राजीव एकेडमी के 12 छात्र-छात्राओं का उच्च पैकेज पर चयन

सैंसस रेजीडेंसियल प्रोजेक्ट कम्पनी में मिला प्रापर्टी रिलेटर का पद

मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के छात्र-छात्राएं लगातार शिक्षा के साथ ही प्लेसमेंट के क्षेत्र में भी शानदार कामयाबी हासिल कर अपने सपनों को साकार कर रहे हैं। हाल ही में हुए कैम्पस प्लेसमेंट में यहां बीबीए में अध्ययन कर रहे एक दर्जन छात्र-छात्राओं को गुरुग्राम स्थित सैंसस रेजीडेंसियल प्रोजेक्ट कम्पनी में उच्च पैकेज पर सेवा का अवसर मिला है। शिक्षा पूरी करने से पूर्व मिली इस सफलता से चयनित विद्यार्थी ही नहीं उनके माता-पिता भी खुश हैं।

ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग प्रमुख डॉ. विकास जैन का कहना है कि हाल ही में गुरुग्राम स्थित सैंसस रेजीडेंसियल प्रोजेक्ट कम्पनी के पदाधिकारियों द्वारा राजीव एकेडमी में अध्ययनरत बीबीए के छात्र-छात्राओं का विविध तरीके से बौद्धिक मूल्यांकन किया गया। कैम्पस प्लेसमेंट में बैठे छात्र-छात्राओं का आईक्यू टेस्ट तथा साक्षात्कार लेने के बाद अभिनव पटेल, अभिषेक कुमार, अंशुल खण्डेलवाल, अनुपम चतुर्वेदी, देवेश वर्मा, जतिन कुन्तल, कविता राना, मानसी अग्रवाल, सजल खण्डेलवाल, साक्षी गुप्ता, शीतल यादव, विधि शर्मा आदि को उच्च पैकेज पर कम्पनी में फुलटाइम प्रापर्टी रिलेटर के पद पर जॉब हेतु आफर लेटर प्रदान किए गए। चयनित छात्र-छात्राओं का कार्य क्षेत्र गुरुग्राम (हरियाणा) होगा।

छात्र-छात्राओं को आफर लेटर प्रदान करने से पहले कम्पनी पदाधिकारियों ने बताया कि सैंसस रेजीडेंसियल प्रोजेक्ट कम्पनी में कर्मचारियों की समर्पित टीम कार्य करती है। कम्पनी अब तक 23 बड़ी परियोजनाओं पर सफलतापूर्वक काम कर चुकी है। यह कम्पनी मुख्यतः जनगणना सलाहकार का कार्य करती है। कम्पनी गुरुग्राम में सभी प्रमुख आवासीय, वाणिज्यिक, कृषि और औद्योगिक सम्पत्तियों की खरीद तथा बिक्री सौदा तय कराती है। इतना ही नहीं कम्पनी आईआरईओ, त्रेहन, डीएलएफ, यूनीटैक, विपुल, वाटिका, एम्मार, एमजीएफ आदि कई आवासीय सम्पत्तियों की भी बुकिंग कराती है।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने चयनित छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि अध्ययन के साथ-साथ उच्च पैकेज पर जॉब मिलने से भविष्य की राह आसान हो जाती है। उन्होंने कहा कि कम्पटीशन के युग में बिना अर्थ के जीवन की व्यवस्था बनाना सरल काम नहीं है। संस्थान के निदेशक अमर कुमार सक्सेना ने चयनित छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे अपनी लगन, मेहनत तथा बौद्धिक क्षमता से कम्पनी के उत्तरोत्तर विकास में योगदान देकर बहुत आगे बढ़ सकते हैं।

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