पावरलिफ्टिंग में जसप्रीत कौर ने तोड़ा राष्ट्रीय रिकॉर्ड

खेलो इंडिया पैरा खेलः 45 किलोग्राम वर्ग में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा

पैरा तीरंदाज शीतल देवी ने भी जीता स्वर्ण पदक

खेलपथ संवाद

नयी दिल्ली। पंजाब की पावरलिफ्टर जसप्रीत कौर ने रविवार को यहां खेलो इंडिया पैरा खेलों (केआईपीजी) के चौथे दिन 45 किलोग्राम वर्ग में अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़कर स्वर्ण पदक जीता और दो ‘विशेष’ तीरंदाजों शीतल देवी और पायल नाग के साथ सुर्खियां बटोरीं। चौथे दिन तमिलनाडु 22 स्वर्ण पदक के साथ तालिका में शीर्ष पर है। हरियाणा 18 स्वर्ण पदक के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि उत्तर प्रदेश और राजस्थान के 13-13 स्वर्ण पदक हैं।

कौर (31 वर्ष) 101 किग्रा भार उठाकर केआईपीजी 2025 में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाली पहली एथलीट बन गईं। कौर ने 2023 चरण में भी इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने अपना ही पिछला 100 किग्रा का राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा। उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) मीडिया से कहा, ‘मैं इस बार और भी बेहतर प्रदर्शन करना चाहती थी। राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने से मुझे राष्ट्रीय रैंकिंग में ऊपर चढ़ने में भी मदद मिली है।’

पैरा तीरंदाज शीतल देवी ने जीता स्वर्ण

वहीं जम्मू-कश्मीर की बिना हाथ की तीरंदाज और पैरालंपिक पदक विजेता शीतल देवी ने बहुप्रतीक्षित मुकाबले में ओडिशा की दिव्यांग (बिना हाथ, बिना पैर की तीरंदाज) पायल नाग को हराकर स्वर्ण पदक जीता। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में दोनों युवाओं के बीच मुकाबले में गत विजेता शीतल ने वापसी करते हुए खेलों का अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता। 18 वर्षीय शीतल ने कंपाउंडडनरी ओपन फाइनल मैच में 17 वर्षीय पायल के खिलाफ 109-103 से जीत दर्ज की। पायल के दोनों हाथ और दोनों पैर नहीं हैं।

वह बचपन में बिजली का झटका लगने के कारण अपने हाथ-पैर खो बैठी थीं और वह कृत्रिम पैरों से निशाना लगाती हैं। राकेश कुमार (40 वर्ष) और ज्योति बालियान (30 वर्ष) ने भी अपने-अपने मुकाबलों में स्वर्ण पदक जीते। झारखंड के विजय सुंडी ने हरियाणा के विकास भाकर को पुरुष रिकर्व ओपन स्वर्ण पदक मैच में 6-4 से हराया जबकि हरियाणा की पूजा ने महाराष्ट्र की राजश्री राठौड़ को 6-4 से हराकर महिला रिकर्व ओपन स्वर्ण पदक जीता।

 

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