्री की मैनेजर टैलेंट-एक्विज़िशन प्रतिभा सिंह ने राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, मथुरा के नवागंतुक एमबीए छात्र-छात्राओं को बताईं।  

रिसोर्स परसन ने “खुद को जानो, अपना सर्वश्रेष्ठ दिखाओ” विषय पर केंद्रित अपने व्याख्यान में छात्र-छात्राओं को अकादमिक शिक्षा और कॉर्पोरेट दुनिया के बीच की खाई को पाटने का संदेश दिया तथा सफलता के लिए आवश्यक व्यावहारिक कौशलों और दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह समझना जरूरी है कि हम दूसरों के साथ कैसे इंटरेक्ट करते हैं और अपने मूल व्यक्तिगत मूल्यों की पहचान किस तरह करते हैं। उन्होंने नवागंतुक छात्र-छात्राओं को अपनी पसंद-नापसंद जानने, व्यक्तिगत मान्यताओं और मूल्यों को उजागर करने, अपनी पर्सनैलिटी ट्रेट्स स्वीकार करने तथा पेशेवर जीवन में स्पष्ट दिशा बनाने पर अपना ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।

रिसोर्स परसन ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को आरएटीएम से लेकर कॉर्पोरेट जगत तक की अपनी यात्रा से अवगत कराया और बताया कि पेशेवर जीवन में आगे बढ़ने के लिए आत्मज्ञान और आत्मविश्लेषण कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने विद्यार्थियों को संवाद, टीमवर्क, नेतृत्व, समस्या-समाधान और अनुकूलनशीलता जैसे गुणों की अहमियत बताई और कहा कि ये सभी कॉर्पोरेट दुनिया में सफलता की मूलभूत कुंजी हैं। रिसोर्स परसन ने छात्र-छात्राओं को नवीनतम उद्योग विकास और तकनीकी प्रगति की जानकारी देने के साथ ही विभिन्न करियर पाथ, इंडस्ट्री-स्पेसिफिक भूमिकाओं और उच्च शिक्षा या प्रोफेशनल डेवलपमेंट के अवसरों पर भी मार्गदर्शन दिया।

व्याख्यान के दौरान छात्र-छात्राओं ने कॉर्पोरेट एटिकेट, प्रोफेशनल आचरण और टीम वातावरण में कार्य करने की गतिशीलता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कीं। सुश्री प्रतिभा सिंह ने नेटवर्किंग, उद्योग पेशेवरों से संबंध स्थापित करने और इन रिश्तों का करियर उन्नति में लाभ उठाने के महत्व पर भी बल दिया। उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभवों, चुनौतियों और सफलताओं को साझा करके विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल दृष्टिकोण प्रदान किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने नौकरी आवेदन, साक्षात्कार और कॉर्पोरेट जॉब की शुरुआती प्रक्रियाओं की तैयारी के लिए उपयोगी सुझाव दिए। इस इंटरेक्शन से छात्र-छात्राओं को अपने करियर लक्ष्यों को स्पष्ट करने और उन्हें प्राप्त करने के लिए आवश्यक कदमों की बेहतर समझ विकसित करने में मदद मिली।

विभागाध्यक्ष एमबीए डॉ. विकास जैन ने कहा कि व्याख्यान सत्र अत्यंत प्रेरणादायी रहा। उन्होंने कहा कि प्रतिभा सिंह ने जिस तरह आत्मज्ञान, आत्मविश्लेषण और करियर प्लानिंग पर व्यावहारिक मार्गदर्शन दिया, उससे विद्यार्थियों में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार हुआ। संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने प्रतिभा सिंह के विचारों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन में कामयाबी को लेकर जो सुझाव दिए, उसका लाभ प्रबंधन के छात्र-छात्राओं को अवश्य मिलेगा। आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल तथा प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए एमबीए के नवागंतुक छात्र-छात्राओं को लगन और मेहनत से अध्ययन करने का आह्वान किया।

चित्र कैप्शनः राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के नवागंतुक एमबीए छात्र-छात्राओं को सफलता के टिप्स देते हुए रेल यात्री की मैनेजर टैलेंट-एक्विज़िशन प्रतिभा सिंह।  

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