लैंगिक जांच में फेल इमाने खेलीफ ने जीता स्वर्ण
बोलीं- मैं जन्म से महिला हूं और इसी तरह जी रही हूं
खेलपथ संवाद
पेरिस। विश्व चैम्पियनशिप में पिछले साल लैंगिक जांच में फेल होने वाली इमाने खेलीफ ने पेरिस ओलम्पिक में धमाल मचाया है। अल्जीरिया की यह मुक्केबाज पूरे टूर्नामेंट के दौरान विवादों में रही है। अब उन्होंने स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा कि वह एक महिला के रूप में पैदा हुई हैं और इसी तरह जी रही हैं।
खेलीफ ने शुक्रवार को चीन की यांग लियू को मुकाबले में 5-0 से हराया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अब अल्जीरिया की महिला बॉक्सर ने लैंगिक विवाद पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि वह महिला हैं और महिला की तरह ही अपना जीवन गुजार रही हैं। मुकाबले के बाद मीडिया से बात करते हुए इमाने खेलीफ ने कहा, "मैं किसी भी महिला की तरह एक महिला ही हूं। मैं एक महिला के रूप में पैदा हुई हूं और मैंने एक महिला के रूप में जीवन जिया है, लेकिन मेरी सफलता के कुछ लोग दुश्मन हैं और वे लोग मेरी सफलता को पचा नहीं सकते।"
दरअसल, विश्व चैम्पियनशिप 2023 के दौरान इमाने को अयोग्य घोषित कर दिया गया था। वहीं, ओलम्पिक में उनकी भागीदारी को लेकर भी सवाल उठ रहे थे। पहले मैच में उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी एंजिला कैरिनी की नाक पर जोरदार पंच जड़ा था, जिसके 46 सेकेंड बाद ही वह मुकाबले से हट गई थीं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) ने अल्जीरिया की इमाने और ताइवान की लिन यू-टिंग पर बयान जारी करते हुए बताया था कि दोनों खेलने के लिए योग्यता रखती हैं।