मेरठ की बिटिया प्रीति ने विश्व पैरा एथलेटिक्स में रचा इतिहास

100 और 200 मीटर दौड़ में जीता कांस्य, पेरिस पैरालम्पिक के लिए क्वालीफाई किया
एशियन गेम्स में पहली बार टी 55 कैटेगरी में भारत का किया था प्रतिनिधित्व
खेलपथ संवाद
मेरठ।
खेल के क्षेत्र में भारतीय बेटियां नित नए कीर्तिमान गढ़ रही हैं। हाल ही में जापान में आयोजित वर्ल्ड पैरा एथलेटिक चैम्पियनशिप में मेरठ की उभरती धावक प्रीति पाल ने इतिहास रच दिया है। एक ही प्रतियोगिता में दो पदक जीतने वाली वह भारत की पहली पैरा एथलीट बन गई है। तिरंगा लेकर पोडियम पर पहुंचने का अनुभव साझा करते हुए प्रीति पाल ने बताया कि यह उनके अब तक के खेल करियर का सबसे सुखदायी परिणाम और पड़ाव है। इसके बाद उन्हें अभी और आगे जाना है और देश का नाम दुनिया भर में रोशन करना है।
पिछले वर्ष चीन के हांगझोऊ में आयोजित एशियाई खेलों में पहली बार प्रीति पाल ने देश का प्रतिनिधित्व किया था। उनकी कैटेगरी में पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में कोई भारतीय एथलीट ने हिस्सा लिया था। उस प्रतियोगिता में पदक से चूकने के बाद प्रीति पाल ने वापस लौटकर और कड़ी मेहनत शुरू कर दी थी। खेलो इंडिया योजना के तहत चयनित प्रीति पाल का चयन भारत सरकार के टारगेट ओलम्पिक पोडियम योजना के तहत भी हुआ और यहां से कड़ी प्रतिस्पर्धा के लिए कठिन परिश्रम प्रीति ने शुरू कर दी। 
जापान के कोबे में आयोजित वर्ल्ड पैरा एथलेटिक चैम्पियनशिप में प्रीति पाल ने 100 मीटर दौड़ को 14.43 सेकेंड में पूरा किया जो उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इसके साथ ही उन्होंने 200 मीटर की दौड़ 30.49 सेकेंड में पूरा किया और कांस्य पदक अपने नाम किया। पैरा प्रतियोगिताओं में देश के बाहर 200 मीटर स्पर्धा में भारत का यह पहला पदक है। वर्ल्ड पैरा एथलेटिक चैम्पियनशिप में 200 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीतने के साथ ही प्रीति पाल ने पेरिस पैरालम्पिक प्रतियोगिता में अपना स्थान पक्का कर लिया। इसके बाद 100 मीटर स्पर्धा के फाइनल में भी प्रीति ने एक और कांस्य पदक जीतकर दोहरा इतिहास रचा। प्रीति ने देश का प्रतिनिधित्व जिस दमदार प्रदर्शन के साथ विश्व पटल पर किया है, इसकी सराहना भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के एथलीट व प्रशंसक कर रहे हैं। छोटी उम्र से अभाव में पली बढ़ी प्रीति सेरेब्रल पॉलसी से पीड़ित थी। उन्होंने खेल को चुना और उनकी मेहनत को देखते हुए खेल ने भी उन्हें चुन लिया। इसके बाद जिला प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पिछले वर्ष प्रीति ने हांगझोऊ में हुए पैरा एशियन गेम्स में हिस्सा लिया था। उत्तर प्रदेश की इस बेटी से पेरिस पैरालम्पिक में भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।

 

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