गोवा राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश का रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन

37 स्वर्ण सहित जीते 112 पदक, पदक तालिका में चौथा स्थान

श्रीप्रकाश शुक्ला

भोपाल। गोवा में सम्पन्न हुए 37वें राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने 37 स्वर्ण सहित कुल 112 पदक जीतकर नया कीर्तिमान अपने नाम किया। मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय खेलों की पदक तालिका में पहली दफा 37 स्वर्ण, 36 रजत और 39 कांस्य पदकों के साथ चौथा स्थान हासिल किया।

मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने 37वें राष्ट्रीय खेलों में अपने सभी पुराने कीर्तिमान ध्वस्त करते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इन खेलों में मध्य प्रदेश ने 37 स्वर्ण, 36 रजत और 39 कांस्य पदकों के साथ कुल 112 पदक हासिल किए। गोवा नेशनल गेम्स में मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने 37 खेलों में भागीदारी की और 28 खेलों में प्रदेश के खिलाड़ियों ने 37 स्वर्ण, 36 रजत और 39 कांस्य पदक सहित कुल 112 पदक अर्जित कर मध्यप्रदेश को पदक तालिका में चौथा स्थान दिलाया।

राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश के प्रदर्शन की जहां तक बात है वर्ष 1999 मणिपुर राष्ट्रीय खेलों से गोवा तक का सफर शानदार रहा है। वर्ष 1999 में मणिपुर राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश कुल 36 पदकों के साथ 18वें स्थान पर रहा। 2001 में पंजाब में हुए राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश 31 पदकों के साथ 19वें स्थान, वर्ष 2002 आंध्र प्रदेश राष्ट्रीय खेलों में 26 पदकों के साथ 20वें स्थान पर तो वर्ष 2007 गोवाहाटी राष्ट्रीय खेलों में 63 पदकों के साथ 12वां स्थान हासिल किया था। मध्य प्रदेश के लिए वर्ष 2011 खास रहा। झारखंड में 2011 में हुए राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश ने पहली दफा पदकों का सैकड़ा लगाया था। तब प्रदेश के खिलाड़ियों ने कुल 103 पदकों के साथ पदक तालिका में आठवां स्थान हासिल किया था।

वर्ष 2015 में केरल में हुए राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश के खाते में 91 पदक ही आए लेकिन पदक तालिका में वह छठे स्थान पर रहा। पिछले साल 2022 में गुजरात में हुए 36वें राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश 66 पदकों के साथ पदक तालिका में सातवें स्थान पर रहा। गुजरात नेशनल गेम्स में मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने 20 स्वर्ण, 25 रजत और 21 कांस्य पदक सहित कुल 66 पदक अर्जित किये थे। मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने गोवा में लगभग दोगुने पदक जीतकर पदक तालिका में चौथा स्थान हासिल किया। मध्य प्रदेश अब खेलों में रोल मॉडल बनने की दिशा में अग्रसर है। गोवा में महाराष्ट्र पहले, सर्विसेज दूसरे, हरियाणा तीसरे तथा मध्य प्रदेश चौथे स्थान पर रहा।

गोवा राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश का  क्याकिंग केनोइंग में सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा। इस विधा में मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने सबसे ज्यादा 9 स्वर्ण और तीन रजत पदक सहित कुल 12 पदक प्राप्त किए जो अपने आप में एक इतिहास है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय खेलों में क्याकिंग केनोइंग में मध्य प्रदेश को वर्ष 1994 से अब तक कुल 65 पदक मिल चुके हैं, जो सबसे ज्यादा हैं। महिला हॉकी की जहां तक बात है प्रदेश की हॉकी बेटियों ने 75 वर्षों के लम्बे अंतराल के बाद राष्ट्रीय खेलों की हॉकी स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। मध्य प्रदेश ने हरियाणा को पराजित कर स्वर्णिम सफलता हासिल की है। यहां यह उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश महिला हॉकी टीम वर्तमान में जूनियर और सीनियर राष्ट्रीय चैम्पियन है।

गोवा राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश के एथलीटों ने तीन स्वर्ण पदक जीते। इन एथलीटों के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए इनसे वैश्विक खेल मंचों पर पदक की उम्मीद की जा सकती है। देव मीणा ने पोल वोल्ट में नया जूनियर रिकॉर्ड बनाते हुए 5.16 मीटर की जम्प लगाकर स्वर्ण पदक अर्जित किया। शॉटपुट में समरदीप सिंह ने 18.95 मीटर गोला फेंककर स्वर्ण पदक अर्जित किया। उल्लेखनीय है कि समरदीप सिंह अभी मात्र 21 वर्ष का 6 फुट लम्बा प्रतिभावान खिलाड़ी है। समरदीप ने चीन में हुए विश्व यूनीवर्सिटी खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इसी तरह रितेष ओहरे ने 1500 मीटर दौड़ 3.40.93 मिनट में पूरी कर स्वर्णिम सफलता हासिल की।

मॉर्डन पेंटाथलान में मध्य प्रदेश ने दो स्वर्ण, नौ रजत तथा पांच कांस्य पदक सहित कुल 16 पदक अर्जित किए। इस खेल को अब प्रदेश में नई पहचान मिलेगी। फेंसिंग, एथलेटिक्स और शूटिंग के अलावा मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने बिलियर्ड और स्नूकर में दो स्वर्ण, एक रजत तथा एक कांस्य पदक सहित कुल चार पदक जीते। पहली बार बिलियर्ड और स्नूकर को गोवा नेशनल गेम्स में शामिल किया गया था। मध्य प्रदेश की स्टॉर खिलाड़ी अमी कयानी ने स्वर्ण पदक अर्जित किया वहीं डबल्स में भी मध्य प्रदेश ने स्वर्णिम सफलता हासिल की।

पेंचक सिलाट जोकि मार्शल आर्ट की एक विधा है, इसे पहली बार राष्ट्रीय खेलों में सम्मिलित किया गया। मध्य प्रदेश ने इस खेल के लिए विशेष तैयारी की। खिलाड़ियों का शिविर देवास में लगाया गया था। खिलाड़ियों ने पेंचक सिलाट में तीन स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक सहित कुल सात पदक प्रदेश के नाम किए। इसी तरह कलारिपयट्टू जोकि केरल राज्य का मार्शल आर्ट खेल है। मध्य प्रदेश ने यूथ गेम्स की सफलता को दृष्टिगत रखते हुए इस खेल में विशेष तैयारी की थी। खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के लिए केरल भेजा गया था। इस विधा में भी मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक सहित कुल तीन पदक जीते। याटिंग में मध्य प्रदेश ने विशेष प्रयास किए। खिलाड़ियों ने इल्का-6 और इल्का-4 में स्वर्ण पदक अर्जित कर मध्यप्रदेश को गौरवान्वित किया। इस खेल में शीतल सेंधव और नेहा ठाकुर ने स्वर्णिम सफलता अर्जित की। गोवा में मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने जिस तरह शानदार प्रदर्शन किया उससे अगले साल उत्तराखंड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों में भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद बंधी है।

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