पहलवान अंतिम पंघाल इतिहास रचने से एक कदम दूर

पहली बार चार भारतीय बेटियां विश्व कप कुश्ती के फाइनल में
खेलपथ संवाद
अम्मान।
अंडर-20 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में पहलवान बेटियों ने इतिहास रचते हुए पहली बार चार भार वर्गों के फाइनल में प्रवेश किया। हाल ही में एशियाड के ट्रायल में विनेश फोगाट को छूट दिए जाने पर अदालत की शरण लेने वाली अंतिम पंघाल लगातार दूसरी बार विश्व चैम्पियन बनने से सिर्फ एक जीत दूर खड़ी हुई हैं। 
यही नहीं सविता (62 किलोग्राम) और अंतिम कुंडू (65 किलोग्राम) ने भी फाइनल में प्रवेश किया। प्रिया (76 किलोग्राम) बुधवार को ही फाइनल में प्रवेश कर चुकी हैं। 72 किलोग्राम भार वर्ग में हर्षिता ने कांस्य पदक जीता। बीते वर्ष चैम्पियन बनने वाली अंतिम ने 53 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में पहुंचने के सफर में सिर्फ दो अंक गंवाए। पहले मुकाबले में उन्होंने पोलैंड की निकोलो मोनिका सिर्फ 68 सेकेंड में पराजित कर दिया। इसके बाद उन्होंने चीन की शुई जिंग लियांग को तकनीकी दक्षता के आधार पर पराजित किया। सेमीफाइनल में उन्होंने रूस की पोलीना लुकीना को बिना कोई अंक गंवाएं तकनीकी दक्षता के आधार पर हराकर फाइनल में प्रवेश किया। अगर अंतिम शुक्रवार को फाइनल में जीतती हैं तो वह लगातार दो विश्व खिताब जीतने वाली देश की पहली महिला पहलवान बनेंगी।
सविता तीन बाउट चित कर जीतीं
65 किलोग्राम भार वर्ग में रोहतक के तितोली गांव की अंतिम कुंडू ने रूस की एकतेरीना कोशकीना को 7-5 से सेमीफाइनल में पराजित किया। कुलदीप कादियान की ओर से प्रशिक्षित अंतिम ने इससे पहले रूमानिया कि मैगडेलेना पैंतिरू को 7-2 से हराया और पोलैंड की एलीसा नोवोसाद को चित किया। 62 किलोग्राम भार वर्ग में अंडर-17 विश्व चैम्पियन सविता ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी तीनों बाउट चित कर जीतीं और फाइनल में पहुंचीं। उन्होंने जापान की सुजु सासाकी को भी चित किया। उन्होंने सर्बिया की दुंजा लूकिच और सेमीफाइनल में फ्रांस की इरिस मैथिल्डे को चित किया। 72 किलोग्राम भार वर्ग में हर्षिता भी सेमीफाइनल में पहुंचीं, लेकिन वहां उन्हें तुर्की की बुकरेनाज सेर्त के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा। 57 भार वर्ग में रीना को पहले ही दौर में यूक्रेन की एलीना फिलिपोविच ने हराया।

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