हिरोनिक्स एआई देता है एक स्मार्ट और सम्पूर्ण टूलकिट

भर्ती प्रणाली की खामियों को सुधार रहे देश के तीन होनहार
खेलपथ विशेष
नई दिल्ली। 21वीं सदी उन युवाओं की है, जो लकीर के फकीर नहीं बल्कि स्वयं की बौद्धिक क्षमता से न केवल अपने साथियों का हौसला बढ़ाते हैं बल्कि उन्हें किसी धोखाधड़ी से भी बचा रहे हैं। ऐसे ही युवाओं में शामिल हैं कुणाल चावला, तुषार शर्मा और राहुल शर्मा। इन तीनों युवाओं ने अपनी बौद्धिक क्षमता से न केवल एक कम्पनी की भर्ती प्रणाली की जालसाजी का पता लगाया बल्कि यह संकल्प लिया कि अब वे देश के किसी युवा को धोखाधड़ी का शिकार नहीं होने देंगे। इन्होंने हिरोनिक्स एआई कम्पनी का गठन किया है जोकि एक स्मार्ट और सम्पूर्ण टूलकिट प्रदान करती है।
आज की युवा पीढ़ी अपने सपनों को साकार करने दिन-रात मेहनत कर रही है, लेकिन उसके जॉब की कोई गारंटी नहीं है क्योंकि जॉब भर्ती एक जटिल प्रक्रिया बन गई है। उम्मीदवार टेस्ट और इंटरव्यू में धोखाधड़ी करते हैं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स असली क्षमता को धुंधला कर देते हैं तथा नियोक्ताओं के लिए प्रमाण-पत्रों पर भरोसा करना मुश्किल हो गया है। इस मुश्किल को आसान बनाने के लिए ही कुणाल चावला, तुषार शर्मा और राहुल शर्मा ने हिरोनिक्स एआई कम्पनी की स्थापना की है। हिरोनिक्स एआई एक नई बूटस्ट्रैप्ड स्टार्टअप है, जो भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी, भरोसेमंद और योग्यता-आधारित बनाने का मिशन लेकर आई है।
आज की टैलेंट-ड्रिवन दुनिया में उम्मीदवार शॉर्टकट्स के मास्टर बन गए हैं। एआई से तैयार जवाब, घोस्टराइटन रेज़्यूमे और ऑनलाइन टेस्ट में सामूहिक धोखाधड़ी आम हो गई है। इससे भरोसा टूटता है और रिक्रूटर्स यह तय नहीं कर पाते कि "क्वालीफाइड" कैंडिडेट सच में काबिल हैं या नहीं। इंडस्ट्री विश्लेषण के अनुसार, यह समस्या भर्ती की दक्षता और कर्मचारियों की गुणवत्ता को बुरी तरह प्रभावित कर रही है।
यह हैं हिरोनिक्स एआई के तीन बुद्धिमान हीरो
हिरोनिक्स एआई कम्पनी के तीनों बुद्धिमान युवाओं की बात करें तो कुणाल चावला, कम्पनी के सीईओ हैं। यह इससे पहले स्वीडन की वोल्वो कार्स में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कंसल्टेंट रह चुके हैं, अपनी वैश्विक तकनीकी विशेषज्ञता के साथ एक साहसी दृष्टिकोण लेकर आए हैं। इनका लक्ष्य नियोक्ताओं और नौकरी चाहने वालों दोनों के लिए एक अरब डॉलर की समाधान प्रणाली बनाना है।
