हॉकी बेटियों की खिताबी जीत पर कोच हरेन्द्र के गांव में जश्न
गांव दाउदपुर के बनवार बतराहा में जमकर छूटे पटाखे
खेलपथ संवाद
छपरा। खिलाड़ियों की सफलता में प्रशिक्षक की अहम भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता। हाल ही में राजगीर (बिहार) में खेली गई एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी में भारतीय हॉकी बेटियां खिताब जीतकर अपने गुरु हरेन्द्र सिंह की उम्मीदों पर खरी उतरीं। इस खिताबी जीत से जहां हर खेलप्रेमी खुश है वहीं कोच हरेन्द्र के गांव में जमकर जश्न मनाया गया।
राजगीर में भारतीय हॉकी बेटियां चीन को पछाड़ कर जैसे ही चैम्पियन बनीं, कोच हरेंद्र सिंह के गांव में जश्न का माहौल हो गया। कोच हरेंद्र के गांव दाउदपुर के बनवार बतराहा में बुधवार शाम पटाखे छोड़े जाने और मिठाइयां खाने-खिलाने के दौर से माहौल उत्सवी दिखने लगा। कोच के परिजनों को बधाई देने का तांता लग गया। परिजनों ने भी एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियों का आदान-प्रदान किया।
टीम इंडिया की जीत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बधाई देने और 10 लाख रुपये देने की घोषणा से उत्साह में और इजाफा हो गया। कोच हरेंद्र के परिवार के जितेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, दीपक कुमार, अंकित कुमार सिंह, रजनीश सिंह, विकाश कुमार सिंह, विवेक सिंह, आशा देवी, सरोज देवी, रीना कुंवर, मुखिया अभिषेक कुमार सिंह, विजय प्रताप सिंह चुन्नू, दिनेश कुमार सिंह, मनन सिंह, मुखियापति ध्रुवदेव गुप्ता आदि ने उन्हें फोन पर बधाई दी।
हरेंद्र ने अपने गांव और जिला ही नहीं बल्कि पूरे देश में परचम लहराया है। हॉकी की दुनिया में उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत विशिष्ट पहचान बनायी है। हरेंद्र अपनी उपलब्धियों के कारण आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बन गये हैं। हरेंद्र ने अपने कोचिंग के माध्यम से हमेशा नये खिलाड़ियों को अवसर प्रदान किया है। गांव के लोगों ने कहा कि हरेंद्र के दृढ़ विश्वास और जज्बे के कारण भारतीय महिला हॉकी को काफी मजबूती मिली है।