तेज गेंदबाजों के अच्छे प्रदर्शन से मिलती है संतुष्टिः रोहित शर्मा

न खिलाड़ी, न कोच फिर किसे थमा दी एशिया कप ट्रॉफी
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
कोलम्बो में एशिया कप 2023 के फाइनल में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और 10 विकेट से एकतरफा जीत हासिल की। पहले रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम ने श्रीलंका को सिर्फ 50 रन पर आउट कर दिया, जिसमें मोहम्मद सिराज ने सिर्फ सात ओवर में 21 रन देकर छह विकेट लिए। इसके भारत ने केवल 6.1 ओवर में लक्ष्य हासिल कर आठवां एशिया कप खिताब जीता। क्रिकेट विश्व कप से पहले, यह जीत भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है, जिसके पास 2013 के बाद से कोई आईसीसी खिताब नहीं है।
ट्रॉफी के जश्न के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के कई खिलाड़ियों ने ट्रॉफी उठाई। ट्रॉफी उठाने वाले पहले सदस्यों में से एक 20 वर्षीय तिलक वर्मा थे। भारतीय क्रिकेट में सबसे युवा या सबसे नए खिलाड़ी को दूसरों से पहले ट्रॉफी उठाने का मौका देना एक परंपरा रही है। इसके तुरंत बाद, एक और व्यक्ति आया जिसने ट्रॉफी उठाई। वह टीम में न तो कोई खिलाड़ी था, न ही कोच या फिजियो।
हालांकि, वह भारतीय टीम के एक बहुत ही महत्वपूर्ण सदस्य हैं। इनका नाम रघु राघवेंद्र है, जो 'थ्रो-डाउन स्पेशलिस्ट' हैं। उनका काम नेट्स पर भारतीय बल्लेबाजों को स्लिंगर से थ्रो-डाउन देना है। वह अकेले नहीं हैं क्योंकि भारत ने कथित तौर पर दो अन्य थ्रोडाउन विशेषज्ञों को नियुक्त किया है। कोहली ने पहले थ्रो-डाउन विशेषज्ञों के बारे में कहा था "बहुत सारा श्रेय इन लोगों को जाता है, जिन्होंने हमें नियमित रूप से अभ्यास कराया और उनका योगदान अविश्वसनीय रहा है। आप लोगों को उनके नाम और चेहरे याद रखने चाहिए क्योंकि, हमारी सफलता के पीछे, इन लोगों ने बहुत प्रयास किया है।"
राघवेंद्र, राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी से हैं और बीसीसीआई में शामिल हुए। वह भारत के पहले थ्रो-डाउन विशेषज्ञ थे। उन्होंने सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी को भी थ्रो-डाउन दिया है। रविवार को श्रीलंका को 50 रन पर समेटने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा अपने तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन पर खुशी नहीं छिपा सके और उन्होंने कहा कि वे टीम को जो विविधता देते हैं वह बेहद महत्वपूर्ण है। तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने शानदार स्पेल (21 रन पर 6 विकेट) डाला, जिसने एशिया कप फाइनल में श्रीलंका पर भारत की 10 विकेट से जीत की नींव रखी।
रोहित ने मैच के बाद मीडिया कॉन्फ्रेंस में कहा "जब मैं तेज गेंदबाजों को इस तरह का प्रदर्शन करते हुए देखता हूं तो मुझे बहुत संतुष्टि मिलती है। सभी कप्तान तेज गेंदबाजी पर बहुत गर्व करते हैं, और मैं भी अलग नहीं हूं। हमारे पास तेज गेंदबाजों का एक शानदार समूह है। उन सभी के पास अलग-अलग कौशल सेट और विविधताएं हैं - कोई तेज गेंदबाजी कर सकता है, कोई गेंद को स्विंग करा सकता है, कोई अच्छा उछाल प्राप्त कर सकता है। जब आपको ये सभी पहलू एक टीम में मिलते हैं, तो यह एक अच्छा कारक होता है।" 
रोहित ने कहा कि सात ओवर के लगातार स्पैल में छह विकेट लेने के बाद सिराज इतने जोश में थे कि तेज गेंदबाज को गेंदबाजी करने से रोकने के लिए टीम ट्रेनर से बात करनी पड़ी। कप्तान ने कहा, "स्लिप से यह देखना बहुत सुखद था (सिराज ने किस तरह गेंदबाजी की)। उन्होंने गेंद को अन्य दो की तुलना में थोड़ा अधिक मूव करवाया। जब वह स्पैल डाल रहे थे तो हम उनके पीछे थे।" रोहित ने हंसते हुए कहा, "उसने उस स्पैल में सात ओवर फेंके और मुझे ट्रेनर से संदेश मिला कि हमें उसे अब रोकना होगा। वह गेंदबाजी करने के लिए काफी बेताब था।"

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