विश्व चैम्पियन बनने को नीरज चोपड़ा बेताब
आज से होगा विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप का आगाज
एल्ड्रिन और श्रीशंकर से है लम्बी कूद में आस
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। नीरज चोपड़ा के खाते में ओलम्पिक, एशियाई और राष्ट्रमंडल खेल से लेकर डायमंड लीग का खिताब आ चुका है, लेकिन वह अब तक विश्व चैम्पियन नहीं बन पाए हैं। बुडापेस्ट में शनिवार से शुरू होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में भालाफेंक खिलाड़ी नीरज पहली बार विश्व विजेता बनने का लक्ष्य साधेंगे। बीते साल यूजीन (अमेरिका) में नीरज स्वर्ण जीतने से रह गए थे, लेकिन इस बार वह सीजन में अपराजित हैं। उन्होंने दोहा और लुसान डायमंड लीग का खिताब जीता है।
नीरज चोपड़ा अगर विश्व चैम्पियन बनते हैं तो शूटर अभिनव बिंद्रा के बाद ओलम्पिक और विश्व चैम्पियन बनने वाले देश के दूसरे खिलाड़ी होंगे। शनिवार को भारतीय अभियान की शुरुआत 3000 मीटर स्टीपलचेज में अविनाश साबले, लांग जम्पर शैली सिंह, त्रिकूद में प्रवीण चित्तरवेल, अब्दुल्ला अबुबाकर, एल्डोस पॉल और 1500 मीटर में अजय कुमार सरोज करेंगे।
भालाफेंक का फाइनल 27 अगस्त को खेला जाएगा, लेकिन क्वालीफाइंग दौर दो दिन पहले से ही शुरू हो जाएंगे। पांच मई को दोहा में और 30 जून को लुसान में डायमंड लीग जीतने के बाद नीरज मांसपेशियों में खिंचाव के कारण चोटिल हो गए। वह लगभग दो माह तक सत्र से बाहर रहे। नीरज का कहना है कि वह ओलम्पिक के समकक्ष इस बड़े इवेंट के लिए तैयार हैं। उच्चस्तर पर बड़े एथलीटों के बीच खेलना और निरंतरता बनाए रखना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा और अगर ऐसा होता है तो मैं पहले से बेहतर तरीके से वापसी करूंगा।
25 वर्षीय नीरज ने कहा कि चोटिल होने के चलते उन्हें कुछ कम्पटीशन से दूर रहना पड़ा। उसके बाद वह लुसान डायमंड लीग में खेले, जहां उनका प्रदर्शन बेहतर रहा। वह अपने प्रदर्शन और अभ्यास से संतुष्ट हैं। नीरज को बुडापेस्ट में टोक्यो ओलम्पिक में रजत जीतने वाले चेक रिपब्लिक के जैकब वाडलेज्च, गत विजेता ग्रेनाडा के एंडर्सन पीटर्स और यूरोपियन चैम्पियन जर्मनी के जूलियन वीबर से टक्कर मिलेगी। वाडलेज्च और वीबर ने इस सत्र में नीरज को हराया तो नहीं है, लेकिन उनसे अच्छा प्रदर्शन जरूर किया है। 32 वर्षीय वाडलेज्च ने 13 जून को पावो नूरमी गेम्स में 89.51 मीटर दूर भाला फेंका, जो इस सत्र में किसी भी जेवलिन थ्रोअर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। वह अपनी छठी विश्व चैम्पियनशिप में खेलने के लिए 21 जुलाई को मोनाको डायमंड लीग जीतकर आए हैं।
नीरज का इस सत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लुसान में 88.67 मीटर रहा है। जूलियन वीबर ने 8 जुलाई को 88.72 मीटर के साथ जर्मन खिताब जीता। चोट से उबरने के बाद फिटनेस से जूझ रहे पीटर्स का दोहा में 85.88 मीटर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। वह 93.07 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ से काफी दूर हैं। डीपी मनु और किशोर जेना भालाफेंक में दूसरे भारतीय दावेदार हैं। जेना का हंगरी दूतावास ने वीजा जारी कर दिया, जिससे उनके विश्व चैंपियनशिप में खेलने रास्ता साफ हो गया।
लम्बी कूद में जेस्विन एल्ड्रिन (8.42) और मुरली श्रीशंकर (8.41) उतरेंगे। दोनों सत्र में अपने प्रदर्शन से अब तक सबसे आगे हैं। एल्ड्रिन चोट से जूझ रहे हैं। उन्होंने हाल ही में 8.22 मीटर के बर्न मीट का खिताब जीता। श्रीशंकर ने भुवनेश्वर में 8.41 मीटर और बैंकाक एशियाई चैंपियनशिप में 8.37 की कूद भरी। वह पेरिस डायमंड लीग में 8.09 मीटर के साथ तीसरे स्थान पर रहे। ग्रीस के ओलंपिक विजेता मिल्टियाडिस टेंटोग्लू का सत्र में 8.38 मीटर सर्वश्रेष्ठ रहा है, लेकिन वह लगातार 8 मीटर की दूरी पार कर रहे हैं। 3000 मीटर स्टीपलचेज में अविनाश साबले का इथियोपिया के लिमिचा गिरिमा (7.51.11 मिनट) और मोरक्को के सूफियान अल बक्काली (7.56.68 मिनट) से सामना होगा। 20 किमी पदचाल में आकाशदीप सिंह, परमजीत सिंह, विकास सिंह पदक के दावेदार नहीं हैं।