कानपुर में काली पट्टी पर खेलेंगे भारत-बांग्लादेश के पट्ठे

दूसरे टेस्ट के लिए कानपुर का ग्रीन पार्क मैदान तैयार
खेलपथ संवाद
कानपुर।
चेन्नई टेस्ट में बांग्लादेश को 280 रन से करारी शिकस्त देने के बाद भारत का अगला लक्ष्य कानपुर में एक और जीत हासिल कर सीरीज पर 2-0 से कब्जा जमाना होगा। कानपुर का ग्रीन पार्क स्टेडियम करीब तीन साल बाद किसी टेस्ट मैच की मेजबानी करेगा। 27 सितंबर से शुरू होने वाले इस मुकाबले के लिए पिच में काफी बदलाव देखने को मिल सकते हैं और यह चेन्नई की पिच से काफी अलग होगी। 
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, काली मिट्टी वाली पिच तैयार की जा रही है, जबकि पहले टेस्ट लाल मिट्टी की पिच थी। चेपक पिच में सभी तरह के गेंदबाजों के लिए कुछ न कुछ था, जिसमें तेज गेंदबाज और स्पिनर दोनों अलग-अलग चरणों में ट्रैक पर गेंदबाजी का आनंद ले रहे थे। हालांकि, कानपुर में स्पिनर्स को ज्यादा मदद मिल सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, कानपुर की पिच काफी सपाट रहने की संभावना है। यहां चेपक की लाल मिट्टी की पिच की तुलना में कम उछाल की उम्मीद है। गेंद के उछाल कम मिलने की उम्मीद के साथ, बल्लेबाजों को पहले मैच की तुलना में अधिक रक्षात्मक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता होगी। तेज गेंदबाजों की तुलना में स्पिनरों को पिच से अधिक मदद मिलने की संभावना है।
कानपुर में टेस्ट में भारत का रिकॉर्ड
भारत ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में 23 टेस्ट खेले हैं। इस मैदान पर पहला टेस्ट 1952 में भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। उस मैच में इंग्लिश टीम ने आठ विकेट से जीत हासिल की थी। भारत ने 23 में से सात टेस्ट में जीत दर्ज की है, जबकि तीन में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। 13 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं। भारत कानपुर में 51 साल से कोई टेस्ट नहीं हारा है। पिछली बार उसे 1983 में वेस्टइंडीज ने पारी और 83 रन से हराया था। वहीं, इस मैदान पर पिछला टेस्ट 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला गया था। यह मुकाबला ड्रॉ रहा था।
कानपुर में भारत क्या बदलाव ला सकता है?
परिस्थितियों में बदलाव की वजह से दूसरे टेस्ट में दोनों टीमों को प्लेइंग-11 में कुछ बदलाव करने पड़ सकते हैं। भारत एक तेज गेंदबाज को आराम देकर कुलदीप यादव या अक्षर पटेल में से किसी एक को चुन सकता है। मेजबान टीम किसे बाहर करती है यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वे जसप्रीत बुमराह को आराम देना चाहते हैं या मोहम्मद सिराज को। जसप्रीत बुमराह, आकाश दीप और मोहम्मद सिराज सभी बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में खेले थे। पिच से कम उछाल की उम्मीद है और ऐसे में कुलदीप भारतीय टीम के लिए अक्षर की तुलना में बेहतर फिट हो सकते हैं, क्योंकि अक्षर ज्यादा उछाल और टर्न देने वाली पिचों में बेहतर प्रदर्शन करते हैं। एक तेज गेंदबाज और स्पिनर के बीच सीधा स्वैप के अलावा भारतीय टीम में कोई और बदलाव होने की उम्मीद नहीं है।
पहली बार घंटी बजाकर शुरू होगा टेस्ट मैच
ग्रीनपार्क स्टेडियम में 76 वर्षों के इतिहास में पहली बार घंटी बजाकर अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच की शुरूआत की जाएगी। यह सौभाग्य भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर को मिलेगा। 
दोनों देशों की टीमें
भारतीय टीम- रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल, सरफराज खान, विकेटकीपर ऋषभ पंत, विकेटकीपर ध्रुव जुरेल, आर अश्विन, रविंद्र जड़ेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, आकाशदीप, जसप्रीत बुमराह, यश दयाल।
बांग्लादेश की टीम- नजमुल हुसैन शांतो (कप्तान), महमुदुल हसन जॉय, जाकिर हसन, शदमान इस्लाम, मोमिनुल हक, मुश्फिकुर रहीम, शाकिब अल हसन, लिटन दास, मेहंदी हसन मिराज, तैजुल इस्लाम, नईम हसन, नाहिद राणा, हसन महमूद, तस्कीन अहमद, सैयद खालिद अहमद और जाकिर अली अनिक।

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