कानपुर में घर-घर योग की अलख जगातीं योग गुरु सपना शर्मा

अपने शरीर का सम्मान करें, योगासन मुस्कान के साथ करें

खेलपथ संवाद

कानपुर। कहते हैं इंसान में यदि कुछ कर गुजरने का जुनून और प्रबल इच्छाशक्ति हो तो उसके लिए कोई काम मुश्किल नहीं है। योग गुरु सपना शर्मा कानपुर के हर घर में योग को स्थान दिलाने के लिए फिलवक्त दिन-रात मशक्कत कर रही हैं। पारिवारिक जवाबदेही निभाने के बाद घर-घर योग की अलख जगाना बहुत मुश्किल काम है लेकिन इस मुश्किल काम को पूरी तन्मयता और लगन से अंजाम दे रही हैं योग गुरु सपना शर्मा।

सपना शर्मा बीपीएड होने के साथ ही हरिद्वार से योग का डिप्लोमा लेने के बाद पिछले एक दशक से कानपुर के स्कूलों और घर-घर जाकर महिलाओं को न केवल योग सिखा रही हैं बल्कि उन्हें योग से होने वाले फायदे भी बता रही हैं। सपना शर्मा का कहना है कि योग शरीर व मन का विकास करता है। इसके अनेक शारीरिक और मानसिक लाभ हैं परंतु इसका उपयोग किसी दवा आदि की जगह नहीं किया जा सकता।

सपना का कहना है कि योगासन किसी प्रशिक्षित प्रशिक्षक के निर्देशानुसार ही सीखें और करें। यदि आपको कोई शारीरिक परेशानी है तो योगासन करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी भी योग प्रशिक्षक से अवश्य परामर्श लें। वह कहती हैं कि वर्तमान में अधिकांश लोग किसी न किसी रोग से पीड़ित हैं। इसके लिए नियमित दवाएं भी खाते रहते हैं, जबकि यदि इंसान योग को नियमित तौर पर करना शुरू कर दे तो वह किसी भी बीमारी से दूर रह सकता है। वह कहती हैं कि व्यक्ति को कम से कम सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, पश्चिमासन, हलासन आदि तो नियमित करने चाहिए।

योग को अपना हमसफर मानने वाली सपना शर्मा कहती हैं कि घर में प्रतिदिन योगाभ्यास आपको स्वस्थ, अधिक सृजनशील, शान्त और प्रसन्न बनाता है। यह लाभ केवल आपको ही आनंद देने के लिए नहीं है बल्कि आपके परिजनों को भी सकारात्मक ऊर्जा और आनंद का अहसास कराता है। सपना शर्मा कहती हैं कि एक बार यदि आपने किसी योग प्रशिक्षक से योगाभ्यास सीख लिया तो आप आराम से कभी भी अपने घर में योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं।

वह बताती हैं कि सुबह के समय योगाभ्यास सबसे अच्छा होता है। यह आपको पूरे दिन ऊर्जा से पूर्ण रखता है। यदि ऐसा नहीं होता है तो योगाभ्यास छोड़ने का बहाना मत बनाइये। आप अपना सुविधाजनक समय चुन सकते हैं। यह सुबह देर से, दिन में भोजन से पहले या शाम को हो सकता है। योगाभ्यास आपको ताजगी से भर देता है, इतना ही नहीं यह तनाव से दूर रखता है।

योग गुरु सपना का कहना है कि जो लोग अपने घर में योगाभ्यास करना चाहते हैं उन्हें अपने लिए एक छोटे से कमरे का चयन करना चाहिए। कुछ समय योगाभ्यास करने से वहां सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होगी जो आपको और आपके परिवार को प्रसन्नता, शक्ति और आराम देगी। यदि कमरे का चयन सम्भव न हो तो घर में कोई शान्तिपूर्ण स्थान चुन सकते हैं जो इतना बड़ा हो कि वहां आप योगा मैट (चादर) बिछा सकें और आपके अभ्यास में कोई रुकावट न आए। आपको यह ध्यान देना है कि योगाभ्यास के लिए स्थान साफ तथा हवादार हो, वहां फर्नीचर और नुकीली वस्तुएं न हों।

आपके आसन तब अच्छे होते हैं जब आप उन्हें हल्के या खाली पेट करें। आप भोजन के दो या तीन घण्टे बाद योगाभ्यास कर सकते हैं। योगाभ्यास के समय हल्के एवं आरामदायक कपड़े पहनें। तंग कपड़े योगाभ्यास के लिए सुविधाजनक नहीं होते। अधिक साज-सज्जा एवं जेवर पहन कर योगाभ्यास नहीं करना चाहिए। यह आवश्यक है कि योगासन से पहले शरीर में लचीलापन उत्पन्न करने वाले कुछ व्यायाम करें जिससे मांसपेशियों में कोई तनाव उत्पन्न न हो। अपने शरीर का सम्मान करें तथा योगासन मुस्कान के साथ करें। अपने शरीर का ध्यान रखते हुए योग की गति बढ़ाएं। बहुत तेज गति से अभ्यास आपको तकलीफ और दर्द दे सकता है।

सपना शर्मा का कहना है कि योगाभ्यास को नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाएं तभी यह आसानी से आपकी आदत बन पाएगा। वह कहती हैं कि 20 मिनट का प्रत्येक दिन योगाभ्यास कभी-कभी दो घंटे अभ्यास से अधिक सकारात्मक परिणाम देता है। जब आप अकेले योगाभ्यास करते हैं तब आप आलस्य का अनुभव करते हैं या अच्छा महसूस नहीं करते। प्रयास करें कि यह अभ्यास परिवार और दोस्तों के साथ करें और फिर अंतर देखें। घर में योगाभ्यास परिवार को एक साथ लाता है।

यदि आपके पास समयाभाव है तो कुछ निश्चित योगाभ्यास प्रत्येक दिन करें। इसके पश्चात पूरे योग को सम्पूर्ण रूप से रविवार को करें। यह निश्चित करें कि योगाभ्यास के साथ योग निद्रा लें। ध्यान रखें कि योगाभ्यास में सिर्फ योगासन नहीं आते बल्कि प्राणायाम, ध्यान और सुदर्शन क्रियाएं भी आती हैं जो आपको प्रसन्न और आनंदानुभूति का अहसास कराती हैं।

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