यशस्वी के शानदार शतक से नेपाल पस्त
भारत ने नेपाल को 23 रन से हराया
साई किशोर ने डेब्यू मैच में बनाया रिकॉर्ड
खेलपथ संवाद
हांगझोऊ। यशस्वी जायसवाल के शानदार शतक से एशियाई खेल 2023 में भारतीय क्रिकेट जीत ने विजयी आगाज किया है। अपने पहले मैच में भारत ने नेपाल को 23 रन से हराया है। शीर्ष वरीयता वाली टीम होने के कारण भारत को सीधे क्वार्टर फाइनल में खेलने का मौका मिला और टीम इंडिया ने नेपाल को हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 202 रन बनाए। इसके जवाब में नेपाल की टीम नौ विकेट खोकर 179 रन ही बना सकी।
भारत के लिए बल्ले से यशस्वी जायसवाल ने शतक लगाया और 49 गेंद में 100 रन की शानदार पारी खेली। गेंद के साथ रवि बिश्नोई और आवेश खान ने तीन-तीन विकेट लिए वहीं, भारत के लिए पहला मैच खेल रहे रवि साई किशोर ने फील्डिंग में रिकॉर्ड बनाया। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 202 रन बनाए। यशस्वी जायसवाल ने सबसे ज्यादा 100 रन का योगदान दिया। रिंकू सिंह ने 37, ऋतुराज और शिवम दुबे ने 25-25 रन बनाए। नेपाल के लिए दीपेंद्र सिंह ने दो विकेट लिए। सोमपाल कामी और लामिछाने को एक विकेट मिला। इसके जवाब में नेपाल की टीम नौ विकेट खोकर 179 रन ही बना पाई। सबसे ज्यादा 32 रन दीपेंद्र सिंह ने बनाए। संदीप जोरा और कुशल मल्ला ने 29, कुशल भुर्तेल ने 28 और करण ने 18 रन का योगदान दिया। इस वजह से नेपाल की टीम भारत को टक्कर देने में सफल रही। भारत के लिए रवि बिश्नोई और आवेश खान ने तीन-तीन विकेट लिए। अर्शदीप को दो और आर साई किशोर को एक विकेट मिला।
पहली पारी में क्या हुआ?
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने शानदार शुरुआत की। यशस्वी और ऋतुराज की जोड़ी ने पावरप्ले में 63 रन जोड़ लिए। यशस्वी तेजी से रन बना रहे थे और 22 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। वहीं, ऋतुराज अच्छी लय में नहीं थे। वह 23 गेंद में 25 रन बनाकर आउट हुए। दीपेंद्र सिहं ऐरी ने उन्हें रोहित के हाथों कैच कराया। तीसरे नंबर पर आए तिलक वर्मा 10 गेंद में दो रन बनाकर आउट हो गए। जितेश शर्मा भी पांच रन बनाकर चलते बने। शिवम दुबे ने यशस्वी जायसवाल के साथ मिलकर भारत का स्कोर 150 रन तक पहुंचाया।
यशस्वी ने 48 गेंद में आठ चौके और सात छक्कों की मदद से अपना शतक पूरा किया। हालांकि, इसके बाद ही वह आउट हो गए। अंत में रिंकू सिंह और शिवम दुबे ने 22 गेंद में 52 रन की नाबाद साझेदारी कर टीम का स्कोर चार विकेट पर 202 रन तक पहुंचाया। रिंकू सिंह 15 गेंद में चार छक्के और दो चौकों की मदद से 37 रन बनाकर नाबाद रहे। वहीं, शिवम दुबे ने 19 गेंद में नाबाद 25 रन बनाए। नेपाल के लिए दीपेंद्र सिंह ने दो और सोमपाल, संदीप ने एक-एक विकेट लिया।
अंत में बिखरी नेपाल की टीम
203 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए नेपाल ने अच्छी शुरुआत की। 29 रन के स्कोर पर टीम को पहला झटका लगा। आवेश खान ने आशिफ शेख को 10 रन के निजी स्कोर पर आउट कर दिया। हालांकि, नेपाल के बल्लेबाज बड़े शॉट खेलते रहे और पावरप्ले खत्म होने के बाद नेपाल का स्कोर एक विकेट पर 46 रन था। कुशल माला और कुशल भुर्तेल ने तेजी से रन बनाए। अपना पहला मैच खेल रहे आर साई किशोर ने कुशल भुर्तेल को 28 रन के स्कोर पर आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। इसके बाद कुशल माला भी 29 रन बनाकर रवि बिश्नोई का शिकार बने। इसी ओवर में बिश्नोई ने नेपाल के कप्तान रोहित को आउट कर नेपाल का स्कोर 11 ओवर में 77/4 कर दिया।
दीपेंद्र सिंह ऐरी और संदीप जोरा ने आक्रामक बल्लेबाजी कर मैच में नेपाल को बनाए रखा। ऐरी 15 गेंद में 32 रन बनाकर बिश्नोई का तीसरा शिकार बने। वहीं, जोरा को अर्शदीप ने यशस्वी के हाथों कैच कराया। सोमपाल कामी और गुलशन झा कुछ खास नहीं कर सके। करण ने 18 रन बनाए और अंत में रन बनाने की कोशिश की, लेकिन ज्यादा सफल नहीं हुए। अंत में भारतीय गेंदबाज नेपाल को 179 रन पर रोकने में सफल रहे और मैच अपने नाम किया।
भारत के लिए आवेश खान और रवि बिश्नोई ने तीन-तीन विकेट लिए। यही दोनों भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे। अर्शदीप को दो विकेट जरूर मिले, लेकिन उनकी गेंदबाजी बेहद साधारण थी। उन्होंने 10 से ज्यादा के इकोनॉमी रेट से रन बनाए। वाशिंगटन सुंदर और शिवम दुबे भी काफी महंगे साबित हुए।
साई किशोर ने बनाया रिकॉर्ड
भारत के लिए आर साई किशोर ने इस मुकाबले में डेब्यू किया। बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज ने इस मैच में तीन कैच पकड़े और खास रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह डेब्यू मैच में तीन कैच पकड़ने वाले पहले भारतीय हैं। साई किशोर को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, लेकिन अपने चार ओवरों में उन्होंने काफी प्रभावित किया। साई किशोर ने चार ओवर में 25 रन देकर एक विकेट लिया। भारत के लिए अपना पहला मैच खेल रहे साई किशोर राष्ट्रगान के समय भावुक हो गए थे और उनकी आंखों में आंसू आ गए थे, लेकिन मैच के दौरान उन्होंने अपनी भावनाओं को काबू में रखते हुए अच्छा प्रदर्शन किया और टीम की जीत में योगदान दिया।