रूपिंदर पाल सिंह को हॉकी इंडिया ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी
एशियाड के लिए महिला ड्रैग फ्लिकर कर रहे तैयार
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। हॉकी इंडिया ने हाल ही में संन्यास लेने वाले हॉकी दिग्गजों को नई जिम्मेदारियां देने का फैसला लिया है। ये पूर्व खिलाड़ी जूनियर और महिला हॉकी टीम को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। पहले ओलम्पियन तुषार खांडेकर को जूनियर महिला हॉकी टीम का कोच नियुक्त किया गया। अब देश के दिग्गज ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह को महिला टीम के पेनाल्टी कॉर्नर विशेषज्ञों को तराशने का जिम्मा सौंपा गया है।
टोक्यो ओलम्पिक में कांस्य जीतने वाली टीम के सदस्य रूपिंदर हांगझोऊ एशियाई खेलों के लिए महिला टीम की पेनाल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ दीपिका, गुरजीत कौर और दीप ग्रेस एक्का को ड्रैग फ्लिकिंग के नए गुर सिखा रहे हैं। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की की योजना हाल ही में हॉकी छोडऩे वाले खिलाडिय़ों अलग-अलग तरह की जिम्मेदारियां देने की योजना है। पेनाल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ वी रघुनाथ को जूनियर चयन समिति के साथ जोड़ा गया है। उन्हें भी टीमों के साथ पेनाल्टी कॉर्नर के गुर सिखाने के लिए जोड़ा जा सकता है। चिंगलेनसना सिंह को युवाओं को खोजने की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह रूपिंदर को महिला टीम का पेनाल्टी कॉर्नर और मजबूत करने के लिए लाया गया है।
सविता की अगुवाई में जर्मनी में मैच और स्पेन में 16 जुलाई से होने वाले टूूर्नामेंट खेलने जा रही महिला हॉकी टीम ने बंगलूरू में तैयारियां की हैं। महिला टीम के राष्ट्रीय शिविर में हॉकी इंडिया विशेष रूप से रूपिंदर पाल सिंह को लेकर आई। रूपिंदर ने तकरीबन दो सप्ताह दीपिका, गुरजीत कौर और टीम की उपकप्तान दीपग्रेस एक्का को पेनाल्टी कॉर्नर खासतौर पर ड्रैग फ्लिकिंग के गुर सिखाए हैं। रूपिंदर अभी लीग में खेलने केलिए कनाडा चले गए हैं, लेकिन अगस्त माह के दूसरे सप्ताह से वह एक बार फिर इन तीनों को एशियाई खेलों के लिए तैयार करने के लिए जुट जाएंगे। रूपिंदर ड्रैग फ्लिक लेने के तरीके महिलाओं को सिखा रहे हैं। साथ ही उनकी हिटिंग पर भी काम कर रहे हैं।