पदकों की झड़ी, सोने-चांदी से भर दीं झोलियां
एशियाड में भारतीय एथलीटों का जलवा
खेलपथ संवाद
हांगझोऊ। भारतीय खिलाड़ियों ने एथलेटिक्स और निशानेबाजी में अपना परचम लहराते हुए भारत की झोली में कई पदक डाले। भारत ने रविवार को जहां चमकदार बनाते हुए 15 मे़डल जीते वहीं सोमवार को सात मे़डल जीतकर अपने पैर सर्वश्रेष्ठता की तरफ बढ़ा दिए।
अविनाश साबले एशियाई खेलों में पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष बन गए, जबकि पुरुषों के शॉटपुट में तेजिंदर पाल सिंह तूर ने आखिरी थ्रो पर बाजी मारते हुए अपना खिताब बरकरार रखा। उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया। शूटिंग में पुरुष ट्रैप टीम ने स्वर्ण अपने नाम किया। बैडमिंटन पुरुष टीम को फाइनल में हार के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा। अदिति अशोक ने गोल्फ में रजत पदक जीता।
शॉटपुट में तूर ने पहले दो प्रयास में फाउल करने के बाद तीसरे प्रयास में 19.51 मीटर का थ्रो लगाया। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास आखिरी थ्रो पर 20.36 मीटर था, जिसने उन्हें स्वर्ण पदक दिलाया। भारत ने आज एथलेटिक्स में 2 स्वर्ण, 4 रजत और 3 कांस्य पदक जीते, लेकिन महिलाओं की 100 मीटर बाधादौड़ फाइनल में विवाद हो गया। ज्योति याराजी और चीन की वु यान्नी को ‘फाल्स स्टार्ट’ के कारण अयोग्य करार दिया गया, लेकिन बाद में जज ने उन्हें रेस में भाग लेने की अनुमति दी। चीन की लिन युवेइ ने 12 . 74 सेकंड में स्वर्ण पदक जीता जबकि यान्नी दूसरे और याराजी तीसरे स्थान पर रही थी। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने तुरंत विरोध दर्ज किया और तकनीकी नियम 16 . 8 के तहत यान्नी को अयोग्य करार दिया गया जबकि याराजी का कांस्य पदक रजत में बदल गया। महिलाओं की 1500 मीटर दौड़ में भारत की हरमिलन बैंस ने रजत पदक जीता, जबकि पुरुष वर्ग में अजय कुमार सरोज को रजत और जिनसन जॉनसन को कांस्य पदक मिला। महिलाओं की चक्काफेंक में सीमा पूनिया ने कांस्य पदक जीता। मुरली श्रीशंकर ने लंबी कूद में रजत पदक जीता। नंदिनी अगासरा ने महिलाओं की हेप्टाथलन स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया।
बैडमिंटन पुरुष टीम ने रजत पदक जीता। मुक्केबाजी में 2 बार की विश्व चैम्पियन निकहत जरीन महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग में के सेमीफाइनल में हारकर टूट गयी। उन्होंने कांस्य पदक जीता। परवीन हुड्डा ने 57 किग्रा स्पर्धा के सेमीफाइनल में जगह बनाकर ओलंपिक कोटा हासिल करते हुए पदक पक्का किया। भारतीय गोल्फर अदिति अशोक महिला गोल्फ स्पर्धा के आखिरी दिन लय बरकरार नहीं रखी सकीं और 5 ओवर 77 का निराशाजनक कार्ड खेलकर रजत पदक अपने नाम किया। महिला गोल्फ में यह भारत का पहला पदक है। भारतीय महिला हॉकी टीम को पूल ए के मैच में दक्षिण कोरिया ने 1.1 से ड्रॉ पर रोका हालांकि, बेहतर गोल औसत के आधार पर भारतीय टीम अभी भी शीर्ष पर है।
अनुभवी ज्योति सुरेखा वेन्नम की अगुआई में कंपाउंड तीरंदाजों ने उम्मीदों पर खरे उतरे हुए एशियाई खेलों में क्वालीफिकेशन में शीर्ष स्थान हासिल किया तथा महिला और मिश्रित जोड़ी टीम स्पर्धा में शीर्ष वरीयता हासिल की। विश्व चैंपियन ओजस देवताले और 2014 एशियाड रजत पदक विजेता अभिषेक वर्मा ने तीसरा-चौथा स्थान हासिल किया, जिससे भारत ने पुरुष टीम कंपाउंड क्वालीफायर में दूसरी वरीयता प्राप्त की।
शूटरों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
भारतीय ट्रैप निशानेबाजों ने एशियाई खेलों में निशानेबाजी के आखिरी दिन को यादगार बना दिया। पुरूष टीम ने स्वर्ण और महिला टीम ने रजत पदक जीता। व्यक्तिगत वर्ग में कीनान चेनाई ने कांस्य पदक हासिल किया। आखिरी दिन ट्रैप में मिले तीन पदकों के बाद भारतीय निशानेबाज 7 स्वर्ण, 9 रजत और 6 कांस्य समेत 22 पदक लेकर लौटेंगे, जो एशियाई खेलों में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।