इस बार सात खिलाड़ियों को मिलेगा पद्मश्री सम्मान

भिंड के दिव्यांग तैराक सतेंद्र सिंह और लखनऊ के गौरव खन्ना भी शामिल
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना को देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री के लिए चुना गया। इस बार खेल की सात हस्तियों को पद्मश्री मिलेगा। एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली स्क्वॉश खिलाड़ी जोशना चिनप्पा, तीरंदाजी कोच पूर्णिमा महतो, 1964 ओलम्पिक का स्वर्ण जीतने वाली हॉकी टीम के सदस्य हरबिंदर सिंह, बैडमिंटन कोच गौरव खन्ना, इंग्लिश चैनल को पार करने वाले भिंड के दिव्यांग तैराक सतेंद्र सिंह लोहिया और मलखम्ब गुरु उदय विश्वनाथ देशपांडे पद्मश्री के लिए चुने गए।
43 वर्ष की उम्र में बोपन्ना विश्व के सबसे उम्रदराज नम्बर एक युगल खिलाड़ी बने हैं तो चेन्नई की 37 वर्षीय जोशना चिनप्पा 20 सालों से स्क्वॉश खेल रही हैं। पूर्णिमा महतो 2008, 2012 ओलम्पिक में तीरंदाजी टीम की कोच थीं। 80 वर्षीय पूर्व हॉकी खिलाड़ी हरविंदर सिंह के नाम तीन ओलम्पिक पदक हैं। टोक्यो पैरालम्पिक में पैरा शटलरों की सफलता में गौरव खन्ना का बड़ा हाथ था, वह लखनऊ में पैरा शटलरों की अकादमी चलाते हैं। सतेंद्र सिंह भिंड (मध्य प्रदेश) के रहने वाले हैं। विकलांगता के बावजूद उन्होंने चार तैराकों के साथ रिले के रूप में इंग्लिश चैनल को पार किया। 70 वर्षीय उदय ने देश ही नहीं दुनिया में मलखम्ब को नया जीवन दिया।

रिलेटेड पोस्ट्स