सफलता की बुलंदियों पर खेल रत्न चिराग और सात्विक

एशियाई खेलों में भारत को पहली बार दिलाया स्वर्ण पदक
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न से विभूषित होने जा रही चिराग-सात्विक की जोड़ी ने इस साल बेजोड़ प्रदर्शन किया और पहली बार एशियाई खेलों में बैडमिंटन डबल्स में देश को स्वर्णिम सफलता दिलाई। जहां एक तरफ इस साल हमारे नामचीन शटलरों का वैश्विक खेल मंचों में फीका प्रदर्शन रहा वहीं इस जोड़ी ने अपने शानदार कौशल और दमखम से कई नए आयाम स्थापित किए।   
भारत के बैडमिंटन स्टार चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी को साल 2023 के लिए मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह दोनों बैडमिंटन में पुरुष युगल में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं और इस कैटेगरी में वह देश को कई पदक दिला चुके हैं। दोनों ने इसी साल हांगझोऊ एशियाई खेलों में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था और इस स्पर्धा से चीन के दबदबे को खत्म किया था। एशियाई खेलों में बैडमिंटन 1962 से हिस्सा रहा है और भारत ने पहली 2023 यानी 61 साल में पहली बार पुरुष युगल में स्वर्ण पदक जीता। इस साल इन दोनों की उपलब्धियों की वजह से देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला लिया गया। दोनों को नौ जनवरी को राष्ट्रपति भवन में होने वाले विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा।
इन दोनों ने पिछले साल हुए बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भी पुरुष युगल में भारत को पहली बार स्वर्ण दिलाया था। इन दोनों को अगस्त 2020 में अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। इन दोनों ने इसी साल एशियाई खेलों के बाद नम्बर एक रैंकिंग हासिल की थी। फिलहाल दोनों की रैंकिंग पुरुष युगल में दूसरी है। इन दोनों की खास बात यह है कि जब भी यह कोर्ट में उतरते हैं तो विपक्षी टीम को सटीक कॉम्बिनेशन और शॉट प्लेसमेंट से चकमा देते हैं। इनकी फुर्ती भी देखने लायक होती है। दोनों ही स्मैश में मास्टर हैं और विपक्षी जोड़ी के पास इनका कोई तोड़ नहीं होता। 
पिछले साल बर्मिघंम राष्ट्रमंडल खेलों के बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दोनों से मिले थे तो भी दोनों की खूब तारीफ की थी। सात्विक और चिराग पिछले काफी समय से एक-दूसरे के साथ खेल रहे हैं और इनके बीच कम्युनिकेशन देखने लायक है। इन दोनों के नाम एक दूसरे के साथ खेलते हुए पुरुष युगल में 12 पदक हैं। इनमें पांच स्वर्ण, तीन कांस्य और तीन रजत पदक हैं। दोनों ने 2022 में टोक्यो में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक अपने नाम किया था। इसके अलावा यह जोड़ी 2022 में बैंकॉक में हुए थॉमस कप में भारतीय पुरुष टीम के साथ स्वर्ण पदक जीत चुकी है।
दोनों ने 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में मिक्स्ड टीम प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण और पुरुष युगल में रजत पदक जीता था। वहीं, 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष युगल में इस जोड़ी ने स्वर्ण और मिक्स्ड टीम के साथ रजत पदक जीता था। 2022 हांगझोऊ एशियाई खेलों में पुरुष युगल में इस जोड़ी ने स्वर्ण और भारतीय पुरुष टीम के साथ रजत पदक जीता था। इसके अलावा इस साल दोनों दुबई एशियन चैम्पियनशिप में पुरुष युगल में स्वर्ण भी जीत चुके हैं। 2016 में हैदराबाद एशिया टीम चैम्पियनशिप और 2010 में मनीला एशिया टीम चैम्पियनशिप में भारतीय पुरुष टीम के साथ दोनों ने कांस्य पदक अपने नाम किया था। 

रिलेटेड पोस्ट्स