रुकें नहीं, थमें नहीं, बढ़ते रहें जांबाज खिलाड़ी

चीन में भारतीयों ने रचा इतिहास

श्रीप्रकाश शुक्ला

ग्वालियर। हांगझोऊ एशियाई खेलों में भारत ने इतिहास रच दिया। इस बार 100 पार का लक्ष्य लेकर उतरे भारतीय खिलाड़ी दल ने 107 पदक जीतकर न केवल खेलतंत्र को पुलकित होने का मौका दिया बल्कि हर खेलप्रेमी की बांछें खुशी से खिला दीं। भारत के लिए इससे बड़ी खुशी क्या होगी कि आजादी के 75वें वर्ष के अमृतकाल में देश ने 19वें एशियाई खेलों में पदकों का शतक पूरा किया है।

चीन के हांगझाऊ में आयोजित हुए 19वें एशियन गेम्स में भारत का अभियान 107 पदकों पर खत्म हुआ। इनमें 28 गोल्ड, 38 सिल्वर और 41 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। एशियन गेम्स के इतिहास में भारत का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। पहली बार भारत ने मेडलों का शतक लगाया है। वहीं इस बार भारत ने दो बड़े रिकॉर्ड भी अपने नाम किए। पहले एक दिन में सबसे ज्यादा मेडल जीतने का नया रिकॉर्ड बनाया और फिर एक संस्करण में सबसे ज्यादा मेडल जीतने का नया रिकॉर्ड बना डाला।

भारतीय दल ने हांगझोऊ में रिकॉर्ड 107 पदक जीते, जिसमें 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य पदक शामिल रहे और 2018 जकार्ता में बनाए अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को 37 पदकों से पीछे छोड़ दिया। एथलेटिक्स में भारत ने सर्वाधिक 29 पदक अपने नाम किए। नीरज चोपड़ा ने गोल्ड और किशोर कुमार जेना ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। वहीं, पारुल चौधरी और अविनाश साबले का डबल पोडियम, तजिंदरपाल सिंह तूर का शॉट पुट खिताब, 4x400 मीटर रिले टीमों का शानदार प्रदर्शन और तेजस्विन शंकर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने के साथ-साथ डेकाथलॉन और ट्रैक एंड फील्ड के यादगार लम्हें एशियाई खेल 2023 के गवाह बने।

हांगझोऊ में भारतीय निशानेबाजों ने भी सात स्वर्ण पदक अपने नाम किए। ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर की अगुवाई में सिफ्ट कौर सामरा और पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल टीम ने एशियन गेम्स 2023 में विश्व रिकॉर्ड तोड़े। वहीं भारतीय क्रिकेट और कबड्डी टीमों ने भी स्वर्ण पदक जीते। दोनों ही क्रिकेट टीमों के लिए ये उनका पहला खिताब था। 2018 जकार्ता में मिली निराशा के बाद कबड्डी टीमों ने फिर से अपना ताज हासिल कर लिया। पुरुष हॉकी में भारत ने स्वर्ण पदक जीता और पेरिस 2024 ओलम्पिक कोटा भी हासिल किया। हालांकि, महिला हॉकी टीम के हाथ कांस्य पदक ही लगा।

सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में भारत का पहला बैडमिंटन खिताब जीता। इस बीच, पुरुष टीम ने रजत पदक जीता तो एचएस प्रणॉय ने चोट के बावजूद शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक हासिल किया। स्क्वैश में दीपिका पल्लीकल और हरिंदर पाल संधू ने एशियन गेम्स के इतिहास में पहली बार मिश्रित युगल का स्वर्ण पदक जीता। भारतीय पुरुष टीम ने भी खिताब जीता जबकि महिला टीम को कांस्य पदक मिला। सौरव घोषाल ने अपनी एशियन गेम्स मेडल टैली में लगातार पांचवां व्यक्तिगत पदक (एक रजत) जोड़ा। अनाहत सिंह और अभय सिंह ने भी मिश्रित युगल में कांस्य पदक हासिल किए।

