अब कैमरे की निगरानी में होंगे राष्ट्रीय स्पर्धाओं के ट्रायल

हिमाचल प्रदेश युवा सेवा एवं खेल विभाग ने सरकार को भेजा प्रस्ताव
खेलपथ संवाद
शिमला।
नेशनल वॉलीबाल टूर्नामेंट के लिए टीम के चयन पर उठे विवाद के बाद अब खेल विभाग की ओर से सभी खेलों की राष्ट्रीय स्पर्धाओं के ट्रायल में वीडियोग्राफी करवाने का फैसला लिया है। इसको लेकर युवा सेवा एवं खेल विभाग ने सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है और जल्द इसकी अधिसूचना जारी होगी। 
जयपुर में मंगलवार से शुरू हुए नेशनल वॉलीबाल टूर्नामेंट के लिए 26 दिसम्बर को शिमला के इंदिरा गांधी खेल परिसर में ट्रायल हुए थे। ट्रायल के बाद खिलाड़ियों की सूचना जारी होने के बाद कुछेक खिलाड़ियों ने चयन पर सवाल उठाए और योग्य खिलाड़ियों को बाहर करने का आरोप लगाया। मामला मुख्यमंत्री के पास पहुंचा तो उन्होंने ट्रायल नए सिरे से करवाने के निर्देश दिए।
खेल विभाग ने ट्रायल रद्द किए और रविवार को नए सिरे से खिलाड़ियों के ट्रायल लिए गए। चयन समिति ने चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए ट्रायल के दौरान वीडियोग्राफी भी करवाई। इसी तर्ज पर अब खेल विभाग ने अन्य खेलों की राष्ट्रीय स्पर्धाओं के ट्रायल के दौरान वीडियोग्राफी करवाने का प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा है, ताकि चयन समिति पर किसी तरह के आरोप न लगे। युवा सेवा एवं खेल विभाग के अतिरिक्त निदेशक हितेश आजाद ने बताया कि कैमरे से चयनकर्ताओं के निर्णय को रिकॉर्ड किया जा सकेगा।
यदि कोई विवाद उत्पन्न होता है, तो यह दस्तावेज के रूप में प्रमाणित किया जा सकेगा। इसके साथ ही खिलाड़ियों को भी विश्वास होगा कि उनका प्रदर्शन निष्पक्ष तरीके से मूल्यांकित किया गया। राज्य में सभी खेलों की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए ट्रायल के दाैरान वीडियोग्राफी करवाने की व्यवस्था को लागू किया जाएगा। इस प्रक्रिया के बाद ट्रायल में शामिल खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और चयन प्रक्रिया पर भी किसी तरह के सवाल नहीं उठेंगे। जल्द से जल्द इसे लागू करने का प्रयास किया जाएगा।

 

रिलेटेड पोस्ट्स