तुषार शर्मा हिरोनिक्स एआई के सीटीओ हैं। इन्होंने वेस्टर्न डिजिटल से डाटा साइंस का अनुभव हासिल कर हिरोनिक्स का एआई इंजन तैयार किया है, जिसमें मॉक इंटरव्यू, रेज़्यूमे स्कोरिंग और ऑनलाइन टेस्ट में धोखाधड़ी पकड़ने की क्षमता है।
राहुल शर्मा हिरोनिक्स एआई के सीएमओ हैं, इनके पास मीडिया जगत का 12 वर्षों का अनुभव है। आईआईएम अहमदाबाद से एग्जीक्यूटिव एमबीए करने के बाद फिलवक्त वह कम्पनी की ग्रोथ को आगे बढ़ा रहे हैं। इनका लक्ष्य है कि हिरोनिक्स एआई हर जगह फ्रेश ग्रेजुएट्स से लेकर Fortune 500 HR टीम्स तक, एक सामान्य टूल बन जाए।
हिरोनिक्स एआई देता है एक स्मार्ट और सम्पूर्ण टूलकिट
एआई-संचालित मॉक इंटरव्यू (वॉइस/टेक्स्ट) जो रियल इंटरव्यू जैसा अनुभव देते हैं और उत्तरों का मूल्यांकन करते हैं। *रेज़्यूमे स्कोरिंग इंजन जो स्ट्रक्चर, कीवर्ड्स और प्रामाणिकता का मूल्यांकन करता है। *ऑनलाइन टेस्ट के दौरान धोखाधड़ी पकड़ने वाला सिस्टम जो एआई से बने जवाब या बॉट्स को पहचानता है। *उम्मीदवार-नियोक्ता मिलान एल्गोरिद्म जो वास्तविक कौशल को नौकरी की ज़रूरतों से जोड़ता है। *चीट-प्रूफ रिज़ल्ट- हर मूल्यांकन का एक ऑडिटेबल ट्रेस होता है, जिससे धोखाधड़ी का मौका लगभग शून्य हो जाता है।
एक महीने में ही हिरोनिक्स एआई ने जगाया पुख्ता विश्वास
हिरोनिक्स एआई के गठन को अभी बहुत समय नहीं हुआ लेकिन उसने एक हजार से अधिक जॉब सीकर्स को ऑनबोर्ड किया है, जो अभी फ्री एक्सेस का लाभ ले रहे हैं। इतना ही नहीं सौ से अधिक एक्टिव एम्प्लॉयर क्लाइंट्स को जोड़ा है, जिनमें छोटे और मध्यम व्यवसायों से लेकर स्केलेबल एंटरप्राइज़ टीमें शामिल हैं। इस गति को देखते हुए, हिरोनिक्स एआई इस साल के अंत तक एक पूरा HRMS प्लेटफॉर्म जोड़ने की योजना बना रहा है, जिसमें पेरोल, कम्प्लायंस और टीम मैनेजमेंट जैसे फीचर्स शामिल होंगे।
Cluely जैसी प्लेटफॉर्म्स ने जहां अब तक अप्रमाणित दावे किए हैं, वहीं हिरोनिक्स एआई ने हाल ही में एक हेड-टू-हेड परीक्षण किया, जिसमें बेहतर धोखाधड़ी पहचान और स्कोरिंग सटीकता सिद्ध हुई। आपूर्ति पक्ष के उपयोगकर्ताओं ने परिणामों की विश्वसनीयता में 30 प्रतिशत सुधार की सूचना दी। यह वास्तविक परख इस बात को पुख्ता करती है कि हिरोनिक्स एआई अपने वादों पर खरा उतरता है। जैसे-जैसे आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस भर्ती की दुनिया को नया रूप दे रहा है, हिरोनिक्स एआई जैसे टूल अनिवार्य हो जाते हैं।
