हिटमैन रोहित शर्मा की फॉर्म ने बढ़ाई भारत की चिंता
पिछली आठ पारियों में सिर्फ दो बार पार किया दहाई का आंकड़ा
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के बाद अगले महीने से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है। इस महत्वपूर्ण दौरे से पहले भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज गंवा दी है। भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता कप्तान रोहित शर्मा की खराब फॉर्म है जो बांग्लादेश के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ भी जारी रही। आक्रामक बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले रोहित न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रभावित नहीं कर सके जिससे भारत को नुकसान हुआ।
भारतीय कप्तान टेस्ट में लगातार विफल हो रहे हैं और ऐसा ही कुछ न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में भी देखने मिला था। न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी के बाद दूसरी पारी में भी रोहित कुछ कमाल नहीं दिखा सके थे और 16 गेंदों पर एक चौके की मदद से आठ रन बनाकर आउट हुए थे। रोहित को स्पिनर मिचेल सैंटनर ने विल यंग के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की नजरें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीत की हैट्रिक लगाने पर टिकी होंगी। ऐसे में भारतीय कप्तान का फॉर्म में लौटना काफी जरूरी है।
रोहित की खराब फॉर्म का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि घरेलू जमीन पर टेस्ट में भारतीय ओपनरों में सबसे खराब औसत रोहित का ही है। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज से पहले भारत ने दो मैचों की सीरीज के लिए बांग्लादेश का सामना किया था। भारतीय टीम ने वो सीरीज 2-0 से जीती थी, लेकिन कप्तान रोहित का बल्ला उस सीरीज में भी नहीं बोला था और उनका औसत 10.50 का रहा था जो घर में कम से कम चार पारियों में किसी भारतीय ओपनर का सबसे खराब औसत है। वहीं, न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों में उनका औसत 15.50 का रहा है।
रोहित ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अब तक चार पारियां मिलाकर 62 रन बनाए हैं। बंगलुरू टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने 52 रनों की पारी खेली थी, लेकिन इसके अलावा तीन पारियों में उनका बल्ला खामोश ही रहा। रोहित ने पिछली आठ टेस्ट पारियों में सिर्फ दो बार दहाई अंक का आंकड़ा पार किया है। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ अर्धशतकीय पारी के अलावा बांग्लादेश के खिलाफ 23 रन की पारी खेली थी। इन दो मौकों के अलावा वह दहाई अंक का आंकड़ा पार नहीं कर सके।