निकहत जरीन ने बढ़ाए तीसरे मेडल की तरफ कदम

वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में जापान की बॉक्सर को धोया
भारत की 20 सदस्यीय टीम के अधिकतर मुक्केबाज बाहर
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। दो बार की चैम्पियन निकहत जरीन ने जापान की युना निशिनाका को कड़े मुकाबले में हराकर विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। ड्रॉ में गैर वरीयता प्राप्त निकहत ने महिलाओं के 51 किलोग्राम भार वर्ग के प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सर्वसम्मत फैसले में जीत हासिल की। हालांकि यह स्कोर 21 वर्षीय निशिनाका द्वारा दी गई कड़ी टक्कर को नहीं दर्शाता।
निशिनाका ने लगातार भारतीय मुक्केबाज को परेशान किया और जरूरत से ज्यादा पकड़ बनाए रखने के कारण उनके दो अंक काटे गए। दोनों मुक्केबाजों ने आक्रामक शुरुआत की और पूरे इरादे के साथ आगे बढ़ीं। निकहत ने शुरुआत में कुछ हुक लगाए लेकिन जापान की मुक्केबाज ने 3-2 से बढ़त बना ली। दूसरे राउंड में निकहत ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए बेहतर मुक्के जड़े जबकि निशिनाका ने भारतीय मुक्केबाज की गर्दन में अपनी बांह डालकर उसे बांधे रखा। भारत की 29 वर्षीय मुक्केबाज ने तीखे जवाब दिए और राउंड 4-1 से जीत लिया।
यह सिलसिला आखिरी तीन मिनट में भी जारी रहा जहां रेफरी ने लगातार क्लिंचिंग के लिए निशिनाका को फिर से दंडित किया। निकहत ने हालांकि बढ़त बनाए रखते हुए तीसरे विश्व चैम्पियनशिप पदक की ओर कदम बढ़ाए। निकहत अब क्वार्टर फाइनल में दो बार की ओलम्पिक रजत पदक विजेता और 2022 विश्व लाइट फ्लाइवेट चैम्पियन तुर्की की बुसे नाज काकिरोग्लू के खिलाफ अपनी अब तक की सबसे कठिन चुनौती का सामना करेंगी।
लक्ष्य चाहर (80 किलोग्राम), मीनाक्षी हुड्डा (48 किलोग्राम), जादुमणि सिंह (50 किलोग्राम), अभिनाश जामवाल (65 किलोग्राम) और जुगनू (85 किलोग्राम) सहित पांच भारतीय मुक्केबाज मंगलवार को ही प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेले। हालांकि सोमवार देर रात भारत को सुमित कुंडू (75 किलोग्राम), सचिन सिवाच (60 किलोग्राम) और एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता नरेंद्र बेरवाल (90 किलोग्राम से अधिक) प्री क्वार्टर फाइनल में हार गए।
सुमित को मौजूदा यूरोपीय मिडिलवेट चैम्पियन बुल्गारिया के रामी किवान ने 5-0 से करारी शिकस्त दी। सचिन को 60 किलोग्राम वर्ग में कजाखस्तान के बिबार्स झेक्सेन के खिलाफ 1-4 से हार का सामना करना पड़ा जबकि नरेंद्र भी इटली के डिएगो लेंजी के खिलाफ इसी स्कोर से हार गए। भारत की 20 सदस्यीय टीम के आधे से अधिक खिलाड़ी प्रतियोगिता से बाहर हो चुके हैं।