चीनी आयोजकों की लेतलाली से अधर में इंडिया हाउस
एशियाई खेलों के आयोजकों ने अब तक नहीं उपलब्ध कराई जगह
आईओए को उम्मीद स्थापित होगा इंडिया हाउस
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों को घर सा अहसास कराने के लिए हांगझोऊ में इंडिया हाउस स्थापित करने की योजना पर पानी फिरता नजर आ रहा है। एशियाई खेलों के चीनी आयोजकों की ओर से इंडिया हाउस के लिए अब तक जगह उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिससे हांगझोऊ में देश की संस्कृति की छटा बिखेरने वाले इंडिया हाउस की स्थापित होना अधर में लटक गया है।
टोक्यो ओलंपिक के दौरान खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ ने मिलकर इंडिया हाउस स्थापित किए जाने की योजना बनाई थी, लेकिन उस दौरान कोरोना के चलते यह संभव नहीं हो सका। इस बार आईओए एशियाई खेलों में इंडिया हाउस स्थापित करना चाह रहा है, लेकिन इसकी स्थापना की दिशा में अब तक कोई प्रगति नहीं हुई, जबकि खेलों का उद्घाटन समारोह 23 सितंबर को है।
भारतीय खाने की दूर होनी थी समस्या
ओलंपिक और एशियाई खेलों के दौरान कई बड़े देश अपने खिलाडिय़ों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने देने और अपने देश की संस्कृति दिखाने के लिए हाउस की स्थापना करते हैं। भारत ने अब तक किसी भी खेल में इंडिया हाउस स्थापित नहीं किया है। हांगझोऊ में ऐसा करके आईओए नई परंपरा शुरू करना चाहता है। ओलंपिक और एशियाई खेलों में सबसे बड़ी समस्या भारतीय खाने की होती है। चीन में यह समस्या तो और भी बड़ी है। इंडिया हाउस में भारतीय खाने की व्यवस्था की जानी थी। यही नहीं चीन में कम्यूनिकेशन के साधन खुद उनके हैं। व्हाट्स ऐप, इंस्टा, जीमेल, फेसबुक चीन में चलाना जोखिम भरा हो सकता है। आईओए इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए इंडिया हाउस स्थापित करना चाहता है।
योजना के तहत कोई भी भारतीय खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ, ऑफिशियल इंडिया हाउस में आकर अपनी समस्याओं का समाधान कर सकता है। यहां देश की संस्कृति की झलक पाने के लिए बाहरी लोग भी इंडिया हाउस का दौरा कर सकते हैं। आईओए के कार्यकारी सीईओ कल्याण चौबे स्वीकार करते हैं कि इंडिया हाउस को लेकर दिक्कतें हैं। वह कहते हैं कि चेफ डि मिशन भूपेंदर सिंह बाजवा ने आयोजकों से जगह मांगी है, जो अभी नहीं मिली है, लेकिन वह संपर्क में हैं। उन्हें उम्मीद है कि एशियाई खेलों के दौरान इंडिया हाउस स्थापित होगा।