भारत के कम्पाउंड तीरंदाजों ने भी खिताब जीता जबकि रिकर्व टीमों ने भी दो पदक जीते। भारत ने 41 वर्षों में अपना पहला इक्वेस्ट्रियन (घुड़सवारी) स्वर्ण पदक भी जीता। रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले ने मिश्रित युगल टेनिस का खिताब अपने नाम किया। लवलीना बोरगोहेन ने एशियन गेम्स में अपने डेब्यू में रजत पदक और पेरिस 2024 ओलम्पिक कोटा हासिल किया। इस बीच, भारत की निकहत जरीन (50 किलोग्राम), प्रीति पंवार (54 किलोग्राम) और परवीन हुड्डा (57 किलोग्राम) ने पेरिस के लिए तीन और बॉक्सिंग ओलम्पिक कोटा हासिल किए।

अदिति अशोक एशियन गेम्स में रजत पदक जीतकर महाद्वीपीय खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला गोल्फर बनीं। हांगझोऊ में कांस्य पदक जीतने के लिए सुतीर्था मुखर्जी और अहिका मुखर्जी ने मौजूदा विश्व चैम्पियन चेन मेंग और यिडी वांग को हराकर सुर्खियां बटोरीं। भारतीय महिला रेगु ने भी सेपकटकरा की महाद्वीपीय प्रतियोगिता में अपना पहला पदक, कांस्य के रूप में जीता। दोनों भारतीय शतरंज टीमों ने भी चांदी के फलकों से अपने गले सजाए। पुरुष टीम शतरंज स्पर्धा में ईरान, भारत और उज़्बेकिस्तान ने क्रमशः स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते। भारतीय टीम में रमेश बाबू प्रागनानंदा, विदित संतोष गुजराती, अर्जुन कुमार एरिगैसी, हरि कृष्ण पेंटाला और गुकेश डोमनराजू शामिल थे।

भारत ने रोइंग, सेलिंग, वुशू, रोलर स्केटिंग, डिंगी और ब्रिज में भी पदक जीते। दीपक पूनिया का 19वें एशियाई खेलों में किसी भारतीय पहलवान द्वारा जीता गया पहला रजत पदक है। अंतिम पंघाल, सोनम मलिक, सुनील कुमार, किरण बिश्नोई और अमन सहरावत ने कांस्य पदक जीते। 2018 एशियाई खेलों के चैम्पियन बजरंग पूनिया और दो बार की ओलम्पिक मेडलिस्ट शटलर पीवी सिंधु के लिए 19वें एशियन गेम्स न भूलने वाला लम्हा साबित हुए। यह दोनों पदक जीतने में असफल रहे। भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशियाई खेलों में अपने पिछले तीन कांस्य पदकों में इजाफा किया।

भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीमों ने एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीते तो कबड्डी के स्वर्ण पदक मुकाबलों में भी दोनों टीमें चैम्पियन बनीं। एशियन गेम्स के स्वर्ण पदक मैच में भारतीय पुरुष कबड्डी टीम ने ईरान को 33-29 से हराया। इस जीत के साथ भारत ने एशियाई खेलों में अपना आठवां पुरुष कबड्डी खिताब जीता। यह महाद्वीपीय प्रतियोगिता के इस संस्करण में भारत का 28वां स्वर्ण पदक है, जिससे पदकों की रिकॉर्ड संख्या और बढ़ गई है।

एशियन गेम्स में पुरुष युगल बैडमिंटन स्वर्ण पदक मैच में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने कोरिया गणराज्य के चोई सोलग्यू और किम वोन्हो के खिलाफ 21-18, 21-16 से जीत हासिल की। दुनिया की तीसरे नंबर की जोड़ी सात्विक और चिराग ने एशियन गेम्स के इतिहास में भारत के लिए पहला बैडमिंटन स्वर्ण जीतकर इतिहास रच दिया। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के चैम्पियन भी हैं। सात्विकसाईराज रंडीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने एशियन गेम्स 2023 पुरुष युगल खिताब जीतने के अपने सफर में हांगकांग, चीन, इंडोनेशिया, सिंगापुर, मलेशिया और कोरिया गणराज्य की जोड़ियों को हराया था। एचएस प्रणॉय ने भी पुरुष एकल में चांदी का तमगा जीता। कुल मिलाकर चीन में हमारा प्रदर्शन बेशक ताली पीटने वाला रहा हो लेकिन पेरिस ओलम्पिक में भी जानदार-शानदार कौशल के लिए हमारे जांबाज खिलाड़ियों को आगे ही बढ़ते जाना है।

रिलेटेड पोस्ट्स