उत्तराखंड में 28 जनवरी से होंगे 38वें राष्ट्रीय खेल

आईओए की आमसभा में खेलों का कार्यक्रम तय होगा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की पीटी ऊषा से मुलाकात
खेलपथ संवाद
देहरादून।
उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारतीय ओलम्पिक संघ की अध्यक्ष डॉ. पीटी ऊषा से मुलाकात की है। मुख्यमंत्री ने भारतीय ओलम्पिक संघ की अध्यक्ष डाॅ. पीटी ऊषा से मिलने के बाद बताया, उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेल अगले साल 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक होंगे। 
उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए भारतीय ओलम्पिक संघ का ध्वज मिलने और मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राष्ट्रीय खेलों के लिए हाईपॉवर कमेटी गठित होने के बाद इस साल अक्टूबर के तीसरे सप्ताह से नवम्बर के दूसरे सप्ताह के बीच राष्ट्रीय खेल शुरू होने का दावा किया जा रहा था। विभाग की ओर से राष्ट्रीय खेलों की तिथि तय करने के लिए भारतीय ओलम्पिक संघ को पत्र लिखा गया था। इस बीच खेल मंत्री रेखा आर्या ने भी केंद्रीय खेल मंत्री डाॅ. मनसुख मांडविया से मिलकर प्रदेश में राष्ट्रीय खेलों की तैयारी को लेकर रिपोर्ट सौंपी। वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी केंद्रीय खेल मंत्री मांडविया और भारतीय ओलम्पिक संघ की अध्यक्ष डाॅ. पीटी ऊषा से बात की, जिससे विभागीय अधिकारी उम्मीद जता रहे थे कि इसी साल 2024 में राष्ट्रीय खेल हो सकते हैं। 
राष्ट्रीय खेलों के माध्यम से उत्तराखंड को एक अच्छा मंच मिलेगा। भारतीय ओलम्पिक संघ ने 38वें ग्रीष्मकालीन राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए उत्तराखंड को चुना है। राज्य में अगले राष्ट्रीय शीतकालीन खेल भी आयोजित होंगे। 37वें राष्ट्रीय खेल 25 सितम्बर से 9 नवम्बर 2023 तक गोवा में आयोजित किए गए थे। शीतकालीन खेल पहली बार जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के बाहर आयोजित किए जाएंगे। भारतीय ओलम्पिक संघ के अनुसार, उत्तराखंड में 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक 38वें राष्ट्रीय खेल आयोजित होंगे। 25 अक्टूबर, 2024 को भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) की आमसभा की बैठक के दौरान खेल के स्थल, आयोजनों और अन्य कार्यक्रमों के विवरण को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय खेलों का आयोजन भारतीय ओलम्पिक संघ और एक चयनित राज्य सरकार द्वारा इसकी मेजबानी की जाती है। उनका मुख्य उद्देश्य देश में उन प्रतिभाओं की पहचान करना है जो ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर सकें। राष्ट्रीय खेल ओलम्पिक मॉडल पर आयोजित किये जाते हैं और शुरुआत में इन्हें हर दो साल में आयोजित किया जाना तय किया गया था। 24वें राष्ट्रीय खेल तक ये हर दो साल के बाद आयोजित किये जाते थे, लेकिन उसके बाद से यह अनियमित रूप से आयोजित किये जाते रहे हैं। 1924 में लाहौर (अब पाकिस्तान) में आयोजित पहले राष्ट्रीय खेलों को अखिल भारतीय ओलम्पिक खेल कहा जाता था। 1940 में बॉम्बे (अब मुंबई) में 9वें संस्करण में इसका नाम बदलकर राष्ट्रीय खेल कर दिया गया।

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