सात्विक-चिराग ने जीता साल का तीसरा खिताब

फाइनल में दुनिया की नम्बर एक जोड़ी को हराया
खेलपथ संवाद
सियोल।
सात्विक-चिराग की जोड़ी ने कोरिया ओपन में पुरुष युगल के फाइनल में दुनिया की नम्बर एक जोड़ी इंडोनेशिया के फजर अल्फियान और मुहम्मद रियान अर्दियांतो को हराया। भारतीय जोड़ी ने खिताबी मुकाबला 17-21, 21-13, 21-14 के अंतर से अपने नाम किया।
भारतीय बैडमिंटन स्टार सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने कोरिया ओपन का खिताब जीत लिया है। कोरिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट 1991 में पहली बार आयोजित हुआ। टूर्नामेंट तब से हर साल साउथ कोरिया के अलग-अलग शहरों में आयोजित किया जा रहा है। ये ग्रेड-2 का टूर्नामेंट है, जो बैडमिंटन सुपर-500 कैटेगरी में आता है। इसमें भी मेंस, विमेंस सिंगल्स कैटेगरी के साथ मेंस, विमेंस और मिक्स्ड डबल्स के 5 इवेंट होते हैं।
2017 में पीवी सिंधु ने विमेंस सिंगल्स का खिताब जीता था। वह कोरिया ओपन का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय शटलर बनी थीं। उनके बाद अब मेंस डबल्स में सात्विक साई राज और चिराग सेट्टी ने 2023 में खिताब जीता। दोनों की जोड़ी डबल्स इवेंट का खिताब जीतने वाली पहली डबल्स पेयर बनी। बैडमिंटन रैंकिंग टूर्नामेंट की ग्रेड से डिसाइड होती है। वर्ल्ड रैंकिंग टूर्नामेंट में सुपर 1000, 750, 500, 300 और सुपर 100 मुकाबले होते है। रैंकिंग के हिसाब से विनर को पॉइंट मिलते हैं। जैसे सुपर 1000 मुकाबले के विनर को 12 हजार पॉइंट्स मिलते है। वहीं, सुपर 100 टूर्नामेंट जीतने वाले को 5 हजार 500 पॉइंट्स मिलते हैं। सबसे ज्यादा 13 हजार पॉइंट्स वर्ल्ड चैम्पियनशिप और ओलम्पिक जीतने पर मिलते हैं। टोटल पॉइंट्स आधार पर वर्ल्ड रैंकिंग तय होती है। विनर के अलावा फाइनलिस्ट, सेमीफाइनलिस्ट से लेकर टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले शटलर्स को भी ग्रेड और पायदान के हिसाब से पॉइंट्स दिए जाते हैं।

 

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