हर्षित राणा भारत को जिताकर बहुत खुश
दो ओवर बाद पता चला- उन्हें भी खेलना है
मौका भुनाकर बोले- सपना सच होने जैसा एहसास
खेलपथ संवाद
पुणे। भारतीय टीम ने पुणे में खेले गए चौथे टी20 मैच में इंग्लैंड को 15 रनों से हराकर पांच मैचों की टी20 सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। इसी तरह भारत ने 2019 से घरेलू मैदान पर टी20 प्रारूप में सीरीज जीत का चला आ रहा विजयी अभियान जारी रखा और घर में लगातार 17वीं टी20 सीरीज अपने नाम की। भारत को यह मैच जिताने में तेज गेंदबाज हर्षित राणा का अहम योगदान रहा जिन्हें मुकाबले के लिए प्लेइंग-11 में भी नहीं चुना गया था, लेकिन शिवम दुबे के कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर मैदान पर उतरे हर्षित ने डेब्यू पर कमाल कर दिया।
हर्षित को शिवम दुबे की जगह मैदान पर उतरने का मौका मिला। आईसीसी के नियमनुसार कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर उतरा खिलाड़ी बल्लेबाजी या गेंदबाजी कर सकता है। भारत को इसी का फायदा मिला और हर्षित कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर टी20 अंतरराष्ट्रीय में डेब्यू करने में सफल रहे। हर्षित ने चार ओवर में 33 रन दिए और तीन विकेट लेने में सफल रहे। इस तरह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले हर्षित दुनिया के सातवें खिलाड़ी बन गए, जबकि टी20 अंतरराष्ट्रीय में डेब्यू करने वाले पहले गेंदबाज बने।
मैच के बाद हर्षित ने कहा, यह मेरे लिए अभी भी ड्रीम डेब्यू की तरह है। दो ओवर के बाद मुझे बताया गया कि मैं कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर मैदान पर उतरूंगा। यह सिर्फ इस सीरीज की बात नहीं है क्योंकि मैं लंबे समय से इस अवसर का इंतजार कर रहा था और साबित करना चाहता था कि मैं टीम में रहना चाहता हूं। मैंने आईपीएल में अच्छी गेंदबाजी की थी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस तरह का प्रदर्शन करना चाहता था।
भारत की पारी के आखिरी ओवर में शिवम दुबे चोट का शिकार हो गए थे। जेमी ओवरटन की गेंद उनके हेलमेट पर लगी थी, जिसके बाद डॉक्टर्स की एक टीम ने मैदान पर पहुंचकर उनका हाल जाना था। लेकिन पारी खत्म होने के बाद उन्हें कन्कशन जांच के लिए जाना पड़ा। इस कारण उनकी जगह हर्षित राणा को मैदान पर उतारा गया।