हिरोनिक्स एआई नियोक्ता के साथ जॉब सीकर्स के लिए भी मददगार
कैंडिडेट के परिणामों पर विश्वास करने में, अनजाने पक्षपात को कम करने में और एक निष्पक्ष, प्रमाण-आधारित प्रक्रिया बनाने में। हिरोनिक्स एआई सिर्फ नियोक्ताओं के लिए ही नहीं बल्कि जॉब सीकर्स के लिए भी एक समान अवसर का वादा करता है, जो सच्चे कौशल पर आधारित है, न कि केवल चमकदार सर्टिफिकेट्स पर। हिरोनिक्स एआई अभी पूरी तरह से बूटस्ट्रैप्ड है। बाहरी फंडिंग नहीं, जुनून ही इसकी ताकत है। इसके संस्थापक अब HR टेक, भर्ती और AI एक्सपर्ट्स से मार्गदर्शन लेना चाहते हैं।
हिरोनिक्स एआई दे रहा यह सुविधाएं
शुरुआती सफलता का जश्न मनाने के लिए, हिरोनिक्स एआई पहले 1,000 जॉब सीकर साइनअप्स को फ्री पैकेज दे रहा है। नियोक्ता और उम्मीदवार अभी 15 दिनों की फ्री ट्रायल अवधि का लाभ ले सकते हैं, जिसमें मॉक इंटरव्यू, रेज़्यूमे स्कोरिंग और चीट-डिटेक्शन टूल्स शामिल हैं। यदि आप भी इसका लाभ उठाना चाहते हैं तो अभी [hireonixai.com](http://hireonixai.com) पर जाएं और अपनी फ्री एक्सेस क्लेम करें।
हिरोनिक्स एआई आजमाएं, धोखाधड़ी से मुक्ति पाएं
क्या आप एक ऐसे हायरिंग प्लेटफॉर्म के लिए तैयार हैं जो पारदर्शिता, गति और निष्पक्षता की गारंटी देता है? 15 दिनों की फ्री ट्रायल के लिए hireonixai.com पर सम्पर्क करें। आपकी अगली हायरिंग शायद पूरी तरह प्रमाणित हो। हिरोनिक्स एआई सिर्फ एक और रिक्रूटिंग टूल नहीं है, यह एक *ट्रस्ट इंजन* है, जो हायरिंग की हर स्टेज में विश्वास वापस लाने के लिए बनाया गया है।
हजारों उम्मीदवारों की धोखाधड़ी को किया उजागर
भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता में एक बड़े बदलाव का संकेत देते हुए, हिरोनिक्स एआई एक बूटस्ट्रैप्ड हायरिंग-टेक स्टार्टअप ने हजारों उम्मीदवारों को ऑनलाइन असेसमेंट्स में धोखाधड़ी करते हुए पकड़ लिया है। इसने Cluely नामक एक विवादित एआई टूल को पछाड़ दिया है, जो खुद को “हर चीज़ में चीटिंग का समाधान” बताता है।
भर्ती तंत्र टूट चुका है।* ऑनलाइन असेसमेंट्स, रिज्यूमे और इंटरव्यू अब AI के ज़रिए आसानी से हेरफेर किए जा सकते हैं। उम्मीदवार अब AI-जनरेटेड उत्तर, घोस्टराइट किए गए रिज्यूमे, और स्क्रीन-शेयर इंटरव्यू के दौरान छुपे हुए स्क्रिप्ट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। नतीजा- नियोक्ता सोचने पर मजबूर हैं कि प्रतिभा असली है या एक भ्रम?
