केन्द्रीय खेल मंत्रालय ने पहलवानों से किए वादे निभाए

बृजभूषण केस में चार्जशीट से कुश्ती संघ के चुनाव तक
पहलवानों ने जनवरी में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ खोला था मोर्चा
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवान जब सात जून (बुधवार) को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिले थे तो कई बातों पर सहमति बनी थी। सरकार ने पहलवानों से 15 जून तक का समय मांगा था। सरकार अपने वादे पर खरी उतरी है। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चार्जशीट की बात हो या कुश्ती संघ में चुनाव की, पहलवानों की मांगों को पूरा कर दिया गया है।
पहलवानों ने बुधवार (सात जून) को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की थी। करीब छह घंटे तक चली इस बैठक में दोनों पक्षों के बीच कई मामलों पर सहमति बनी थी। खेल मंत्री ने बैठक के बाद इस बात की जानकारी दी थी कि खिलाड़ियों के साथ बातचीत में 15 जून तक यौन शोषण के मामले में चार्जशीट दाखिल करने पर चर्चा हुई। इसके अलावा भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन (आईओए) की एड-हॉक समिति में दो कोच जोड़ने की बात भी हुई थी। वहीं, जल्द से जल्द कुश्ती संघ के चुनाव हो।
अब तक क्या-क्या हुआ?
बृजभूषण सिंह शरण के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के मामले में गुरुवार को चार्जशीट दाखिल कर दी गई। वहीं, नाबालिग पहलवान के यौन उत्पीड़न मामले में पुलिस ने केस को बंद करने के लिए क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है। मंगलवार (13 जून) को भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव की तारीखों का एलान हुआ। छह जुलाई को सभी पद के लिए मतदान होंगे। उसी दिन नतीजे भी सामने आ जाएंगे। आईओए) की एड-हॉक समिति में दो कोचों को जोड़ा गया। कोच ज्ञान सिंह और अशोक गर्ग समिति से जुड़े।
देश के शीर्ष पहलवान 138 दिन से बृजभूषण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। 18 जनवरी को पहली बार पहवान धरने पर बैठे थे और 23 अप्रैल को दूसरी बार धरना शुरू किया। इसके बाद पहलवानों ने मौसम की मार झेली, पुलिस के साथ झड़प हुई। पहलवानों के खिलाफ एफआईआर भी हुई, लेकिन विरोध प्रदर्शन जारी रहा। हालांकि, पहलवानों और गृहमंत्री अमित शाह के बीच मुलाकात के बाद कहानी बदल गई और पहलवान काम पर लौट गए। उसके बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ हुई बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई और कुछ मामलों पर सहमति बनी। फिर पहलवानों ने 15 जून तक धरना-प्रदर्शन नहीं करने की बात मान ली।

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