युवाओं के सपनों को पंख लगाता आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप

बुद्धिजीवियों का आदर्श हैं शिक्षा के संत डॉ. रामकिशोर अग्रवाल
श्रीप्रकाश शुक्ला
मथुरा। शिक्षा मानव विकास का अमोघ अस्त्र है। इंसान के पास सबकुछ हो लेकिन उसे तालीम न मिले तो वह पशु के समान होता है। ब्रज सनातन समय से जनमानस के हृदयस्थल में अपनी जगह जमाए हुए है। इसकी वजह लीलाधर भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं और मानव समाज को दिया गया उनका संदेश है। मौजूदा पीढ़ी शिक्षा के क्षेत्र में यदि किसी से प्रभावित है, तो वह कोई और नहीं बल्कि ब्रज मण्डल के शिक्षा संत डॉ. रामकिशोर अग्रवाल हैं। इस शख्सियत ने शिक्षा के क्षेत्र में अद्वितीय कार्य किए हैं। मथुरा ही नहीं एनसीआर में भी आर.के. ग्रुप का शैक्षिक संस्थान हजारों युवाओं के सपनों को पंख लगा रहा है।
अग्रसोची डॉ. रामकिशोर अग्रवाल के शिक्षा संस्थानों से इंजीनियर, आईटी विशेषज्ञ, शिक्षक और दवा निर्माता ही नहीं समाज के जीवन प्रदाता भी पढ़-लिखकर निकल रहे हैं। डॉ. अग्रवाल की मंशा है कि ब्रज के किसी भी बच्चे और व्यक्ति को शिक्षा तथा उपचार के लिए मथुरा से बाहर न जाना पड़े। दरअसल, चिकित्सा एक विज्ञान है लेकिन मानवीय दृष्टि से यह बड़ा ही संवेदनशील क्षेत्र है। चिकित्सा का सम्बन्ध मनुष्य की भावनाओं, उसके प्राणों तथा सारे जीवन के साथ जुड़ा होता है। चिकित्सकीय पेशा पवित्र मानवीय संवेदनाओं से युक्त, प्राण-दान और जीवन-रक्षा की दृष्टि से ईश्वर के बाद दूसरा परन्तु कभी-कभी तो ईश्वर के समान ही माना जाता है। ईश्वर द्वारा तो मनुष्य को केवल जन्म दिया जाता है जबकि एक चिकित्सक के कंधों पर उसके सारे जीवन की रक्षा का भार होता है।
ब्रज क्षेत्र के जाने-माने शिक्षाविद और समाजसेवी आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। इनकी रग-रग में सेवाभाव समाहित है। ब्रज की जनता को चिकित्सा के लिए दर-दर न भटकना पड़े, इसी मंतव्य को लेकर इन्होंने अपनी धर्म-परायण मां कांती देवी के नाम पर वर्ष 2014 में के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के रूप में एक चिकित्सा-शिक्षा संस्थान का श्रीगणेश किया था। सेवाभाव को समर्पित इस चिकित्सा संस्थान में हर वह सुविधा है, जोकि सिर्फ बड़े-बड़े महानगरों में संचालित चिकित्सालयों में ही उपलब्ध है।
डॉ. रामकिशोर अग्रवाल को ब्रज मण्डल के शिक्षा का संत कहें तो उपयुक्त होगा। डॉ. अग्रवाल ने ब्रज की युवा पीढ़ी को शिक्षा के जो नायाब प्रकल्प दिए हैं, उनकी प्रशंसा उत्तर प्रदेश ही नहीं दूसरे राज्यों में भी मुक्तकंठ से होती है। इन्होंने नौनिहालों से लेकर युवा पीढ़ी तक को ऐसे शैक्षिक संस्थान और सुविधाएं दी हैं जोकि हर जगह मयस्सर नहीं हैं। डॉ. अग्रवाल ने चिकित्सा शिक्षा ही नहीं तकनीकी शिक्षा को भी सम्बल दिया है। एक दर्जन से अधिक शैक्षिक संस्थानों का सफल संचालन कोई हंसी-खेल की बात नहीं है।
चिकित्सा के क्षेत्र में सेवाभाव सर्वोपरि होती है। यद्यपि समय के अनुसार चिकित्सा के क्षेत्र में काफी बदलाव आए हैं लेकिन के.डी. हॉस्पिटल प्रबंधन की हर पल कोशिश रहती है कि ब्रज और उसके आसपास के लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें ताकि उन्हें चिकित्सा के अभाव में महानगरों की तरफ न भागना पड़े। पिछले लगभग 11 वर्षों से के.डी. हॉस्पिटल द्वारा मथुरा के ग्रामीण अंचलों में निःशुल्क चिकित्सा शिविरों के माध्यम से लोगों को घर बैठे स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के दौर में जब समूची दुनिया में त्राहि-त्राहि मची हुई थी, उस दौर में भी इस चिकित्सा संस्थान ने लोगों की जीवन रक्षा का महती दायित्व निर्वहन करने में कोई कोताही नहीं बरती।
अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इस हॉस्पिटल में विशेषज्ञ चिकित्सकों, सुयोग्य नर्सेज तथा कर्मचारियों की 24 घण्टे सुविधा होने से सिर्फ ब्रज क्षेत्र ही नहीं बल्कि हरियाणा, राजस्थान, बिहार यहां तक कि दिल्ली तक से लोग उपचार को न केवल आते हैं बल्कि पूर्ण स्वस्थ होकर अपने घर जाते हैं। यहां की विश्वस्तरीय चिकित्सकीय परीक्षण मशीनों में बहुत ही कम शुल्क में मरीजों की जांच की जाती है। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर का नशामुक्ति केन्द्र उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है जोकि लम्बे समय से नशीले पदार्थों की गिरफ्त में थे। इस केन्द्र की वजह से अब तक ब्रज मण्डल के हजारों लोग नशे का परित्याग कर पुनः सफल जीवन जी रहे हैं। यह नशामुक्ति केन्द्र उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वीकृत मथुरा जनपद का एकमात्र सेण्टर है।
किसी भी संस्थान के सफल संचालन के लिए कर्मठ और सुयोग्य व्यक्तियों की जरूरत होती है। आर.के. ग्रुप के शैक्षिक संस्थानों का सफल संचालन डॉ. रामकिशोर अग्रवाल के पुत्रद्वय पंकज अग्रवाल और मनोज अग्रवाल कर रहे हैं। पंकज अग्रवाल जहां दिल्ली-एनसीआर में जी.एल. बजाज की स्वर्णिम शैक्षिक यात्रा के संवाहक हैं वहीं मनोज अग्रवाल मथुरा के विभिन्न स्कूल-कॉलेजों का सफल संचालन कर रहे हैं।
के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर ब्रज में चिकित्सा-शिक्षा का नायाब प्रकल्प है। यहां देशभर से युवा सफल चिकित्सक बनने आते हैं। यह संस्थान चेयरमैन मनोज अग्रवाल की देखरेख में नित नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है। श्री अग्रवाल का उद्देश्य हर पीड़ित व्यक्ति को अच्छे से अच्छा उपचार मुहैया कराना है। कोरोना संक्रमण का भयावह दौर हो या फिर समयजनित बीमारियों का यह दौर श्री अग्रवाल जिन्दगी से हार मान बैठे लोगों की एक सच्चे साधक के रूप में जिन्दगी बचाते देखे जाते हैं। मानवता की सेवा ही श्री मनोज अग्रवाल का मुख्य ध्येय है। बदलते समय के साथ चिकित्सकीय पेशे में चुनौतियां बढ़ी हैं लेकिन डॉक्टर का प्रोफेशन नोबल इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें मानव सेवा सर्वोपरि है। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर का हर प्राध्यापक यहां अध्ययनरत मेडिकल छात्र-छात्राओं को भी मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा का ही पाठ पढ़ाता है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल के.डी. हॉस्पिटल को दिल्ली के एम्स की तरह सुविधा सम्पन्न करने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। डॉ. अग्रवाल कहते हैं कि निःस्वार्थ भाव से सेवा-भावना रखना मानवता की उच्चकोटि है। संसार में मानव ही एकमात्र ऐसा जीव है जो सोचने-समझने की शक्ति रखता है। मनुष्य ही अपनी भावना को बोलकर व्यक्त कर सकता है। अच्छे और बुरे की पहचान स्वयं के विवेक से मनुष्य कर सकता है, इसलिए मानवता निभाने की जिम्मेदारी हर इंसान की है।