वोल्वो कार्स के पूर्व सलाहकार कुनाल चावला (CEO), Western Digital के डेटा साइंटिस्ट, तुषार शर्मा (CTO) और मीडिया से मार्केटिंग में आए राहुल शर्मा (CMO) द्वारा स्थापित, Hireonix AI इसी संकट से निपटने के लिए बना है। यह प्लेटफ़ॉर्म अपनी खुद की AI तकनीक से मॉक इंटरव्यू, रिज्यूमे स्कोरिंग और लाइव चीट-डिटेक्शन करता है। लॉन्च के पहले महीने में ही इसने हजारों धोखाधड़ी के मामलों का पर्दाफाश कर दिया और Cluely की छाया से बाहर निकल आया।
**1,000+ जॉब सीकर* पहले महीने में फ्री लॉन्च ऑफर के तहत जुड़े। **100+ हायरिंग क्लाइंट्स* – स्टार्टअप्स से लेकर SMEs तक – सिस्टम को टेस्ट कर रहे हैं। **हजारों इंटरव्यू* संदिग्ध गतिविधियों के लिए फ्लैग किए गए हैं, जिनमें वॉयस/टेक्स्ट एनालिसिस, स्क्रीन मॉनिटरिंग और बिहेवियर ट्रैकिंग शामिल हैं।
*Cluely, जिसे रॉय ली ने सह-स्थापित किया था, ने खुद को एक “अंडिटेक्टेबल इन-ब्राउज़र एआई असिस्टेंट” के रूप में प्रमोट किया, जो छात्रों और उम्मीदवारों को परीक्षा और इंटरव्यू में चीट करने में मदद करता है। लेकिन अब इस प्लेटफॉर्म को कड़वी सच्चाई का सामना करना पड़ रहा है।
Hireonix AI की स्क्रीनिंग टूल्स ने हाल ही में Cluely-स्टाइल चीटिंग करते हुए कई उम्मीदवारों को पकड़ा। विश्लेषकों का कहना है कि Hireonix, खासकर रियल-टाइम ऑडियो और स्क्रीन-शेयर स्थितियों में, Cluely की तुलना में 30% ज़्यादा सटीकता से AI-असिस्टेड उत्तरों को पकड़ता है। स्वतंत्र टेस्टर्स ने भी Cluely के दावों को खारिज किया है। उसकी स्लो रिस्पॉन्स और गड़बड़ियां इसे अप्रभावी बनाती हैं। जहां Cluely अब अपने "चीटिंग" वाले एजेंडे से हट रहा है, वहीं Hireonix पारदर्शिता, ट्रैसेबिलिटी और निष्पक्षता को अपना मूल मंत्र बना रहा है। वादा कर रहा है ऐसा भर्ती सिस्टम जो पूरी तरह से विश्वसनीय हो।
Hireonix AI अब एक पूर्ण HRMS प्लेटफ़ॉर्म बनने की दिशा में अग्रसर है, जिसमें 2025 के अंत तक पेरोल, कॉम्प्लायंस, परफॉर्मेंस ट्रैकिंग और डीप एनालिटिक्स जोड़ने की योजना है। इसका लक्ष्य है, नियोक्ता और जॉब सीकर दोनों को एक ऐसा भरोसेमंद प्लेटफ़ॉर्म देना जो उन्हें ताकत भी दे और मन की शांति भी।
मजबूत ग्रोथ के बावजूद, Hireonix AI पूरी तरह से बूटस्ट्रैप्ड है और जिम्मेदार ग्रोथ पर केंद्रित है। इसके संस्थापक वर्तमान में HR टेक और AI एक्सपर्ट्स के साथ मेंटॉरशिप के अवसर तलाश रहे हैं ताकि स्केलिंग ज़िम्मेदारी से हो सके। पहले 1,000 जॉब सीकरों को, सभी फीचर्स का फ्री एक्सेस मिलेगा। नियोक्ताओं और उम्मीदवारों के लिए 15 दिन की फ्री ट्रायल जिसमें सभी फ़ीचर्स अनलॉक रहेंगे। जो भी भर्ती मैनेजर या उम्मीदवार धोखाधड़ी-रोधी, भरोसेमंद हायरिंग की तलाश में हैं, वे [hireonixai.com](http://hireonixai.com) पर जाकर और जानकारी ले सकते हैं या फ्री ट्रायल क्लेम कर सकते हैं। Hireonix AI सिर्फ एक और HR प्लेटफ़ॉर्म नहीं है। यह धोखाधड़ी के खिलाफ एक मजबूत दीवार है, और AI से प्रभावित दुनिया में उत्कृष्ट हायरिंग की दिशा में एक साहसी कदम है।