आरआईएस के छात्र-छात्राओं ने दिल्ली में फहराया अपनी मेधा का परचम

43वीं राष्ट्रीय ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता में जीती चैम्पियंस ट्रॉफी

मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने एक बार फिर से अपनी बौद्धिक और मानसिक क्षमता का नायाब उदाहरण पेश कर समूचे मथुरा जनपद को गौरवान्वित किया है। देश की राजधानी नई दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में आयोजित 43वीं राष्ट्रीय ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के होनहारों ने न केवल स्वर्ण और  रजत पदक जीते बल्कि चैम्पियंस ट्रॉफी भी अपने नाम कर ली।

कम उम्र से ही छात्र-छात्राओं के सम्पूर्ण मस्तिष्क का विकास सुनिश्चित करने तथा उनकी गणितीय क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता विभिन्न शहरों में आयोजित की जाती है। इसी कड़ी में विगत दिनों नई दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में 43वीं राष्ट्रीय ब्रेनोब्रेन अबेकस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।  इस प्रतियोगिता में राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने न केवल सहभागिता की बल्कि कुछ मिनट के अंदर ही सैकड़ों कठिन सवालों के सही उत्तर देकर स्वर्ण तथा रजत पदक के साथ ही चैम्पियन ट्रॉफी अपने नाम कर ली।

इस प्रतियोगिता में आरआईएस की अन्वी गुप्ता, हिमाद्री सिंह, मायरा माहेश्वरी (कक्षा 5-ए), आराध्या माहेश्वरी (कक्षा 6-सी), नक्ष गुप्ता (कक्षा 4-ए), पर्णिका गर्ग (कक्षा 4-बी), निमिष गुप्ता (कक्षा 6-सी) तथा सिद्धार्थ सिंह (कक्षा 2) ने चैम्पियंस ट्रॉफी जीतकर कर समूचे जनपद और राज्य में विद्यालय का नाम रोशन किया। प्रतियोगिता में नक्षिता सारस्वत, प्रतिष्ठा भारद्वाज (कक्षा 6-सी), मानस सारस्वत (कक्षा 5-सी),प्रत्यक्षा शर्मा (कक्षा 5-ए), शौर्य चौधरी (कक्षा 3-ए), वेदांशी लवानियां (कक्षा 8-ए) ने जहां स्वर्ण पदक जीते वहीं दैविक गुप्ता (कक्षा 3-सी) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने नई दिल्ली में शानदार सफलता हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि सिर्फ किताबी ज्ञान से सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास नहीं हो सकता। इसीलिए राजीव इंटरनेशनल स्कूल द्वारा प्रत्येक विद्यार्थी की रुचि को ध्यान में रखते हुए उसे प्रतिस्पर्धी अवसर प्रदान किए जाते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि ब्रेनोब्रेन अबेकस जैसी प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों की बौद्धिक तथा गणितीय क्षमता का विकास होता है।

प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने विजेता छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। श्री अग्रवाल ने कहा कि आज के समय में प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चे की गणितीय तथा सीखने की क्षमता को लेकर चिंतित रहते हैं। आरआईएस प्रत्येक बच्चे को जल्दी और प्रभावी ढंग से सीखने, कल्पना करने, ध्यान केंद्रित करने के लिए लगातार प्रशिक्षित करता है ताकि वह अपने मस्तिष्क को पहले से कहीं अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग में ला सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा क्षेत्र है जहां हर समस्या का समाधान है। यदि बचपन से ही बच्चों को प्रतिस्पर्धात्मक माहौल मिले तो वह हर मुश्किल काम को आसान कर सकते हैं।

विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने बताया कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने नई दिल्ली में अपनी बौद्धिक और मानसिक क्षमता से शानदार सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि आरआईएस का उद्देश्य छात्र-छात्राओं के ज्ञान और कौशल में इजाफा करना है ताकि बच्चे हर क्षेत्र में सफलता के नए प्रतिमान स्थापित करें। प्रिया मदान ने इस शानदार उपलब्धि के लिए सभी छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

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