क्या रोहित शर्मा मध्य क्रम में बल्लेबाजी को होंगे तैयार?

कप्तान की वापसी के बाद क्या राहुल करेंगे ओपनिंग
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय टीम ने भले ही ऑस्ट्रेलिया में पहला टेस्ट मैच जीतकर विजयी शुरुआत की है, लेकिन उसके लिए आगे चुनौतियां बढ़ने वाली हैं। पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में नियमित कप्तान रोहित शर्मा नहीं खेले थे क्योंकि वह पितृत्व अवकाश पर थे। अब वह टीम से जुड़ गए हैं ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या वह मध्यक्रम में बल्लेबाजी करना पसंद करेंगे।
रोहित अब भारतीय टीम के साथ दोबारा जुड़ गए हैं और छह दिसम्बर से होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में टीम की कप्तानी संभालेंगे। रोहित की अनुपस्थिति में केएल राहुल ने यशस्वी के साथ पारी की शुरुआत की थी, लेकिन अब देखना दिलचस्प होगा कि रोहित की वापसी के बाद भी क्या राहुल ओपनिंग जारी रखेंगे?
रोहित या राहुल में किसी का तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करना इस पर भी निर्भर करेगा कि शुभमन गिल फिट होते हैं या नहीं। गिल अगर मैच के लिए फिट नहीं हुए तो राहुल या रोहित में कोई इस मैच में तीसरे क्रम पर खेलेगा। हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि रोहित अगर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पांचवें या छठे नंबर पर उतरते हैं तो यह ज्यादा सही रहेगा। पर्थ में पहले टेस्ट में रोहित की अनुपस्थिति के कारण राहुल का इस्तेमाल एक अस्थायी सलामी बल्लेबाज के तौर पर हुआ था। 
राहुल ने पहले टेस्ट मैच में 26 और 77 रन बनाए और वह सभी भारतीय बल्लेबाजों में तकनीकी रूप से सबसे मजबूत दिखे। इस मैच से पहले उन्होंने एमसीजी में भारत ए के लिए भी एक मैच में सलामी बल्लेबाजी की भूमिका निभाई थी। पिछले पांच साल से टेस्ट में पारी का आगाज कर रहे रोहित अपनी सर्वश्रेष्ठ लय में नहीं है। भारत में हाल ही खेले गए पांच टेस्ट मैचों में उनका प्रदर्शन उत्साहजनक नहीं रहा था। यह सभी मैच हालांकि बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिचों पर खेले गए थे।
शीर्ष क्रम के बल्लेबाज गिल को पर्थ टेस्ट से पहले भारत के इंट्रा स्क्वाड मुकाबले के दौरान चोट लगी थी जिस कारण वह शुरुआती मुकाबला नहीं खेल सके थे। गिल ने अब तक नेट्स पर बल्लेबाजी का अभ्यास शुरू नहीं किया है। जब तक गिल नेट अभ्यास शुरू नहीं करते हैं, तब तक टीम प्रबंधन उन्हें लेने का जोखिम नहीं उठाएगा। अगर गिल दूसरे टेस्ट से पहले फिट हो गए थे तो ध्रुव जुरेल का बाहर बैठना तय है। 
इस मैच में यह भी देखना होगा कि क्या टीम प्रबंधन स्पिन गेंदबाजी विभाग में कोई बदलाव करती है या नहीं। पर्थ में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे अनुभवी स्पिन गेंदबाजों की जगह वाशिंगटन सुंदर को खेलने का मौका मिला था। अश्विन ने 2021 में एडिलेड में गुलाबी गेंद से खेले गए टेस्ट की पहली पारी में 45 रन पर चार विकेट लिए थे। इसमें शानदार गेंद पर स्टीव स्मिथ का विकेट भी शामिल था।
मौजूदा परिस्थितियों को देखे तो एडिलेड में भी पिच से स्पिनरों के लिए ज्यादा मदद नहीं होगी। जडेजा को विदेशों में बेहतर बल्लेबाजी के दम पर अश्विन के ऊपर तरजीह मिलती रही है, लेकिन वाशिंगटन को तकनीकी तौर पर उनसे बेहतर माना जाता है। इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने पर्थ में विराट कोहली के साथ 89 रन की साझेदारी कर टीम की बढ़त को 500 से अधिक तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया था। एडिलेड टेस्ट में भारतीय टीम को एकादश तय करने से ज्यादा ध्यान बल्लेबाजी क्रम तय करने पर देना होगा।

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