पैरा एशियन गेम्स में भारतीय एथलीटों का जलवा

रमन-धर्मराज ने एशियाई रिकॉर्ड के साथ जीते स्वर्ण
भारत ने 51 पदक एथलेटिक्स में जीते
खेलपथ संवाद
हांगझोऊ।
पैरा एशियाई खेलों में एथलेटिक्स के बाद बैडमिंटन में भारतीय खिलाड़ियों ने स्वर्णिम प्रदर्शन किया। एथलेटिक्स में पैरा खिलाड़ियों ने शुक्रवार को दो तो बैडमिंटन में चार स्वर्ण पदक जीते। रमन शर्मा ने टी-38 वर्ग में 1500 मीटर और धर्मराज सोलाईराज ने टी-64 वर्ग में लम्बी कूद का स्वर्ण पदक एशियाई कीर्तिमान के साथ जीता।
बैडमिंटन में सुहास एलवाई ने एसएल-4 में, गत विजेता प्रमोद भगत ने एसएल-3 में, तुलसीमती मुरगेसन ने एसएलयू-5 वर्ग में और नितेश-तरुण की जोड़ी ने एसएल-3, एसएल-4 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। वहीं बिना बाजुओं के तीरंदाजी करने वाली शीतल देवी ने इन खेलों में दूसरा स्वर्ण पदक जीता। वह इन खेलों में अब तक दो स्वर्ण और एक रजत जीत चुकी हैं।
रमन शर्मा ने 1500 मीटर रेस 4.20.80 मिनट का समय निकालकर जीती, जबकि धर्मराज ने 6.80 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण जीता। दोनों ने गेम्स रिकॉर्ड भी कायम किया। शीतल ने कंपाउंड ओपन के फाइनल में सिंगापुर की आलिम नूर को 144-142 से हराया। शीतल को सेना की मदद से कटरा स्थित माता वैष्णो देवी तीरंदाजी अकादमी लाया गया था। वह जुलाई माह में विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली दुनिया की पहली बिना बाजुओं की महिला तीरंदाज बनी थीं।
कृष्णा नागर बैडमिंटन के फाइनल में हारे
सुहास एलवाई ने फाइनल में मलयेशिया के मोहम्मद बिन बुराहनुद्दीन को 13-21, 21-18, 21-9 से हराया। प्रमोद भगत ने फाइनल में नितेश कुमार को 22-20, 21-19 से हराकर स्वर्ण जीता। तुलसीमती मुरगेसन ने यांग क्वीजिया (चीन) को 2-0 से हराया। वहीं नितेश और तरुण की जोड़ी को फाइनल में कड़े संघर्ष में जीत मिली। मानसी जोशी और तुलसीमती को एलएल-3, एसयू-5 के फाइनल में 1-2 से हार मिली। एसयू5 के फाइनल में चिराग बरेठा और राजकुमार को 2-1 से हार मिली। वहीं हांगकांग के चू मान काई ने टोक्यो पैरालंपिक विजेता कृष्णा नागर को एसएच6 के फाइनल में 2-1 से हराया। तैराकी में सुयश नाराणय जाधव ने 50 मीटर बटरफ्लाई में कांस्य जीता।

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